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{[[छत्तीसगढ़]] का तालागाँव किस नदी के तट पर बसा हुआ है? | {[[छत्तीसगढ़]] का 'तालागाँव' किस नदी के तट पर बसा हुआ है? | ||
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||[[चित्र:Chitrakote-Falls-Chhattisgarh.jpg|right|90px|चित्रकूट जलप्रपात, छत्तीसगढ़]]मनियारी नदी [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर ज़िले]] के उत्तर-पश्चिम में लोरमी पठार के सिंहावल नामक स्थल से निकलती है। राज्य का एक प्रमुख गाँव 'तालागाँव' भी [[मनियारी नदी]] के किनारे ही स्थित है। मनियारी नदी दक्षिण-पूर्व भाग में [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] तथा मुंगेली तहसील की सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। इसकी सहायक नदियाँ आगर, छोटी नर्मदा तथा घोंघा हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मनियारी नदी|मनियारी]] | ||[[चित्र:Chitrakote-Falls-Chhattisgarh.jpg|right|90px|चित्रकूट जलप्रपात, छत्तीसगढ़]]मनियारी नदी [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर ज़िले]] के उत्तर-पश्चिम में लोरमी पठार के सिंहावल नामक स्थल से निकलती है। राज्य का एक प्रमुख गाँव 'तालागाँव' भी [[मनियारी नदी]] के किनारे ही स्थित है। मनियारी नदी दक्षिण-पूर्व भाग में [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] तथा मुंगेली तहसील की सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। इसकी सहायक नदियाँ आगर, [[नर्मदा नदी|छोटी नर्मदा]] तथा घोंघा हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मनियारी नदी|मनियारी]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] का 'एक सरवर' किसे कहा जाता है? | {[[छत्तीसगढ़]] का 'एक सरवर' किसे कहा जाता है? | ||
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+[[चांपा]] | +[[चांपा]] | ||
-[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | -[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | ||
||[[चित्र:Chhattisgarh-map.jpg|right|100px|छत्तीसगढ़ का मानचित्र]]चांपा [[छत्तीसगढ़]] प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर है। वर्तमान समय में इस नगर को 'कोसा', 'कांसा' और 'कंचन' की नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल में चांपा एक ज़मींदारी थी। यहाँ के ज़मींदार नेमसिंह के वंशज अपनी ज़मींदारी सदर मुख्यालय मदनपुरगढ़ से चांपा ले आये थे। छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे गर्म नगर में चांपा का नाम आता है। चांपा नगर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जो 22.2 अंश उत्तरी [[अक्षांश]] और 82.43 अंश पूर्वी [[देशान्तर|देशांन्तर]] पर स्थित है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ | ||[[चित्र:Chhattisgarh-map.jpg|right|100px|छत्तीसगढ़ का मानचित्र]]चांपा [[छत्तीसगढ़]] प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर है। वर्तमान समय में इस नगर को 'कोसा', 'कांसा' और 'कंचन' की नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल में चांपा एक ज़मींदारी थी। यहाँ के ज़मींदार नेमसिंह के वंशज अपनी ज़मींदारी सदर मुख्यालय मदनपुरगढ़ से चांपा ले आये थे। छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे गर्म नगर में चांपा का नाम आता है। चांपा नगर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जो 22.2 अंश उत्तरी [[अक्षांश]] और 82.43 अंश पूर्वी [[देशान्तर|देशांन्तर]] पर स्थित है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[चांपा]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] की दूसरी महत्त्वपूर्ण नदी [[शिवनाथ नदी|शिवनाथ]] का उद्गम | {[[छत्तीसगढ़]] की दूसरी महत्त्वपूर्ण नदी [[शिवनाथ नदी|शिवनाथ]] का उद्गम स्थल कौन-सा है? | ||
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+पानाबरस पहाड़ी | +पानाबरस पहाड़ी | ||
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+[[खारून नदी|खारून]] | +[[खारून नदी|खारून]] | ||
-[[महानदी]] | -[[महानदी]] | ||
||[[चित्र:Kharun-River.jpg|120px|right|खारून नदी]]'खारून नदी' [[शिवनाथ नदी]] की एक प्रमुख सहायक नदी है। [[भारत]] के राज्य [[छत्तीसगढ़]] की राजधानी [[रायपुर]] खारून नदी के किनारे पर ही बसी हुई है। इस नदी का उद्गम छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग क़िले के दक्षिण-पूर्व में पेटेयुवा के समीप है। यह नदी 80 किलोमीटर उत्तर की ओर प्रवाहित होकर जामघाट के समीप शिवनाथ नदी में मिल जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[खारून नदी|खारून]] | ||[[चित्र:Kharun-River.jpg|120px|right|खारून नदी]]'खारून नदी' [[शिवनाथ नदी]] की एक प्रमुख सहायक नदी है। [[भारत]] के राज्य [[छत्तीसगढ़]] की राजधानी [[रायपुर]] [[खारून नदी]] के किनारे पर ही बसी हुई है। इस नदी का उद्गम छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग क़िले के दक्षिण-पूर्व में पेटेयुवा के समीप है। यह नदी 80 किलोमीटर उत्तर की ओर प्रवाहित होकर जामघाट के समीप शिवनाथ नदी में मिल जाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[खारून नदी|खारून]] | ||
{[[कांकेर ज़िला]] किस नदी के किनारे पर बसा है? | {[[कांकेर ज़िला]] किस नदी के किनारे पर बसा है? | ||
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-सरगुजा | -सरगुजा | ||
-[[रायपुर]] | -[[रायपुर]] | ||
||[[चित्र:Borandev-Temple-Chhattisgarh.jpg|right|120px|बोरानदेव मन्दिर, छत्तीसगढ़]][[अम्बिकापुर]] मध्य [[भारत]] के उत्तरी [[छत्तीसगढ़]] राज्य में स्थित एक नगर है। यह नगर भूतपूर्व [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]], विश्रामपुर के नाम से भी जाना जाता है। जब यह नगर भूतपूर्व सरगुजा रियासत की राजधानी था, तब 'सरगुजा' कहलाता था। [[छत्तीसगढ़]] राज्य का यह नगर सबसे ठण्डे स्थानों में से एक है। यह सड़क मार्ग से धर्मजयगढ़, [[पटना]] व सोनहट से जुड़ा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अम्बिकापुर]] | ||[[चित्र:Borandev-Temple-Chhattisgarh.jpg|right|120px|बोरानदेव मन्दिर, छत्तीसगढ़]][[अम्बिकापुर]] मध्य [[भारत]] के उत्तरी [[छत्तीसगढ़]] राज्य में स्थित एक नगर है। यह नगर भूतपूर्व [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]], विश्रामपुर के नाम से भी जाना जाता है। जब यह नगर भूतपूर्व सरगुजा रियासत की राजधानी था, तब 'सरगुजा' कहलाता था। [[छत्तीसगढ़]] राज्य का यह नगर राज्य में सबसे ठण्डे स्थानों में से एक है। यह सड़क मार्ग से धर्मजयगढ़, [[पटना]] व सोनहट से जुड़ा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अम्बिकापुर]] | ||
{[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा ज़िले]] की जीवन-रेखा नदी कौन-सी मानी जाती है? | {[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा ज़िले]] की जीवन-रेखा नदी कौन-सी मानी जाती है? | ||
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||[[चित्र:Manganese.jpg|right|120px|मैंगनीज़]] [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] शहर, [[छत्तीसगढ़]] राज्य, मध्य [[भारत]] में [[अरपा नदी]] के पश्चिम में स्थित है। यहाँ पर [[कृषि]] व्यवसाय मुख्य रूप से किया जाता है, और यह [[चावल]] व आटे की मिल, आरा मिल और चमड़ा निर्माण का व्यावसायिक केंन्द्र भी है। बिलासपुर अपने [[खनिज|खनिजों]] के लिए सम्पूर्ण भारत में बहुत ही प्रसिद्ध है। यह छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे बड़ी मात्रा में [[मैंगनीज़]] उत्पादन करने वाला राज्य है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | ||[[चित्र:Manganese.jpg|right|120px|मैंगनीज़]] [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] शहर, [[छत्तीसगढ़]] राज्य, मध्य [[भारत]] में [[अरपा नदी]] के पश्चिम में स्थित है। यहाँ पर [[कृषि]] व्यवसाय मुख्य रूप से किया जाता है, और यह [[चावल]] व आटे की मिल, आरा मिल और चमड़ा निर्माण का व्यावसायिक केंन्द्र भी है। बिलासपुर अपने [[खनिज|खनिजों]] के लिए सम्पूर्ण भारत में बहुत ही प्रसिद्ध है। यह छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे बड़ी मात्रा में [[मैंगनीज़]] उत्पादन करने वाला राज्य है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] | ||
{'तांदुला जलाशय' | {'तांदुला जलाशय' [[छत्तीसगढ़]] के किस ज़िले में स्थित है? | ||
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-[[दुर्ग जिला|दुर्ग]] | -[[दुर्ग जिला|दुर्ग]] | ||
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-दंतेवाड़ा | -दंतेवाड़ा | ||
+[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | +[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | ||
||[[चित्र:Maize.jpg|right|120px|मक्का]] सरगुजा [[छत्तीसगढ़]] राज्य का एक महत्त्वपूर्ण ज़िला है, जिसकी सीमाएँ [[कोरबा ज़िला|कोरबा]], [[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर]], [[कोरिया ज़िला|कोरिया]], सीधी ([[मध्य प्रदेश]]), [[बिहार]] और [[जशपुर ज़िला|जशपुर]] से मिली हुई हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में यह ज़िला सर्वाधिक [[मक्का]] उत्पादन के लिए भी जाना जाता है। सरगुजा ज़िला आदिकाल से ही [[राजनीति|राजनीतिक]], सांस्कृतिक एवं धार्मिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र रहा है, जिसके प्रमाण यहाँ मिलते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | ||[[चित्र:Maize.jpg|right|120px|मक्का]]सरगुजा [[छत्तीसगढ़]] राज्य का एक महत्त्वपूर्ण ज़िला है, जिसकी सीमाएँ [[कोरबा ज़िला|कोरबा]], [[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर]], [[कोरिया ज़िला|कोरिया]], सीधी ([[मध्य प्रदेश]]), [[बिहार]] और [[जशपुर ज़िला|जशपुर]] से मिली हुई हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में यह ज़िला सर्वाधिक [[मक्का]] उत्पादन के लिए भी जाना जाता है। सरगुजा ज़िला आदिकाल से ही [[राजनीति|राजनीतिक]], सांस्कृतिक एवं धार्मिक गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र रहा है, जिसके प्रमाण यहाँ मिलते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] | ||
{[[छत्तीसगढ़]] का प्रसिद्ध '[[अचानकमार वन्य जीवन अभयारण्य]]' किस ज़िले में स्थित है? | {[[छत्तीसगढ़]] का प्रसिद्ध '[[अचानकमार वन्य जीवन अभयारण्य]]' किस ज़िले में स्थित है? |
12:50, 12 जनवरी 2012 का अवतरण
छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
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