प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) (पन्ने को खाली किया) |
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Ganesh-Temple-Barsur.jpg|thumb|250px|गणेश मंदिर, बरसुर]] | |||
'''बरसुर''' [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[दन्तेवाड़ा ज़िला|दन्तेवाड़ा ज़िले]] में स्थित है। | |||
*मन्दिरों और तालाबों के लिए प्रसिद्ध बरसुर गीदम की उत्तरी दिशा में 24 किलोमीटर की दूरी पर [[इन्द्रावती नदी]] के किनारे स्थित है। | |||
*यह माना जाता है कि प्राचीन समय में बरसुर में लगभग 147 मन्दिर और लगभग इतने ही तालाब थे। | |||
*संरक्षण के अभाव में इनकी ख़ूबसूरती में कमी आई है, लेकिन यह आज भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं। | |||
*बरसुर में मामा-भांजा, चन्द्रादित्य, बत्तीसा और भगवान [[गणेश]] के मन्दिर आकर्षण का केंद्र है। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
==वीथिका== | |||
<gallery> | |||
चित्र:Battisa-Temple.jpg|बत्तीसा मंदिर, बरसुर | |||
चित्र:Battisa-Temple-1.jpg|बत्तीसा मंदिर, बरसुर | |||
</gallery> | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
<references/> | |||
==संबंधित लेख== | |||
__INDEX__ |
06:38, 13 जनवरी 2012 का अवतरण
बरसुर छत्तीसगढ़ राज्य के दन्तेवाड़ा ज़िले में स्थित है।
- मन्दिरों और तालाबों के लिए प्रसिद्ध बरसुर गीदम की उत्तरी दिशा में 24 किलोमीटर की दूरी पर इन्द्रावती नदी के किनारे स्थित है।
- यह माना जाता है कि प्राचीन समय में बरसुर में लगभग 147 मन्दिर और लगभग इतने ही तालाब थे।
- संरक्षण के अभाव में इनकी ख़ूबसूरती में कमी आई है, लेकिन यह आज भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
- बरसुर में मामा-भांजा, चन्द्रादित्य, बत्तीसा और भगवान गणेश के मन्दिर आकर्षण का केंद्र है।
|
|
|
|
|
वीथिका
-
बत्तीसा मंदिर, बरसुर
-
बत्तीसा मंदिर, बरसुर
टीका टिप्पणी और संदर्भ