"जामा मस्जिद दिल्ली": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " सन " to " सन् ") |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=दिल्ली|लेख का नाम=दिल्ली}} | |||
[[चित्र:Jama-Masjid-Delhi.jpg|thumb|250px|जामा मस्जिद, [[दिल्ली]]<br /> Jama Masjid, Delhi]] | [[चित्र:Jama-Masjid-Delhi.jpg|thumb|250px|जामा मस्जिद, [[दिल्ली]]<br /> Jama Masjid, Delhi]] | ||
[[भारत]] | '''जामा मस्जिद दिल्ली''' [[भारत]] की सबसे बड़ी मस्जिद है। जामा मस्जिद [[लाल क़िला|लाल क़िले]] से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। सन् 1650 ई. में [[शाहजहाँ]] ने इस मस्जिद का निर्माण शुरू करवाया था। जामा मस्जिद को बनने में 6 वर्ष का समय और 10 लाख रुपए लगे थे। [[चित्र:Jama-Masjid-Delhi-2.jpg|thumb|250px|left|जामा मस्जिद, [[दिल्ली]]<br /> Jama Masjid, Delhi]] जामा मस्जिद बहुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से निर्मित है। इस मस्जिद में उत्तर और दक्षिण द्वारों से प्रवेश किया जा सकता है। जामा मस्जिद का पूर्वी द्वार केवल [[शुक्रवार]] को ही खुलता है। इस द्वार के बारे में कहा जाता है कि सुल्तान इसी द्वार का प्रयोग करते थे। जामा मस्जिद का प्रार्थना गृह बहुत ही सुंदर है। इसमें ग्यारह मेहराब हैं जिसमें बीच वाला मेहराब अन्य से कुछ बड़ा है। इसके ऊपर बने गुंबदों को सफ़ेद और काले संगमरमर से सजाया गया है जो निज़ामुद्दीन दरगाह की याद दिलाते हैं। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार= | |आधार= |
11:07, 12 मई 2012 का अवतरण
![]() |
एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- दिल्ली |
![](/w/images/thumb/3/34/Jama-Masjid-Delhi.jpg/250px-Jama-Masjid-Delhi.jpg)
Jama Masjid, Delhi
जामा मस्जिद दिल्ली भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है। जामा मस्जिद लाल क़िले से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। सन् 1650 ई. में शाहजहाँ ने इस मस्जिद का निर्माण शुरू करवाया था। जामा मस्जिद को बनने में 6 वर्ष का समय और 10 लाख रुपए लगे थे।
![](/w/images/thumb/d/df/Jama-Masjid-Delhi-2.jpg/250px-Jama-Masjid-Delhi-2.jpg)
Jama Masjid, Delhi
जामा मस्जिद बहुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से निर्मित है। इस मस्जिद में उत्तर और दक्षिण द्वारों से प्रवेश किया जा सकता है। जामा मस्जिद का पूर्वी द्वार केवल शुक्रवार को ही खुलता है। इस द्वार के बारे में कहा जाता है कि सुल्तान इसी द्वार का प्रयोग करते थे। जामा मस्जिद का प्रार्थना गृह बहुत ही सुंदर है। इसमें ग्यारह मेहराब हैं जिसमें बीच वाला मेहराब अन्य से कुछ बड़ा है। इसके ऊपर बने गुंबदों को सफ़ेद और काले संगमरमर से सजाया गया है जो निज़ामुद्दीन दरगाह की याद दिलाते हैं।
|
|
|
|
|