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'''बद्रीनाथ प्रसाद''' प्रसिद्ध गणितज्ञ (जन्म [[उत्तर प्रदेश]] [[आजमगढ़ ज़िला|आजमगढ़ ज़िले]] में [[12 जनवरी]], [[1899]] ई. मृत्यु [[18 जनवरी]], [[1966]] ई.) थे। बद्रीनाथ प्रसाद को सन 1963 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।  
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==शिक्षा==
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==पुरस्कार==
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गणित के क्षेत्र में योगदान के लिए [[1963]] में [[भारत]] सरकार ने आपको ‘[[पद्म भूषण]]’ के सम्मान से विभूषित किया और [[1964]] में राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।  
गणित के क्षेत्र में योगदान के लिए 1963 में [[भारत]] सरकार ने आपको ‘पद्म भूषण’ के सम्मान से विभूषित किया और [[1964]] में राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।  


==निधन==  
==निधन==  
बद्रीनाथ प्रसाद का देहांत 18 जनवरी, 1966 ई. को हृदय की गति रूक जाने के कारण हो गया।  
बद्रीनाथ प्रसाद का देहांत 18 जनवरी, 1966 ई. में हृदय की गति रूक जाने के कारण हो गया।  





07:08, 29 मार्च 2012 का अवतरण

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बद्रीनाथ प्रसाद प्रसिद्ध गणितज्ञ (जन्म उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ज़िले में 12 जनवरी, 1899 ई. मृत्यु 18 जनवरी, 1966 ई.) थे। बद्रीनाथ प्रसाद को सन 1963 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

शिक्षा

पटना और वाराणसी के विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए वे विदेश गए और लिवरपूल विश्वविद्यालय से गणित में पी. एच. डी. और पेरिस विश्वविद्यालय से डी. एस. सी. की उपाधियाँ प्राप्त की थी।

कार्यकाल

विदेश से वापस आने पर वे कुछ समय तक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय चले गये और वहां गणित विभाग के अध्यक्ष पद पर रहे। आप ‘इंडियन मैथमैटिकल सोसाइटी’ और ‘विज्ञान परिषद’ के अध्यक्ष थे। 1965 में आपने भारतीय विज्ञान कांग्रेस की अध्यक्षता की।

पुरस्कार

गणित के क्षेत्र में योगदान के लिए 1963 में भारत सरकार ने आपको ‘पद्म भूषण’ के सम्मान से विभूषित किया और 1964 में राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।

निधन

बद्रीनाथ प्रसाद का देहांत 18 जनवरी, 1966 ई. में हृदय की गति रूक जाने के कारण हो गया।


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