"साँचा:विशेष आलेख": अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
|- | |- | ||
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}} | {{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}} | ||
<div style="padding:3px">[[चित्र: | <div style="padding:3px">[[चित्र:Lakshmi-Ganesh-Saraswati.jpg|right|botom|120px|लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती|link=दीपावली|border]]</div> | ||
<poem> | <poem> | ||
'''[[ | '''[[दीपावली]]''' अथवा 'दिवाली' [[भारत]] के प्रमुख त्योहारों में से एक है। त्योहारों का जो वातावरण [[धनतेरस]] से प्रारम्भ होता है, वह आज के दिन पूरे चरम पर आता है। दीपावली की रात्रि को घरों तथा दुकानों पर भारी संख्या में [[दीपक]], मोमबत्तियां और बल्ब जलाए जाते हैं। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार [[कार्तिक]] [[अमावस्या]] को भगवान [[राम|श्रीराम]] चौदह वर्ष का वनवास काटकर [[अयोध्या]] लौटे थे, तब अयोध्यावासियों ने श्रीराम के राज्यारोहण पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। इस दिन [[महालक्ष्मी देवी|लक्ष्मी]] के पूजन का विशेष विधान है। रात्रि के समय प्रत्येक घर में धनधान्य की अधिष्ठात्री देवी [[महालक्ष्मी देवी|महालक्ष्मी]], विघ्न-विनाशक [[गणेश|गणेश जी]] और विद्या एवं कला की देवी मातेश्वरी [[सरस्वती]] की पूजा-आराधना की जाती है। [[ब्रह्म पुराण]] के अनुसार इस अर्धरात्रि में महालक्ष्मी स्वयं भूलोक में आती हैं और प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं। जो घर हर प्रकार से स्वच्छ, शुद्ध और सुंदर तरीक़े से सुसज्जित और प्रकाशयुक्त होता है, वहां अंश रूप में ठहर जाती हैं। [[दीपावली|... और पढ़ें]] | ||
</poem> | </poem> | ||
---- | ---- | ||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
|- | |- | ||
| [[चयनित लेख|पिछले विशेष आलेख]] → | | [[चयनित लेख|पिछले विशेष आलेख]] → | ||
| [[विजय दशमी]] · | |||
| [[श्राद्ध]] · | | [[श्राद्ध]] · | ||
| [[हिंदी]] · | | [[हिंदी]] · | ||
| [[स्वतंत्रता दिवस]] · | | [[स्वतंत्रता दिवस]] · | ||
| [[कालिदास | | [[कालिदास]] | ||
|}</center> | |}</center> | ||
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude> | |}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude> |
12:35, 22 अक्टूबर 2013 का अवतरण
|