"अजितसेन": अवतरणों में अंतर
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*ये भी वि. सं. 18वीं शती के तार्किक हैं। | *ये भी वि. सं. 18वीं शती के तार्किक हैं। | ||
*इन्होंने 'परीक्षामुख' पर 'न्यायमणिदीपिका' नाम की व्याख्या लिखी है, जो उसकी पाँचवीं टीका है। | *इन्होंने 'परीक्षामुख' पर 'न्यायमणिदीपिका' नाम की व्याख्या लिखी है, जो उसकी पाँचवीं टीका है। | ||
*इसका उल्लेख [[चारुकीर्ति भट्टारक|चारुकीर्ति]] ने 'प्रमेयरत्नालंकार< | *इसका उल्लेख [[चारुकीर्ति भट्टारक|चारुकीर्ति]] ने 'प्रमेयरत्नालंकार<ref>प्रमेयरत्नालंकार,पृ0 181</ref> में किया है। | ||
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आचार्य अजितसेन
- ये भी वि. सं. 18वीं शती के तार्किक हैं।
- इन्होंने 'परीक्षामुख' पर 'न्यायमणिदीपिका' नाम की व्याख्या लिखी है, जो उसकी पाँचवीं टीका है।
- इसका उल्लेख चारुकीर्ति ने 'प्रमेयरत्नालंकार[1] में किया है।
टीका टिप्पणी
- ↑ प्रमेयरत्नालंकार,पृ0 181