"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर

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-कपिध्वज
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-मकरध्वज
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||'जनक' [[मिथिला|मिथिला महाजनपद]] के राजा और [[श्रीराम]] के श्वसुर थे। इनका वास्तविक नाम 'सिरध्वज' और इनके भाई का नाम 'कुशध्वज' था। [[सीता]] महाराज [[जनक]] की ही पुत्री थीं, जिनका विवाह [[अयोध्या]] के [[राजा दशरथ]] के ज्येष्ठ पुत्र [[राम]] से सम्पन्न हुआ था। जनक अपने अध्यात्म तथा तत्त्वज्ञान के लिए अत्यन्त प्रसिद्ध थे। उनके पूर्वजों में [[निमि]] के ज्येष्ठ पुत्र देवरात थे। भगवान [[शिव]] का [[धनुष अस्त्र|धनुष]] उन्हीं की धरोहरस्वरूप राजा जनक के पास सुरक्षित था। जब राजा जनक ने एक [[यज्ञ]] किया, तब विश्वामित्र तथा मुनियों ने [[राम]] और [[लक्ष्मण]] को भी उस यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उन दोनों को शिव-धनुष के दर्शन करने का अवसर भी प्राप्त होगा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जनक]]
||'जनक' [[मिथिला|मिथिला महाजनपद]] के राजा और [[श्रीराम]] के श्वसुर थे। इनका वास्तविक नाम 'सिरध्वज' और इनके भाई का नाम 'कुशध्वज' था। [[सीता]] महाराज [[जनक]] की ही पुत्री थीं, जिनका विवाह [[अयोध्या]] के [[राजा दशरथ]] के ज्येष्ठ पुत्र [[राम]] से सम्पन्न हुआ था। जनक अपने अध्यात्म तथा तत्त्वज्ञान के लिए अत्यन्त प्रसिद्ध थे। उनके पूर्वजों में [[निमि]] के ज्येष्ठ पुत्र देवरात थे। भगवान [[शिव]] का [[धनुष अस्त्र|धनुष]] उन्हीं की धरोहरस्वरूप राजा जनक के पास सुरक्षित था। जब राजा जनक ने एक [[यज्ञ]] किया, तब [[विश्वामित्र]] तथा मुनियों ने [[राम]] और [[लक्ष्मण]] को भी उस यज्ञ में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उन दोनों को शिव-धनुष के दर्शन करने का अवसर भी प्राप्त होगा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जनक]]


{'[[वाल्मीकि रामायण]]' की रचना जिस [[छन्द]] में हुई, उसका नाम क्या है?(पृ.सं.-12
{'[[वाल्मीकि रामायण]]' की रचना जिस [[छन्द]] में हुई, उसका नाम क्या है?(पृ.सं.-12
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-[[चित्ररथ]]
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-[[दशरथ]]
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||'विश्वामित्र' [[गाधि|राजा गाधि]] के पुत्र थे। [[हिन्दू]] धार्मिक मान्यता के अनुसार यह माना जाता है कि उन्होंने कई हज़ार वर्ष राज्य किया और फिर [[पृथ्वी]] की परिक्रमा के लिए निकल पड़े। [[विश्वामित्र]] को भगवान [[श्रीराम]] का दूसरा गुरु होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। जब ये दण्डकारण्य में [[यज्ञ]] कर रहे थे, तब [[रावण]] के द्वारा वहाँ नियुक्त [[ताड़का]], [[सुबाहु]] और [[मारीच]] जैसे [[राक्षस]] इनके यज्ञ में बार-बार विघ्न उपस्थित कर देते थे। विश्वामित्र ने अपने तपोबल से जान लिया कि त्रैलोक्य को भय से त्राण दिलाने वाले परब्रह्म श्रीराम का [[अवतार]] [[अयोध्या]] में हो गया है। इसीलिए अपने यज्ञ की रक्षा के लिये [[राम]] को [[दशरथ]] से माँग ले आये थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विश्वामित्र]]
||[[चित्र:Vishvamitra-Muni.jpg|right|100px|विश्वामित्र]]'विश्वामित्र' [[गाधि|राजा गाधि]] के पुत्र थे। [[हिन्दू]] धार्मिक मान्यता के अनुसार यह माना जाता है कि उन्होंने कई हज़ार वर्ष राज्य किया और फिर [[पृथ्वी]] की परिक्रमा के लिए निकल पड़े। [[विश्वामित्र]] को भगवान [[श्रीराम]] का दूसरा गुरु होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। जब ये दण्डकारण्य में [[यज्ञ]] कर रहे थे, तब [[रावण]] के द्वारा वहाँ नियुक्त [[ताड़का]], [[सुबाहु]] और [[मारीच]] जैसे [[राक्षस]] इनके यज्ञ में बार-बार विघ्न उपस्थित कर देते थे। विश्वामित्र ने अपने तपोबल से जान लिया कि त्रैलोक्य को भय से त्राण दिलाने वाले परब्रह्म श्रीराम का [[अवतार]] [[अयोध्या]] में हो गया है। इसीलिए अपने यज्ञ की रक्षा के लिये [[राम]] को [[दशरथ]] से माँग ले आये थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विश्वामित्र]]


