"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर

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||'इन्द्रप्रस्थ' अर्थात "इन्द्र की नगरी", [[प्राचीन भारत]] के पुरातन नगरों में से एक था, जो [[पांडव|पांडवों]] के राज्य [[हस्तिनापुर]] की राजधानी थी। आज इस क्षेत्र से तात्पर्य [[यमुना]] के किनारे [[दिल्ली]] में स्थित कुछ क्षेत्रों से लगाया जाता है। जब पांडवों के ज्येष्ठ भ्राता [[युधिष्ठिर]] को [[खांडवप्रस्थ]], जो हस्तिनापुर के उत्तर-पश्चिम में अवस्थित था, दिया गया, तब यह एक बंजर प्रदेश था। बाद में पांडवों ने इस स्थान पर [[मय दानव]] की सहायता से [[इन्द्रप्रस्थ]] नगरी को बसाया। [[अर्जुन]] ने मय दानव से युधिष्ठिर के लिए इन्द्रप्रस्थ में अनुपम सभा-भवन का निर्माण करने के लिय कहा था, जिसे मय दानव ने सिर झुकाकर स्वीकार किया। [[इन्द्रप्रस्थ]] अपने वैभव एवं समृद्धि की दृष्टि से [[मथुरा]] और [[द्वारका]] के समान प्रसिद्ध और समृद्ध था।
||'इन्द्रप्रस्थ' अर्थात "इन्द्र की नगरी", [[प्राचीन भारत]] के पुरातन नगरों में से एक था, जो [[पांडव|पांडवों]] के राज्य [[हस्तिनापुर]] की राजधानी थी। आज इस क्षेत्र से तात्पर्य [[यमुना]] के किनारे [[दिल्ली]] में स्थित कुछ क्षेत्रों से लगाया जाता है। जब पांडवों के ज्येष्ठ भ्राता [[युधिष्ठिर]] को [[खांडवप्रस्थ]], जो हस्तिनापुर के उत्तर-पश्चिम में अवस्थित था, दिया गया, तब यह एक बंजर प्रदेश था। बाद में पांडवों ने इस स्थान पर [[मय दानव]] की सहायता से [[इन्द्रप्रस्थ]] नगरी को बसाया। [[अर्जुन]] ने मय दानव से युधिष्ठिर के लिए इन्द्रप्रस्थ में अनुपम सभा-भवन का निर्माण करने के लिय कहा था, जिसे मय दानव ने सिर झुकाकर स्वीकार किया। [[इन्द्रप्रस्थ]] अपने वैभव एवं समृद्धि की दृष्टि से [[मथुरा]] और [[द्वारका]] के समान प्रसिद्ध और समृद्ध था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[इन्द्रप्रस्थ]]


{निम्नलिखित में से किसे 'पांचाली' कहा जाता था?
{निम्नलिखित में से किसे 'पांचाली' कहा जाता था?
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-[[उत्तरा]]
-[[उत्तरा]]
-इनमें से कोई नहीं
-इनमें से कोई नहीं
||द्रौपदी [[पांचाल|पांचाल जनपद]] के [[द्रुपद|राजा द्रुपद]] की पुत्री थी। पांचाल पौराणिक [[सोलह महाजनपद|सोलह महाजनपदों]] में से एक था। [[द्रौपदी]] का जन्म द्रुपद के यहाँ सम्पन्न हुए एक यज्ञकुण्ड से हुआ था। अतः वह 'यज्ञसेनी' भी कहलाई। [[यज्ञ]] की [[अग्नि]] में से उत्पन्न होने के कारण ही वह कुछ क्रोधी स्वभाव की थी। द्रौपदी का [[विवाह]] [[कुंती]] के पुत्र पाँचों [[पाण्डव]] से हुआ था। पांडवों की पत्नी द्रौपदी को पांचाल की राजकुमारी होने के कारण ही "पांचाली" कहा गया था। स्वयंवर में [[अर्जुन]] ने द्रौपदी को जीत लिया था। जब वे भाइयों के साथ वापस घर आये तो कुंती से कहा कि "माँ हम भिक्षा ले आये"। इस पर कुंती ने कह दिया कि "पाँचों भाई आपस में बाँट लो"। इसीलिए द्रौपदी पाँचों पाण्डवों की पत्नी बनी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[इन्द्रप्रस्थ]]


