"विमलेश कांति वर्मा": अवतरणों में अंतर
आरुष परिहार (वार्ता | योगदान) (''''डॉ. विमलेश कांति वर्मा''' (अंग्रेज़ी: ''Vimlesh Kanti Verma'') ने पि...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
आरुष परिहार (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{सूचना बक्सा प्रसिद्ध व्यक्तित्व | |||
|चित्र=Vimlesh-kanti-verma.jpg | |||
|चित्र का नाम=विमलेश कांति वर्मा | |||
|पूरा नाम=विमलेश कांति वर्मा | |||
|अन्य नाम= | |||
|जन्म=[[जुलाई]], [[1943]] | |||
|जन्म भूमि= | |||
|मृत्यु= | |||
|मृत्यु स्थान= | |||
|अविभावक= | |||
|पति/पत्नी= | |||
|संतान= | |||
|गुरु= | |||
|कर्म भूमि= | |||
|कर्म-क्षेत्र= | |||
|मुख्य रचनाएँ= | |||
|विषय= | |||
|खोज= | |||
|भाषा= | |||
|शिक्षा=एम.ए. और डी. फ़िल | |||
|विद्यालय=[[इलाहाबाद विश्वविद्यालय]] | |||
|पुरस्कार-उपाधि=[[महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार]] | |||
|प्रसिद्धि= | |||
|विशेष योगदान=अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, कोश निर्माण, पाठालोचन, अनुवाद में उल्लेखनीय योगदान है। | |||
|नागरिकता=भारतीय | |||
|संबंधित लेख= | |||
|शीर्षक 1= | |||
|पाठ 1= | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|शीर्षक 3= | |||
|पाठ 3= | |||
|शीर्षक 4= | |||
|पाठ 4= | |||
|शीर्षक 5= | |||
|पाठ 5= | |||
|अन्य जानकारी=विमलेश कांति वर्मा वर्तमान में [[हिन्दी अकादमी]], [[दिल्ली]] के उपाध्यक्ष हैं। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन={{अद्यतन|17:52, 6 अक्टूबर 2012 (IST)}} | |||
}} | |||
'''डॉ. विमलेश कांति वर्मा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vimlesh Kanti Verma'') ने पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से निरंतर अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, कोश निर्माण, पाठालोचन, अनुवाद और सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में अपनी देश-विदेश में सशक्त उपस्थिति दर्ज़ कराई है। | '''डॉ. विमलेश कांति वर्मा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Vimlesh Kanti Verma'') ने पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से निरंतर अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, कोश निर्माण, पाठालोचन, अनुवाद और सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में अपनी देश-विदेश में सशक्त उपस्थिति दर्ज़ कराई है। | ||
==हिंदी शिक्षण== | ==हिंदी शिक्षण== | ||
भारतीय लोकवार्ता और प्रवासी भारतीय हिंदी साहित्य के अध्ययन और अनुसंधान के अलावा विदेशी भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण में आपकी विशेष रुचि रही है। डॉ. वर्मा ने विदेशियों के लिए हिंदी के विविध स्तरीय पाठ्यक्रमों का निर्माण करने के साथ-साथ प्रभावी शिक्षण विधियों का भी विकास किया और स्तरीकृत शिक्षण सामग्री भी तैयार की। आपने विशेषतः फ़िजी, मॉरिशस, सूरीनाम और दक्षिण अफ़्रीका में प्रवासी भारतीयों द्वारा रचे जा रहे सृजनात्मक हिंदी साहित्य की विशिष्ट भाषिक शैलियों पर गंभीर अध्ययन-अनुसंधान किया है। | भारतीय लोकवार्ता और प्रवासी भारतीय हिंदी साहित्य के अध्ययन और अनुसंधान के अलावा विदेशी भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण में आपकी विशेष रुचि रही है। डॉ. वर्मा ने विदेशियों के लिए हिंदी के विविध स्तरीय पाठ्यक्रमों का निर्माण करने के साथ-साथ प्रभावी शिक्षण विधियों का भी विकास किया और स्तरीकृत शिक्षण सामग्री भी तैयार की। आपने विशेषतः फ़िजी, मॉरिशस, सूरीनाम और दक्षिण अफ़्रीका में प्रवासी भारतीयों द्वारा रचे जा रहे सृजनात्मक हिंदी साहित्य की विशिष्ट भाषिक शैलियों पर गंभीर अध्ययन-अनुसंधान किया है। | ||
==हिन्दी का प्रचार-प्रसार== | ==हिन्दी का प्रचार-प्रसार== | ||
हिंदी के अंतरराष्ट्रीय प्रचार-प्रसार का दृढ़ संकल्प लिए डॉ. विमलेश कांति वर्मा टोरंटो विश्वाविद्यालय, कनाडा; सोफ़िया विश्वरविद्यालय, बल्ग़ारिया और साउथ पेसिफ़िक विश्वाविद्यालय, फ़िजी में [[हिंदी भाषा]] और साहित्य का अध्यापन और विदेशी हिंदी शिक्षकों के प्रशिक्षण के अलावा विभिन्न विश्व हिंदी सम्मेलनों और क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलनों में सक्रिय सहभागिता कर चुके हैं। भारतीय राजनयिक के तौर पर आप फ़िजी स्थित भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव (हिंदी और शिक्षा) के महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वाह कर चुके हैं। | हिंदी के अंतरराष्ट्रीय प्रचार-प्रसार का दृढ़ संकल्प लिए डॉ. विमलेश कांति वर्मा टोरंटो विश्वाविद्यालय, कनाडा; सोफ़िया विश्वरविद्यालय, बल्ग़ारिया और साउथ पेसिफ़िक विश्वाविद्यालय, फ़िजी में [[हिंदी भाषा]] और साहित्य का अध्यापन और विदेशी हिंदी शिक्षकों के प्रशिक्षण के अलावा विभिन्न विश्व हिंदी सम्मेलनों और क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलनों में सक्रिय सहभागिता कर चुके हैं। भारतीय राजनयिक के तौर पर आप फ़िजी स्थित भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव (हिंदी और शिक्षा) के महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वाह कर चुके हैं। | ||
