"हिन्दी सामान्य ज्ञान 20": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "पुरातत्त्व" to "पुरातत्त्व") |
No edit summary |
||
पंक्ति 78: | पंक्ति 78: | ||
-[[बीसलदेव|महाराज बीसलदेव]] के | -[[बीसलदेव|महाराज बीसलदेव]] के | ||
+[[पृथ्वीराज चौहान]] के | +[[पृथ्वीराज चौहान]] के | ||
-महाराज हम्मीर के | -महाराज [[हम्मीर देव|हम्मीर]] के | ||
||[[चित्र:Prithvi-Raj-Chauhan-Statue-Ajmer.jpg|right|120px|पृथ्वीराज चौहान]][[कन्नौज]] के शासक [[जयचंद्र]] की पुत्री संयोगिता [[पृथ्वीराज चौहान]] से प्रेम करती थी, और पृथ्वीराज उसे भगा ले गए थे। इस घटना के कारण जयचंद्र क्रोध से भर गया था। पर अब अनेक इतिहासकार इस कथन को स्वीकार नहीं करते। यह कहानी बहुत बाद में कवि [[चंदबरदाई]] ने लिखी, जो कि पृथ्वीराज चौहान के दरबार के राजकवि थे। यथार्थ में इन दोनों राजाओं के बीच पुरानी दुश्मनी थी और इसी कारण से जयचंद्र ने [[मुहम्मद गोरी]] के विरुद्ध पृथ्वीराज का साथ नहीं दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पृथ्वीराज चौहान]] | ||[[चित्र:Prithvi-Raj-Chauhan-Statue-Ajmer.jpg|right|120px|पृथ्वीराज चौहान]][[कन्नौज]] के शासक [[जयचंद्र]] की पुत्री संयोगिता [[पृथ्वीराज चौहान]] से प्रेम करती थी, और पृथ्वीराज उसे भगा ले गए थे। इस घटना के कारण जयचंद्र क्रोध से भर गया था। पर अब अनेक इतिहासकार इस कथन को स्वीकार नहीं करते। यह कहानी बहुत बाद में कवि [[चंदबरदाई]] ने लिखी, जो कि पृथ्वीराज चौहान के दरबार के राजकवि थे। यथार्थ में इन दोनों राजाओं के बीच पुरानी दुश्मनी थी और इसी कारण से जयचंद्र ने [[मुहम्मद गोरी]] के विरुद्ध पृथ्वीराज का साथ नहीं दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पृथ्वीराज चौहान]] | ||
09:40, 6 मार्च 2012 का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
- इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- भाषा प्रांगण, हिन्दी भाषा
पन्ने पर जाएँ
|
पन्ने पर जाएँ
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान