"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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||'वाडीवाश का युद्ध' वर्ष 1760 में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] और [[फ़्राँसीसी|फ़्राँसीसियों]] के मध्य लड़ा गया था। युद्ध में फ़्राँसीसियों की हार हुई और उन्हें [[पाण्डिचेरी]] अंग्रेज़ों को सौंपना पड़ा। इस विजय के साथ ही अंग्रेज़ों ने [[भारत]] में फ्राँसीसियों की राजनीतिक शक्ति पूरी तरह से समाप्त कर दी। इसके बाद 1763 ई. में सम्पन्न हुई 'पेरिस सन्धि' के द्वारा अंग्रेज़ों ने [[चन्द्रनगर]] को छोड़कर शेष अन्य प्रदेश, जो फ़्राँसीसियों के अधिकार में 1749 ई. तक थे, वापस कर दिये और ये क्षेत्र भारत के स्वतंत्र होने तक इनके पास बने रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वाडीवाश का युद्ध]] | ||'वाडीवाश का युद्ध' वर्ष 1760 में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] और [[फ़्राँसीसी|फ़्राँसीसियों]] के मध्य लड़ा गया था। युद्ध में फ़्राँसीसियों की हार हुई और उन्हें [[पाण्डिचेरी]] अंग्रेज़ों को सौंपना पड़ा। इस विजय के साथ ही अंग्रेज़ों ने [[भारत]] में फ्राँसीसियों की राजनीतिक शक्ति पूरी तरह से समाप्त कर दी। इसके बाद 1763 ई. में सम्पन्न हुई 'पेरिस सन्धि' के द्वारा अंग्रेज़ों ने [[चन्द्रनगर]] को छोड़कर शेष अन्य प्रदेश, जो फ़्राँसीसियों के अधिकार में 1749 ई. तक थे, वापस कर दिये और ये क्षेत्र भारत के स्वतंत्र होने तक इनके पास बने रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वाडीवाश का युद्ध]] | ||
{[[लॉर्ड लॉरेंस]] के कार्यकाल में पारित 'पंजाब टेनेन्सी एक्ट' का प्रमुख उद्देश्य क्या था? | {[[लॉर्ड पेथिक लॉरेंस]] के कार्यकाल में पारित 'पंजाब टेनेन्सी एक्ट' का प्रमुख उद्देश्य क्या था? | ||
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+कृषकों के दखल अधिकारों की सुरक्षा। | +कृषकों के दखल अधिकारों की सुरक्षा। | ||
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-भू-स्वामियों का दमन। | -भू-स्वामियों का दमन। | ||
-भू-स्वामियों की वफादारी हासिल करना। | -भू-स्वामियों की वफादारी हासिल करना। | ||
||[[चित्र:Lord Pethick Lawrence.jpg|right|80px|पेथिक लॉरेंस और गाँधीजी]]पेथिक लॉरेंस [[भारत]] में आने वाले [[अंग्रेज़]] '[[साइमन कमीशन]]' का एक सदस्य और उसका अध्यक्ष था। 'साइमन कमीशन' भारत में [[22 जनवरी]], [[1946]] ई. को आया था। [[पेथिक लॉरेंस]] भारत को स्वाधीनता प्रदान किये जाने का पक्षधर था। | ||[[चित्र:Lord Pethick Lawrence.jpg|right|80px|पेथिक लॉरेंस और गाँधीजी]]लॉर्ड पेथिक लॉरेंस [[भारत]] में आने वाले [[अंग्रेज़]] '[[साइमन कमीशन]]' का एक सदस्य और उसका अध्यक्ष था। 'साइमन कमीशन' भारत में [[22 जनवरी]], [[1946]] ई. को आया था। [[लॉर्ड पेथिक लॉरेंस]] भारत को स्वाधीनता प्रदान किये जाने का पक्षधर था। उसने अपना यह कथन भी दिया कि "भारत में [[महात्मा गाँधी]] से अच्छा [[अंग्रेज़ी]] का लेखक कोई दूसरा नहीं है।" पेथिक लॉरेंस भारत की संवैधानिक सुधारों की मांग का प्रबल समर्थक था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पेथिक लॉरेंस]] | ||
{निम्नलिखित में से किस एक [[राजपूत|राजपूत राजवंश]] द्वारा अपना उद्गम मिथकीय '[[अग्निकुल]]' से नहीं जोड़ा गया? | {निम्नलिखित में से किस एक [[राजपूत|राजपूत राजवंश]] द्वारा अपना उद्गम मिथकीय '[[अग्निकुल]]' से नहीं जोड़ा गया? |
12:00, 24 फ़रवरी 2013 का अवतरण
इतिहास सामान्य ज्ञान
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