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*सरोद की सभी तंत्रियाँ धातु की बनी होती हैं। | *सरोद की सभी तंत्रियाँ धातु की बनी होती हैं। | ||
*सरोद में ताँत और [[लोहा|लोहे]] के तार लगे रहते हैं और इसके आगे का हिस्सा | *सरोद में ताँत और [[लोहा|लोहे]] के तार लगे रहते हैं और इसके आगे का हिस्सा चमड़े से मढ़ा रहता है। | ||
*सरोद को लकड़ी के छोटे टुकड़े जीवा से बजाते हैं। | *सरोद को लकड़ी के छोटे टुकड़े जीवा से बजाते हैं। | ||
14:09, 26 जनवरी 2012 के समय का अवतरण
सरोद एक वाद्य यंत्र है। सरोद पोली लकड़ी का बना तत वाद्य है, जो अपेक्षाकृत उथला होता है।
- सरोद का निचला सिरा गोलाकार होता है।
- ऊपर की ओर दंड की चौड़ाई कम होती जाती है। दंड पर धातु की पत्ती चढ़ी होती है।
- सरोद पर चार मुख्य तंत्रियाँ, चार सहायक तंत्रियाँ तथा लगभग एक दर्जन तरब की तंत्रियाँ लगी होती हैं।
- सरोद की सभी तंत्रियाँ धातु की बनी होती हैं।
- सरोद में ताँत और लोहे के तार लगे रहते हैं और इसके आगे का हिस्सा चमड़े से मढ़ा रहता है।
- सरोद को लकड़ी के छोटे टुकड़े जीवा से बजाते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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