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'''चंद्रवल्ली''' [[मैसूर]] के [[ऐतिहासिक स्थान|ऐतिहासिक स्थानों]] में से एक है। यह चीतल दुर्ग से 1 मील {{मील|मील=1}} की दूरी पर पश्चिम में स्थित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=319|url=}}</ref>
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*ई. सन के प्रारंभिक काल में यह स्थान व्यापारिक दृष्टि से काफ़ी महत्वपूर्ण था।
*ई. सन के प्रारंभिक काल में यह स्थान व्यापारिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण था।
*तत्कालीन [[रोमन साम्राज्य|रोम साम्राज्य]] में प्रचलित अनेक सिक्के इस स्थान से मिले हैं, जो इसकी महत्ता को सिद्ध करते हैं।
*तत्कालीन [[रोमन साम्राज्य|रोम साम्राज्य]] में प्रचलित अनेक सिक्के इस स्थान से मिले हैं, जो इसकी महत्ता को सिद्ध करते हैं।
*यहाँ से प्राप्त सिक्कों में ऑगस्टस सीजर तथा टाइबेरियस नामक [[रोम]] सम्राटों के सिक्के भी हैं।
*यहाँ से प्राप्त सिक्कों में ऑगस्टस सीजर तथा टाइबेरियस नामक [[रोम]] सम्राटों के सिक्के भी हैं।

08:00, 1 अगस्त 2013 का अवतरण

चंद्रवल्ली मैसूर के ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह चीतल दुर्ग से 1 मील (लगभग 1.6 कि.मी.) की दूरी पर पश्चिम में स्थित है।[1]

  • ई. सन के प्रारंभिक काल में यह स्थान व्यापारिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण था।
  • तत्कालीन रोम साम्राज्य में प्रचलित अनेक सिक्के इस स्थान से मिले हैं, जो इसकी महत्ता को सिद्ध करते हैं।
  • यहाँ से प्राप्त सिक्कों में ऑगस्टस सीजर तथा टाइबेरियस नामक रोम सम्राटों के सिक्के भी हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 319 |

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