"ये देश है वीर जवानों का": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - " फिल्म" to " फ़िल्म")
पंक्ति 19: पंक्ति 19:
{{Poemclose}}
{{Poemclose}}


* फिल्म : नया दौर
* फ़िल्म : नया दौर
* संगीतकार :  
* संगीतकार :  
* गायक :   
* गायक :   

12:38, 9 अप्रैल 2012 का अवतरण

इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

ये देश है वीर जवानों का, अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों क्या कहना, ये देश है दुनिया का गहना

यहाँ चौड़ी छाती वीरों की, यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में, मचती में धूमें बस्ती में

पेड़ों में बहारें झूलों की, राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन बालों में, खिलती हैं कलियाँ गालों में

कहीं दंगल शोख जवानों के, कहीं करतब तीर कमानों के
यहाँ नित नित मेले सजते हैं, नित ढोल और ताशे बजते हैं

दिलबर के लिये दिलदार हैं हम, दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदां में अगर हम डट जाएं, मुश्किल है कि पीछे हट जाएं

  • फ़िल्म : नया दौर
  • संगीतकार :
  • गायक :
  • रचनाकार : साहिर लुधियानवी


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख