"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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-[[11 नवम्बर]], [[1943]] ई. में | -[[11 नवम्बर]], [[1943]] ई. में | ||
-[[11 दिसम्बर]], [[1944]] ई. में | -[[11 दिसम्बर]], [[1944]] ई. में | ||
||[[चित्र:Jayaprakash-Narayan-2.jpg|right|100px|जयप्रकाश नारायण का डाक टिकट]]'द्वितीय विश्व युद्ध' में [[ब्रिटेन|ग्रेट ब्रिटेन]] के पक्ष में [[भारत]] की भागीदारी का विरोध करने के कारण [[1939]] में [[जयप्रकाश नारायण]] को गिरफ़्तार कर लिया गया, जयप्रकाश जी को [[हज़ारीबाग़]] की जेल में क़ैद किया गया था। अब जयप्रकाश जी जेल से भागने की योजना बनाने लगे। इसी बीच [[दीपावली]] का त्योहार आया और जेलर साहब ने जश्न मनाने हेतु नाच-गाने का भव्य प्रोग्राम तैयार किया। लोग मस्ती में झूम रहे थे। इसी बीच जब नाच-गाने का कार्यक्रम हुआ तो [[9 नवम्बर]], [[1942]] को जयप्रकाश अपने छ: सहयोगियों के साथ धोती बांधकर जेल परिसर को लांघ गए।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जयप्रकाश नारायण]] | |||
{[[बिहार]] विधान सभा में पहली बार 'पृथक झारखण्ड' | {[[बिहार]] विधान सभा में पहली बार 'पृथक झारखण्ड प्रस्ताव' कब पारित हुआ? | ||
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-[[15 जुलाई]], [[1997]] को | -[[15 जुलाई]], [[1997]] को | ||
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+नोआमुंडी | +नोआमुंडी | ||
{'[[हो जाति|हो]]' जनजाति के घरों के किनारे पर निर्मित पूर्वजों का 'पूजा स्थल' कहलाता है | {'[[हो जाति|हो]]' जनजाति के घरों के किनारे पर निर्मित पूर्वजों का 'पूजा स्थल' क्या कहलाता है? | ||
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+आदिंग | +आदिंग | ||
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||[[चित्र:Damodar-River.jpg|right|120px|दामोदर नदी]]दामोदर नदी [[छोटा नागपुर]] की पहाड़ियों से 610 मीटर की ऊँचाई से निकलकर लगभग 290 किलोमीटर [[झारखण्ड]] में प्रवाहित होने के बाद [[पश्चिम बंगाल]] में प्रवेश कर 240 किलोमीटर प्रवाहित होकर [[हुगली नदी]] में मिल जाती है। झारखण्ड में इसे 'देवनद' के नाम से जाना जाता है। पहले [[दामोदर नदी]] अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। इस नदी को पहले 'बंगाल का शोक' कहा जाता था। इसकी सहायक नदियों में कोनार तथा [[बराकर नदी|बराकर]] प्रमुख हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दामोदर नदी]] | ||[[चित्र:Damodar-River.jpg|right|120px|दामोदर नदी]]दामोदर नदी [[छोटा नागपुर]] की पहाड़ियों से 610 मीटर की ऊँचाई से निकलकर लगभग 290 किलोमीटर [[झारखण्ड]] में प्रवाहित होने के बाद [[पश्चिम बंगाल]] में प्रवेश कर 240 किलोमीटर प्रवाहित होकर [[हुगली नदी]] में मिल जाती है। झारखण्ड में इसे 'देवनद' के नाम से जाना जाता है। पहले [[दामोदर नदी]] अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। इस नदी को पहले 'बंगाल का शोक' कहा जाता था। इसकी सहायक नदियों में कोनार तथा [[बराकर नदी|बराकर]] प्रमुख हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दामोदर नदी]] | ||
{[[बिरसा मुंडा]] को आम जनजातियाँ क्या कहती थीं?|type="()"} | {[[बिरसा मुंडा]] को आम जनजातियाँ क्या कहती थीं? | ||
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-धरती पुत्र | -धरती पुत्र | ||
+धरती बाबा | +धरती बाबा |
05:36, 3 जुलाई 2012 का अवतरण
झारखण्ड सामान्य ज्ञान
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