"अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार -काका हाथरसी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 73: पंक्ति 73:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==


{{समकालीन कवि}}
{{काका हाथरसी}}
[[Category:काका हाथरसी]]
[[Category:काका हाथरसी]]
[[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]] [[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]] [[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:साहित्य कोश]]

11:29, 13 जून 2013 का अवतरण

अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार -काका हाथरसी
काका हाथरसी
काका हाथरसी
कवि काका हाथरसी
जन्म 18 सितंबर, 1906
जन्म स्थान हाथरस, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 18 सितंबर, 1995
मुख्य रचनाएँ काका की फुलझड़ियाँ, काका के प्रहसन, लूटनीति मंथन करि, खिलखिलाहट आदि
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
काका हाथरसी की रचनाएँ

बिना टिकट के ट्रेन में चले पुत्र बलवीर,
जहाँ ‘मूड’ आया वहीं, खींच लई ज़ंजीर,
खींच लई ज़ंजीर, बने गुंडों के नक्कू,
पकड़ें टी. टी. गार्ड, उन्हें दिखलाते चक्कू,
गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार बढ़ा दिन-दूना,
प्रजातंत्र की स्वतंत्रता का देख नमूना॥

 
















टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख