"शिक्षा सामान्य ज्ञान 6": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो ("शिक्षा सामान्य ज्ञान 6" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (अनिश्चित्त अवधि) [move=sysop] (अनिश्चित्त अवधि))) |
No edit summary |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | {[[मुग़ल काल]] में प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान करने वाली संस्था को क्या कहते थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पाठशाला | -पाठशाला | ||
-गुरुकुल | -गुरुकुल | ||
+मकतब | +मकतब | ||
-मदरसा | -मदरसा | ||
||[[मुग़ल]] [[बाबर|बादशाह बाबर]] के समय में शिक्षा से सम्बन्धित एक विभाग ‘शुहरते आम’ होता था, जो स्कूल-कॉलेजों का निर्माण करवाता था। [[मुग़ल काल|मुग़लकालीन]] शासकों ने अपने शासन काल में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए बहुत कार्य किया। इन शासकों ने अपने राज्य में शिक्षा और [[साहित्य]] के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान किया था। इस समय की मस्जिदों में ‘मकतब’ की व्यवस्था होती थी, जिसमें लड़के-लड़कियाँ प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करते थे। [[मुग़ल काल]] में शिक्षा के महत्त्वपूर्ण केन्द्र के रूप में [[आगरा]], [[फ़तेहपुर सीकरी]], [[दिल्ली]], [[गुजरात]], [[लाहौर]], [[सियालकोट]], [[जौनपुर]], [[अजमेर]] आदि विशेष रूप से प्रसिद्ध थे। मुग़ल काल के शासकों ने ‘[[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]]’ को अपनी राजभाषा बनाया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुग़लकालीन शिक्षा एवं साहित्य]], [[मुग़ल काल]] | |||
{विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग ने शिक्षा के माध्यम के रूप में जिन भाषाओं की संस्तुति की थी वह | {'विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग' ने शिक्षा के माध्यम के रूप में जिन भाषाओं की संस्तुति की थी, वह हैं- | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अंग्रेज़ी, हिन्दी | -[[अंग्रेज़ी]], [[हिन्दी]] | ||
-हिन्दी, [[संस्कृत]] | -[[हिन्दी]], [[संस्कृत]] | ||
+[[अंग्रेज़ी]], [[हिन्दी]] तथा एक अन्य भाषा | +[[अंग्रेज़ी]], [[हिन्दी]] तथा एक अन्य [[भाषा]] | ||
-संस्कृत, पारसी | -[[संस्कृत]], पारसी | ||
{रामकृष्ण मिशन की स्थापना किसने की? | {'[[रामकृष्ण मिशन]]' की स्थापना किसने की थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[राजा राममोहन राय]] | ||
+[[स्वामी विवेकानन्द|विवेकानन्द]] | +[[स्वामी विवेकानन्द|विवेकानन्द]] | ||
-परमहंस | -[[रामकृष्ण परमहंस]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
|| [[चित्र:Statue-Swami-Vivekananda-2.jpg|100px|right|स्वामी विवेकानन्द जी की प्रतिमा]] स्वामी विवेकानन्द (जन्म- [[12 जनवरी]], 1863, [[कलकत्ता]] (वर्तमान कोलकाता), मृत्यु- [[4 जुलाई]], [[1902]], रामकृष्ण मठ, बेलूर) एक युवा संन्यासी के रूप में भारतीय [[संस्कृति]] की सुगन्ध विदेशों में बिखरने वाले [[साहित्य]], [[दर्शन]] और [[इतिहास]] के प्रकाण्ड विद्वान थे। विवेकानन्द जी का मूल नाम '''नरेंद्रनाथ दत्त''' था, जो कि आगे चलकर स्वामी विवेकानन्द के नाम से विख्यात हुआ। {{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[स्वामी विवेकानन्द]] | || [[चित्र:Statue-Swami-Vivekananda-2.jpg|100px|right|स्वामी विवेकानन्द जी की प्रतिमा]] स्वामी विवेकानन्द (जन्म- [[12 जनवरी]], 1863, [[कलकत्ता]] (वर्तमान कोलकाता), मृत्यु- [[4 जुलाई]], [[1902]], रामकृष्ण मठ, बेलूर) एक युवा संन्यासी के रूप में भारतीय [[संस्कृति]] की सुगन्ध विदेशों में बिखरने वाले [[साहित्य]], [[दर्शन]] और [[इतिहास]] के प्रकाण्ड विद्वान थे। विवेकानन्द जी का मूल नाम '''नरेंद्रनाथ दत्त''' था, जो कि आगे चलकर स्वामी विवेकानन्द के नाम से विख्यात हुआ।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[स्वामी विवेकानन्द]] | ||
{निम्नलिखित में से कौन प्रकृतिवादी दार्शनिक हैं? | {निम्नलिखित में से कौन प्रकृतिवादी दार्शनिक हैं? | ||
पंक्ति 36: | पंक्ति 37: | ||
-एडम्स | -एडम्स | ||
{आदर्शवादी शिक्षा की प्रक्रिया में शीर्ष स्थान किसे दिया जाता | {आदर्शवादी शिक्षा की प्रक्रिया में शीर्ष स्थान किसे दिया जाता है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विद्यालय को | -विद्यालय को | ||
पंक्ति 57: | पंक्ति 58: | ||
-(20-25) | -(20-25) | ||
{निम्नलिखित में से कौन सी एक अच्छे परीक्षण की विशेषता नहीं है? | {निम्नलिखित में से कौन-सी एक अच्छे परीक्षण की विशेषता नहीं है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वस्तुनिष्ठता | -वस्तुनिष्ठता | ||
पंक्ति 64: | पंक्ति 65: | ||
-विश्वसनीयता | -विश्वसनीयता | ||
{निजी विद्यालय की आय के स्रोत कौन से होते हैं? | {निजी विद्यालय की आय के स्रोत कौन-से होते हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अक्षय विधि | -अक्षय विधि |