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;सूर फ़ातिहा
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1:2 - तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है।<br />
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11:06, 19 नवम्बर 2012 का अवतरण

सूर फ़ातिहा

1:1 - अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
1:2 - तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है।
1:3 - रहमान और रहीम है।
1:4 - रोज़े जज़ा का मालिक है।
1:5 - हम तेरी ही इबादत करते हैं, और तुझ ही से मदद मांगते है।
1:6 - हमें सीधा रास्ता दिखा।
1:7 - उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया, जो माअतूब नहीं हुए, जो भटके हुए नहीं है।


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