==सम्मान एवं पुरस्कार== | ==सम्मान एवं पुरस्कार== | ||
अनेक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत हिंदी के समर्पित शिक्षक-यायावर डॉ. विमलेश कांति वर्मा को '[[केंद्रीय हिंदी संस्थान]]' ने 'महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार' से सम्मानित किया है। | * अनेक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत हिंदी के समर्पित शिक्षक-यायावर डॉ. विमलेश कांति वर्मा को '[[केंद्रीय हिंदी संस्थान]]' ने '[[महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार]]' से सम्मानित किया है। | ||
* आपने बल्ग़ारियन भाषा की अनेक कालजयी कृतियों का हिंदी में अनुवाद किया है, जिसके लिए बल्ग़ारिया सरकार की ओर से आपको दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किए गए। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 58: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category: | [[Category:चरित कोश]][[Category:भाषा कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ |
12:22, 6 अक्टूबर 2012 का अवतरण
विमलेश कांति वर्मा
| |
पूरा नाम | विमलेश कांति वर्मा |
जन्म | जुलाई, 1943 |
शिक्षा | एम.ए. और डी. फ़िल |
विद्यालय | इलाहाबाद विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार |
विशेष योगदान | अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, कोश निर्माण, पाठालोचन, अनुवाद में उल्लेखनीय योगदान है। |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | विमलेश कांति वर्मा वर्तमान में हिन्दी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष हैं। |
अद्यतन | 17:52, 6 अक्टूबर 2012 (IST)
|
डॉ. विमलेश कांति वर्मा (अंग्रेज़ी: Vimlesh Kanti Verma) ने पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से निरंतर अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, कोश निर्माण, पाठालोचन, अनुवाद और सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में अपनी देश-विदेश में सशक्त उपस्थिति दर्ज़ कराई है।
हिंदी शिक्षण
भारतीय लोकवार्ता और प्रवासी भारतीय हिंदी साहित्य के अध्ययन और अनुसंधान के अलावा विदेशी भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण में आपकी विशेष रुचि रही है। डॉ. वर्मा ने विदेशियों के लिए हिंदी के विविध स्तरीय पाठ्यक्रमों का निर्माण करने के साथ-साथ प्रभावी शिक्षण विधियों का भी विकास किया और स्तरीकृत शिक्षण सामग्री भी तैयार की। आपने विशेषतः फ़िजी, मॉरिशस, सूरीनाम और दक्षिण अफ़्रीका में प्रवासी भारतीयों द्वारा रचे जा रहे सृजनात्मक हिंदी साहित्य की विशिष्ट भाषिक शैलियों पर गंभीर अध्ययन-अनुसंधान किया है।
हिन्दी का प्रचार-प्रसार
हिंदी के अंतरराष्ट्रीय प्रचार-प्रसार का दृढ़ संकल्प लिए डॉ. विमलेश कांति वर्मा टोरंटो विश्वाविद्यालय, कनाडा; सोफ़िया विश्वरविद्यालय, बल्ग़ारिया और साउथ पेसिफ़िक विश्वाविद्यालय, फ़िजी में हिंदी भाषा और साहित्य का अध्यापन और विदेशी हिंदी शिक्षकों के प्रशिक्षण के अलावा विभिन्न विश्व हिंदी सम्मेलनों और क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलनों में सक्रिय सहभागिता कर चुके हैं। भारतीय राजनयिक के तौर पर आप फ़िजी स्थित भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव (हिंदी और शिक्षा) के महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वाह कर चुके हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
- अनेक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत हिंदी के समर्पित शिक्षक-यायावर डॉ. विमलेश कांति वर्मा को 'केंद्रीय हिंदी संस्थान' ने 'महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार' से सम्मानित किया है।
- आपने बल्ग़ारियन भाषा की अनेक कालजयी कृतियों का हिंदी में अनुवाद किया है, जिसके लिए बल्ग़ारिया सरकार की ओर से आपको दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किए गए।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख