"आर्जव": अवतरणों में अंतर
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|हिन्दी= गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। | |हिन्दी= गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। | ||
|व्याकरण=[स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग -ॠजु होने की अवस्था | |व्याकरण=[स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग- ॠजु होने की अवस्था | ||
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7- समव्यवहारी, समचर, समचेता, समदर्शी, समलोष्टकांचन, समशील<br /> | 7- समव्यवहारी, समचर, समचेता, समदर्शी, समलोष्टकांचन, समशील<br /> | ||
8-नम्र व्यवहारी, कोमल, ढीला [ढीली], नम्र, नरम, नर्म, विनम्र, विनयी, शिथिल<br /> | 8-नम्र व्यवहारी, कोमल, ढीला [ढीली], नम्र, नरम, नर्म, विनम्र, विनयी, शिथिल<br /> | ||
|संस्कृत= आर्जवम् [ॠजु+अणु] सरलता, स्पष्टवादिता, सद्वर्ताव, खरापन, ईमानदारी, निष्कपटता, उदारहृदय होना- अहिंसा क्षान्तिरार्जवं- <ref>भगवद्-गीता 13/7</ref>, क्षेत्रमार्जवस्य-<ref>कादम्बरी 45</ref>-सादगी, विनम्रता। | |संस्कृत= आर्जवम् [ॠजु+अणु] सरलता, स्पष्टवादिता, सद्वर्ताव, खरापन, ईमानदारी, निष्कपटता, उदारहृदय होना- अहिंसा क्षान्तिरार्जवं- <ref>भगवद्-[[गीता]] 13/7</ref>, क्षेत्रमार्जवस्य-<ref>[[कादम्बरी]] 45</ref>-सादगी, विनम्रता। | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
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06:05, 8 जुलाई 2010 का अवतरण
हिन्दी | गुण/भाव, ॠजुता, टेढ़ा न होना, सीधापन, सिधाई, सुगमता, सरलता, स्पष्टवादिता, ईमानदारी, कुटिलता का अभाव, (व्यवहार की) सरलता। |
-व्याकरण | [स॰ ॠजु + अण्] पुल्लिंग- ॠजु होने की अवस्था |
-उदाहरण | भगवान श्री राम ने आर्जवता से अपने वचन का पालन किया। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | 1- सं सद्-व्यवहार, अच्छा बरताव, भद्रता, भलाई, सद्निर्वाह 2-समव्यवहार, बराबरी, समचरण, समता, समाचरण, समान व्यवहार करना |
संस्कृत | आर्जवम् [ॠजु+अणु] सरलता, स्पष्टवादिता, सद्वर्ताव, खरापन, ईमानदारी, निष्कपटता, उदारहृदय होना- अहिंसा क्षान्तिरार्जवं- [1], क्षेत्रमार्जवस्य-[2]-सादगी, विनम्रता। |
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