"प्रयोग:मीरा3": अवतरणों में अंतर
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-आत्मीकरण | -आत्मीकरण | ||
{निम्न में से वह विवाह कौन-सा है, जिसमें वर, वधू के परिवार वालों को धन अथवा वस्तुएं देकर विनियम में प्राप्त करता है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-8 | {निम्न में से वह [[विवाह]] कौन-सा है, जिसमें वर, वधू के परिवार वालों को धन अथवा वस्तुएं देकर विनियम में प्राप्त करता है।(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-263,प्रश्न-8 | ||
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+असुर विवाह | +असुर विवाह | ||
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-राधाकमल | -राधाकमल | ||
-दर्खीम | -दर्खीम | ||
-जॉनसन | -जॉनसन | ||
+बर्गल | +बर्गल | ||
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+क्षेणी-भेद | +क्षेणी-भेद | ||
{'प्रगति का अर्थ अच्छाई के लिय होने वाला परिवर्तन है जिसमें मूल्य निर्धारण के तत्व निहित | {'प्रगति का अर्थ अच्छाई के लिय होने वाला परिवर्तन है जिसमें मूल्य निर्धारण के तत्व निहित हैं।' यह परिभाषा किस समाजशास्त्री की है ?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-175,प्रश्न-8 | ||
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-लम्ले | -लम्ले | ||
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-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{पी. ए. सोलोकिन किस में अतंर करने के लिए प्रसिद्ध | {पी. ए. सोलोकिन किस में अतंर करने के लिए प्रसिद्ध है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-291,प्रश्न-12 | ||
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-अंत: समूह तथा ब्राह्य | -अंत: समूह तथा ब्राह्य | ||
पंक्ति 499: | पंक्ति 496: | ||
-यांत्रिक संहति तथा सावयवी संहति | -यांत्रिक संहति तथा सावयवी संहति | ||
{बिना किसी उद्देशय के | {बिना किसी उद्देशय के तथा बिना समय तथा स्थान के जो शिक्षा व्यक्ति ग्रहण करता है उसे-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-319,प्रश्न-10 | ||
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-अप्रत्यक्ष शिक्षा (Indirect Education) कहते हैं | -अप्रत्यक्ष शिक्षा (Indirect Education) कहते हैं | ||
पंक्ति 527: | पंक्ति 524: | ||
-सामाजिक परिवर्तन | -सामाजिक परिवर्तन | ||
{प्रत्येक स्थान पर समाज आर्थिक उत्पादन के क्रम में उपलब्ध मानव संसाधनों को जिन आधारों पर बांटते हैं, वह है, | {प्रत्येक स्थान पर समाज आर्थिक उत्पादन के क्रम में उपलब्ध मानव संसाधनों को जिन आधारों पर बांटते हैं, वह है,-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-192,प्रश्न-13 | ||
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-आयु | -आयु |
05:13, 21 मार्च 2014 का अवतरण
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