"अरुन्धती": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
[[Category:पौराणिक कोश]]
[[Category:पौराणिक कोश]]
[[Category:ॠषि मुनि]]
[[Category:ॠषि मुनि]]
[[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]]
<br />
<br />
{{ॠषि-मुनि}}
{{ॠषि-मुनि}}


__INDEX__
__INDEX__

10:22, 29 मई 2010 का अवतरण

  • वसिष्ठ पत्नी, इसका पर्याय है अक्षमाला ।
  • भागवत के अनुसार अरुन्धती कर्दम मुनि की महासाध्वी कन्या थी ।
  • आकाश में सप्तर्षियों के मध्य वसिष्ठ के पास अरुन्धती का तारा रहता है । जिसकी आयु पूर्ण हो चुकी है, वह इसको नहीं देख पाता: दीपक बुझने की गन्ध, मित्रों के वचन और अरुन्धती तारे को व्यतीत आयु वाले न सूँघते ,न सुनते और न देखते हैं । [1]
  • विवाह में सप्तपदी गमन के अनन्तर वर मन्त्र का उच्चारण करता हुआ वधू को अरुन्धती का दर्शन कराता है । अरुन्धती स्थायी विवाह सम्बन्ध का प्रतीक है ।

टीका-टिप्पणी

  1. दीपनिर्वाणगन्धच्च सुहद्वाक्यमरुन्धतीम् । न जिघ्रन्ति न श्रृण्वन्ति न पश्यन्ति गतायुष:॥