"एकार्थ": अवतरणों में अंतर
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|हिन्दी=[संस्कृतभाषा एक <ref>सामान्यतः संस्कृत के दो अवयव शब्दों के बीच में लगने वाला चिह्न जब उसमें से कोई भी उपसर्ग या प्रत्यय न हो।</ref> अर्थ], समानार्थक, समानार्थी, एक ही अर्थ, समान अर्थ। | |हिन्दी=[संस्कृतभाषा एक <ref>सामान्यतः संस्कृत के दो अवयव शब्दों के बीच में लगने वाला चिह्न जब उसमें से कोई भी उपसर्ग या प्रत्यय न हो।</ref> अर्थ], समानार्थक, समानार्थी, एक ही अर्थ, समान अर्थ। | ||
|व्याकरण=विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु | |व्याकरण=विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु | ||
|उदाहरण=वह शब्द या वाक्य | |उदाहरण=एकार्थ, वह शब्द या वाक्य है, जिसका अर्थ एक ही होता है। | ||
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|पर्यायवाची=एक समान अर्थ होना, एक सा अर्थ होना, समान अर्थ होना | |पर्यायवाची=एक समान अर्थ होना, एक सा अर्थ होना, समान अर्थ होना |
08:04, 8 जुलाई 2010 का अवतरण
हिन्दी | [संस्कृतभाषा एक [1] अर्थ], समानार्थक, समानार्थी, एक ही अर्थ, समान अर्थ। |
-व्याकरण | विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु |
-उदाहरण | एकार्थ, वह शब्द या वाक्य है, जिसका अर्थ एक ही होता है। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | एक समान अर्थ होना, एक सा अर्थ होना, समान अर्थ होना |
संस्कृत | एकार्थः, वही वस्तु, वही पदार्थ, वही आशय, वही भाव |
अन्य ग्रंथ | |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सामान्यतः संस्कृत के दो अवयव शब्दों के बीच में लगने वाला चिह्न जब उसमें से कोई भी उपसर्ग या प्रत्यय न हो।