"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती -सोहन लाल द्विवेदी": अवतरणों में अंतर
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<poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... | <poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... | ||
हिम्मत करने वालों की कभी हार | हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती... | ||
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है... | नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है... | ||
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है... | चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है... | ||
पंक्ति 36: | पंक्ति 36: | ||
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है... | चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है... | ||
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती... | मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती... | ||
हिम्मत करने वालों की कभी हार | हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती... | ||
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है... | डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है... | ||
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है.. | जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है.. | ||
पंक्ति 42: | पंक्ति 42: | ||
बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में... | बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में... | ||
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती... | मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती... | ||
हिम्मत करने वालों की कभी हार | हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती... | ||
असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो... | असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो... | ||
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो... | क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो... | ||
पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम... | संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम... | ||
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती... | कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती... | ||
हिम्मत करने वालों की कभी हार | हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती...</poem> | ||
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12:48, 2 सितम्बर 2013 का अवतरण
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लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... |
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