"राष्ट्रीय महिला आयोग": अवतरणों में अंतर
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*महिला आयोग का कार्य महिलाओं के संवैधानिक हित और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू करना होता है। | *महिला आयोग का कार्य महिलाओं के संवैधानिक हित और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू करना होता है। | ||
*इस आयोग की पहली अध्यक्ष 'जयंती पटनायक' थीं। | *इस आयोग की पहली अध्यक्ष 'जयंती पटनायक' थीं। | ||
*राष्ट्रीय महिला आयोग एक ऐसी इकाई है, जो शिकायत या स्वतः संज्ञान के आधार पर महिलाओं के संवैधानिक हितों और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू कराती है। | *राष्ट्रीय महिला आयोग एक ऐसी इकाई है, जो शिकायत या स्वतः संज्ञान के आधार पर महिलाओं के संवैधानिक हितों और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू कराती है।<ref>{{cite web |url=http://www.careersalah.com/indept-gov-agencies.htm |title=भारत की प्रमुख स्वतंत्र संस्थाएँ|accessmonthday= 14 दिसम्बर|accessyear= 2012|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=[[हिन्दी]]}}</ref> | ||
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06:55, 14 दिसम्बर 2012 का अवतरण
राष्ट्रीय महिला आयोग का गठन भारतीय संसद द्वारा सन 1990 में पारित अधिनियम के तहत जनवरी, 1992 में एक संवैधानिक निकाय के रूप में किया गया था।
- महिला आयोग का कार्य महिलाओं के संवैधानिक हित और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू करना होता है।
- इस आयोग की पहली अध्यक्ष 'जयंती पटनायक' थीं।
- राष्ट्रीय महिला आयोग एक ऐसी इकाई है, जो शिकायत या स्वतः संज्ञान के आधार पर महिलाओं के संवैधानिक हितों और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू कराती है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत की प्रमुख स्वतंत्र संस्थाएँ (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2012।