"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती -सोहन लाल द्विवेदी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - " खाली " to " ख़ाली ")
छो (Text replace - " नही " to " नहीं ")
पंक्ति 30: पंक्ति 30:
{{Poemopen}}
{{Poemopen}}
<poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती...
<poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है...
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है...
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है...
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है...
पंक्ति 36: पंक्ति 36:
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है...
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है...
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती...
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है...
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है...
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है..
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है..
पंक्ति 42: पंक्ति 42:
बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में...
बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में...
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती...
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो...
असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो...
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो...
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो...
पंक्ति 48: पंक्ति 48:
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम...
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम...
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती...
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती...</poem>
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...</poem>
{{Poemclose}}
{{Poemclose}}



12:48, 2 सितम्बर 2013 का अवतरण

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती -सोहन लाल द्विवेदी
हरिवंश राय बच्चन
हरिवंश राय बच्चन
कवि हरिवंश राय बच्चन
जन्म 27 नवंबर, 1907
मृत्यु 18 जनवरी, 2003 ई.
मृत्यु स्थान मुंबई, महाराष्ट्र
मुख्य रचनाएँ मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश, तेरा हार, निशा निमंत्रण, मैकबेथ, जनगीता, दो चट्टाने
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
हरिवंश राय बच्चन की रचनाएँ

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है...
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है...
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है...
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है...
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है...
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है..
मिलते ना सहज ही मोती गहरे पानी में...
बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में...
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...
असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो...
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो...
जब तक ना सफल हो नींद-चैन को त्यागो तुम...
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम...
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती...
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख