"जिस देश में गंगा बहती है": अवतरणों में अंतर
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जो जिससे मिला सिखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने | जो जिससे मिला सिखा हमने, गैरों को भी अपनाया हमने | ||
मतलब के लिये अन्धे होकर, रोटी को | मतलब के लिये अन्धे होकर, रोटी को नहीं पूजा हमने | ||
अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है | अब हम तो क्या सारी दुनिया, सारी दुनिया से कहती है | ||
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं | हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं |
13:24, 21 जनवरी 2012 का अवतरण
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होठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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