{[[द्रौपदी]] किसके वरदान से पाँच पतियों की पत्नी बनी थी?
{[[द्रौपदी]] किसके वरदान से पाँच पतियों की पत्नी बनी थी?
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+[[शिव]]
+[[शिव]]
-[[ब्रह्मा]]
-[[ब्रह्मा]]
||[[चित्र:Statue-Shiva-Bangalore.jpg|right|100px|भगवान शिव]][[हिन्दू धर्म]] और [[पुराण|पुराणों]] के अनुसार भगवान [[शिव]] ही समस्त सृष्टि के आदि कारण हैं। उन्हीं से [[ब्रह्मा]], [[विष्णु]] सहित समस्त सृष्टि का उद्भव होता हैं। भगवान शिव का परिवार बहुत बड़ा है। एकादश रुद्राणियाँ, चौंसठ योगिनियाँ तथा भैरवादि इनके सहचर और सहचरी हैं। [[पार्वती|माता पार्वती]] की सखियों में विजया आदि प्रसिद्ध हैं। भगवती पार्वती का वाहन सिंह है तथा [[शिव]] स्वयं धर्मावतार नन्दी पर आरूढ़ होते हैं। यद्यपि भगवान शिव सर्वत्र व्याप्त हैं, तथापि [[काशी]] और [[कैलास]], ये दो उनके मुख्य निवास स्थान कहे गये हैं। [[कुबेर]] आदि लोकपालों को शिव की कृपा से ही [[यक्ष|यक्षों]] का स्वामित्व प्राप्त हुआ था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शिव]]


{निम्नलिखित में से कौन-सा [[पाण्डव]] [[माद्री]] का पुत्र था?
{निम्नलिखित में से कौन-सा [[पाण्डव]] [[माद्री]] का पुत्र था?

06:17, 14 मई 2013 का अवतरण

1 सम्पूर्ण महाभारत में श्लोकों की संख्या कितनी है?(भारतकोश, महाभारत)

एक लाख
91 हज़ार
81 हज़ार
51 हज़ार

2 धर्मराज युधिष्ठिर महाभारत युद्ध में कितनी अक्षौहिणी सेना के स्वामी थे?(भारतकोश, महाभारत)

दस अक्षौहिणी
ग्यारह अक्षौहिणी
सात अक्षौहिणी
नौ अक्षौहिणी

3 पितामह भीष्म का वास्तविक नाम क्या था?(भारतकोश, भीष्म)

परीक्षित
संकर्षण
शांतनु
देवव्रत

4 महर्षि व्यास निम्न में से किसके पुत्र थे?(भारतकोश, भीष्म)

माद्री
कुंती
सत्यवती
अम्बालिका

5 पाण्डवों ने अपनी राजधानी किसे बनाया था?(भारतकोश)

इन्द्रप्रस्थ
हस्तिनापुर
गान्धार
कौशाम्बी

6 निम्नलिखित में से किसे 'पांचाली' कहा जाता था?

द्रौपदी
सुभद्रा
उत्तरा
इनमें से कोई नहीं

7 द्रौपदी किसके वरदान से पाँच पतियों की पत्नी बनी थी?

इन्द्र
विष्णु
शिव
ब्रह्मा

8 निम्नलिखित में से कौन-सा पाण्डव माद्री का पुत्र था?

भीम
अर्जुन
नकुल
उपरोक्त में से कोई नहीं

9 निम्न नगरी में से किस एक का नाम 'मधुनगरी' भी था?

द्वारिका
मथुरा
पांचाल
गोकुल

10 निम्नलिखित में से राधा किस गोप की पुत्री थीं?

नन्द
वसुदेव
उद्धव
वृषभानु

11 श्रीकृष्ण ने कालिया नाग का दमन किस स्थान पर किया था?

ब्रह्माण्डघाट
कंस टीला
कालियदह
कुण्ड

12 निम्नलिखित में से कौन दासी पुत्र थे?

कर्ण
विदुर
नकुल
उत्तर

14 निम्न में से कौन आठ वसुओं में से एक थे?

भीष्म
युधिष्ठिर
भीम
अश्वत्थामा