"कमला प्रसाद बिसेसर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''कमला प्रसाद बिसेसर''' कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Kamla Prasad Bissessar.jpg|thumb|220px|कमला प्रसाद बिसेसर]]
'''कमला प्रसाद बिसेसर''' कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं टोबैगो की वर्तमान महिला [[प्रधानमंत्री]] हैं, जो भारतीय मूल की हैं। वे त्रिनिनाद एवं टोबैगो की सातवीं किन्तु प्रथम महिला प्रधानमंत्री हैं। कमला प्रसाद ने [[26 मई]], [[2010]] को प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया, जब उनके मिश्रित दलों ने चुनाव जीतकर सत्ता की बागडोर संभाली।
'''कमला प्रसाद बिसेसर''' कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं टोबैगो की वर्तमान महिला [[प्रधानमंत्री]] हैं, जो भारतीय मूल की हैं। वे त्रिनिनाद एवं टोबैगो की सातवीं किन्तु प्रथम महिला प्रधानमंत्री हैं। कमला प्रसाद ने [[26 मई]], [[2010]] को प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया, जब उनके मिश्रित दलों ने चुनाव जीतकर सत्ता की बागडोर संभाली।
==राजनीतिक सफर==
==राजनीतिक सफर==

13:43, 23 मई 2012 का अवतरण

कमला प्रसाद बिसेसर

कमला प्रसाद बिसेसर कैरेबियन द्वीप त्रिनिनाद एवं टोबैगो की वर्तमान महिला प्रधानमंत्री हैं, जो भारतीय मूल की हैं। वे त्रिनिनाद एवं टोबैगो की सातवीं किन्तु प्रथम महिला प्रधानमंत्री हैं। कमला प्रसाद ने 26 मई, 2010 को प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया, जब उनके मिश्रित दलों ने चुनाव जीतकर सत्ता की बागडोर संभाली।

राजनीतिक सफर

कमला प्रसाद बिसेसर 'यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस' की नेत्री हैं। वे त्रिनिनाद एवं टोबैगो की प्रथम एटॉर्नी जनरल, कार्यवाहक प्रधानमंत्री और विपक्ष की नेता भी रह चुकी हैं। उन्हें राष्ट्रपति जॉर्ज मैक्सवेल रिचर्ड्स ने देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। कमला प्रसाद के कुशल नेतृत्व में 'यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस' एवं पाँच दलों के गठबंधन को संसद की 41 सीटों में से 29 सीटों पर विजय प्राप्त हुई थी।

भारत से सम्बन्ध

बिसेसर का भारत के भेलपुर गाँव, बक्सर ज़िला, बिहार राज्य से सम्बन्ध रहा है। भेलपुर उनके पूर्वजों का गाँव है। बिसेसर के परदादा 'रामलखन' वर्ष 1889 ई. में कोलकता (भूतपूर्व 'कलकत्ता') से त्रिनिदाद गए थे। एक स्टीमर टिकट के आधार पर ब्रिटिश शासन में विदेश जाने वाले यात्रियों के आवेदन की जाँच के दौरान भेलुपुर गाँव का नाम प्राप्त हुआ था। इसके बाद रामलखन के खतियान और पंजीकरण कार्यालय के कागजातों के आधार पर लोग यहाँ तक पहुँच सके। इसके बाद ही बिसेसर को अपने पूर्वजों के गाँव की जानकारी मिल सकी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख