"भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी": अवतरणों में अंतर
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<div style="font-size:16px; text-align:center;">[[भारतकोश सम्पादकीय 14 अप्रॅल 2012]]</div> | |||
[[चित्र:Sea-pirate.jpg|100px|border|right|link=भारतकोश सम्पादकीय 14 अप्रॅल 2012]] | |||
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[[भारतकोश सम्पादकीय 14 अप्रॅल 2012|एक महान डाकू की शोक सभा]] | |||
वो ज़माना ही ऐसा था... उस ज़माने में डक़ैती डालने में एक लगन होती थी... एक रचनात्मक दृष्टिकोण होता था। जो आज बहुत ही कम देखने में आता है। | |||
मुझे भी कई बार मूलाजी के साथ डक़ैतियों पर जाने का अवसर मिला। आ हा हा! क्या डक़ैती डालते थे मूलाजी। कम से कम ख़र्च में एक सुंदर डक़ैती डालना उनके बाँए हाथ का खेल था। [[भारतकोश सम्पादकीय 14 अप्रॅल 2012|पूरा पढ़ें]] | |||
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16:10, 14 अप्रैल 2012 का अवतरण
भारतकोश साप्ताहिक सम्पादकीय लेख सूची
एक महान डाकू की शोक सभा |
सत्ता का रंग |
उकसाव का इमोशनल अत्याचार |
गुड़ का सनीचर |
ज़माना |
राज की नीति |
कौऔं का वायरस |
छापाख़ाने का आभार |
बात का घाव |
चिल्ला जाड़ा |