{[[बालि]] और [[सुग्रीव]] जिस वानर से उत्पन्न हुए थे, उसका नाम क्या था?(पृ.सं.-12
{[[बालि]] और [[सुग्रीव]] जिस वानर से उत्पन्न हुए थे, उसका नाम क्या था?(पृ.सं.-12

10:28, 10 मई 2013 का अवतरण

1 श्रीराम की सेना के दो अभियंता वानरों के नाम क्या थे?(पृ.सं.-11

अंगद-हनुमान
सुग्रीव-अंगद
केसरी-सुषेण
नल-नील

2 लंका के उस प्रसिद्ध वैद्य का क्या नाम था, जिसे लक्ष्मण की मूर्च्छा दूर करने हेतु हनुमान लंका से उठा लाये?(पृ.सं.-11

मातलि
विश्रवा
सुषेण
रैभ्य

3 राजा जनक का मूल नाम क्या था?(पृ.सं.-11

सिरध्वज
शतध्वज
कपिध्वज
मकरध्वज

4 'वाल्मीकि रामायण' की रचना जिस छन्द में हुई, उसका नाम क्या है?(पृ.सं.-12

चौपाई
सोरठा
सवैया
अनुष्टुप

5 अवधी भाषा में रचित रामायण का क्या नाम है?(पृ.सं.-14

अवधी रामायण
रामचरितमानस
कंब रामायण
अध्यात्म रामायण

6 उस गुप्तचर का क्या नाम था, जिसके कहने पर श्रीराम ने सीता का परित्याग कर दिया?(पृ.सं.-12

सुमालि
मणिभान
दुर्मुख
छंदक

7 कैकेयी की उस दासी का नाम क्या था, जो मायके से ही उसके साथ अयोध्या रहने आई थी?(पृ.सं.-12

सुभद्रा
मंथरा
रेवती
नलिनी

8 उस तीर्थ का क्या नाम था, जिसमें डुबकी लगाकर श्रीराम ने परमधाम को प्रस्थान किया?(पृ.सं.-12

समंतपंचक
गोमंतक
गोप्रतार
नारदकुंड

9 महर्षि विश्वामित्र का क्षत्रिय दशा का क्या नाम था?(पृ.सं.-12

रुक्मरथ
विश्वरथ
चित्ररथ
दशरथ

10 बालि और सुग्रीव जिस वानर से उत्पन्न हुए थे, उसका नाम क्या था?(पृ.सं.-12

ऋक्षराज
जंभन
केसरी
जामवन्त

11 महर्षि वाल्मीकि का बचपन का नाम क्या था?(पृ.सं.-14

रत्नेश
रत्नसेन
रत्नाकर
रत्नाभ

12 रामायण जिस युग से सम्बन्धित है, उसका क्या नाम है?(पृ.सं.-13

द्वापरयुग
त्रेतायुग
सत्ययुग
कलियुग

13 समुद्र मंथन से जो अश्व निकला था, उसका क्या नाम था?(पृ.सं.-13

चेतक
बाज
उच्चै:श्रवा
सुमाली

14 श्रीराम ने जिन वृक्षों की ओट से वानरराज बालि को मारा, उनका क्या नाम था?(पृ.सं.-13

साल वृक्ष
वट वृक्ष
शमी वृक्ष
अशोक वृक्ष

15 समुद्र मंथन से प्राप्त उस हाथी का क्या नाम था, जो श्वेत वर्ण का था?(पृ.सं.-15

शत्रुजंय
ऐरावत
अश्वत्थामा
कुवलयापीड