"चमरोत्पात": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''चमरोत्पात''' जैन साहित्य के सर्वप्राचीन आगम [[ग्रं...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
*कई अन्य अज्ञात तीर्थ, जिनका उल्लेख इस ग्रंथ में हुआ है, वे इस प्रकार हैं- | *कई अन्य अज्ञात तीर्थ, जिनका उल्लेख इस ग्रंथ में हुआ है, वे इस प्रकार हैं- | ||
#गजाग्रपद | #[[गजाग्रपद]] | ||
#रथावर्त | #रथावर्त | ||
05:44, 8 नवम्बर 2012 के समय का अवतरण
चमरोत्पात जैन साहित्य के सर्वप्राचीन आगम ग्रंथ 'एकादश अंगादि' में उल्लिखित एक तीर्थ स्थान है, किन्तु इसका पता अब नहीं है।[1]
- कई अन्य अज्ञात तीर्थ, जिनका उल्लेख इस ग्रंथ में हुआ है, वे इस प्रकार हैं-
- गजाग्रपद
- रथावर्त
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 327 |