"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
-उच्च जाति की महिला के बीच | -उच्च जाति की महिला के बीच | ||
{[[परिवार]] के अध्ययन के सम्बंध में किस भारतीय | {[[परिवार]] के अध्ययन के सम्बंध में किस भारतीय समाजशास्त्री का नाम विशेषज्ञ के रूप में लिया जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-06;प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+के. एम. कापड़िया | +के. एम. कापड़िया | ||
-एम. एन. श्रीनिवास | -एम. एन. श्रीनिवास | ||
-डी. एन. मजूमदार | -डी. एन. मजूमदार | ||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दो व्यक्तियों के बीच संबंध स्थापित करना | -दो व्यक्तियों के बीच संबंध स्थापित करना | ||
+दो परिवारों के बीच संबंध को दृढ़ बनाना | +दो [[परिवार|परिवारों]] के बीच संबंध को दृढ़ बनाना | ||
-संतानोत्पत्ति की बढ़ोत्तरी करना | -संतानोत्पत्ति की बढ़ोत्तरी करना | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
पंक्ति 77: | पंक्ति 77: | ||
{'समाजशास्त्र' एक विज्ञान है, क्योंकि वह समाज का अध्ययन करता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-14 | {'समाजशास्त्र' एक [[विज्ञान]] है, क्योंकि वह समाज का अध्ययन करता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-02;प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+वैज्ञानिक दृष्टिकोण से | +वैज्ञानिक दृष्टिकोण से | ||
-वैज्ञानिक पद्धति से | -वैज्ञानिक पद्धति से | ||
-उपरोक्त दोनों | -उपरोक्त दोनों | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
पंक्ति 91: | पंक्ति 91: | ||
-संस्था की प्रकृति अस्थाई होती है | -संस्था की प्रकृति अस्थाई होती है | ||
{"समाजशास्त्र को सामाजिक विज्ञानों की न तो गृहिणी और न दासी, बल्कि उनकी बहन के रूप में माना जाता है।" यह | {"समाजशास्त्र को सामाजिक विज्ञानों की न तो गृहिणी और न दासी, बल्कि उनकी बहन के रूप में माना जाता है।" यह किसने कहा है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-28;प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एच. एम. जॉनसन | -एच. एम. जॉनसन | ||
पंक्ति 114: | पंक्ति 114: | ||
{'इंका जनजाति' कहां पायी जाती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-118;प्रश्न-80 | {'इंका जनजाति' कहां पायी जाती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-118;प्रश्न-80 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चिली | -[[चिली]] | ||
-पेरू | -पेरू | ||
+सूरीनाम | +सूरीनाम | ||
-कोलंबिया | -कोलंबिया | ||
{आर्थिक आधार पर वर्ण को निम्नांकित में से किस विद्वान ने स्पष्ट किया?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-150;प्रश्न-12 | {आर्थिक आधार पर [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] को निम्नांकित में से किस विद्वान ने स्पष्ट किया?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-150;प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गोल्ड मेयर | -गोल्ड मेयर | ||
पंक्ति 156: | पंक्ति 156: | ||
-समिति | -समिति | ||
{सांस्कृतिक प्रतिमान एवं मूल्य पीढ़ी-दर-पीढ़ी संचरित होते हैं तो | {सांस्कृतिक प्रतिमान एवं मूल्य पीढ़ी-दर-पीढ़ी संचरित होते हैं तो यह प्रतिक्रिया क्या कहलाती है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-06;प्रश्न-17 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सांस्कृतिक पुनरुत्पादान | +सांस्कृतिक पुनरुत्पादान | ||
पंक्ति 163: | पंक्ति 163: | ||
-सांस्कृतिक उद्दीपन | -सांस्कृतिक उद्दीपन | ||
{गारो और खासी जनजातियों में किस प्रकार के परिवार पाए जाते हैं?(समाजशास्त्र, बी.ए. प्रथम वर्ष;पृ.सं.-125;प्रश्न-02 | {गारो और [[खासी जाति|खासी]] जनजातियों में किस प्रकार के [[परिवार]] पाए जाते हैं?(समाजशास्त्र, बी.ए. प्रथम वर्ष;पृ.सं.-125;प्रश्न-02 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+मातृसत्तात्मक | +मातृसत्तात्मक | ||
पंक्ति 186: | पंक्ति 186: | ||
{निम्न में से किस जनजाति में बहुपत्नी प्रथा प्रचलित नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-118;प्रश्न-81 | {निम्न में से किस जनजाति में बहुपत्नी प्रथा प्रचलित नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-118;प्रश्न-81 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-नागा | -[[नागा]] | ||
-खस | -[[खस जाति|खस]] | ||
-हो | -[[हो जाति|हो]] | ||
+कुमार | +कुमार | ||
{निम्नांकित में से कौन-सी जनजाति नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-150;प्रश्न-13 | {निम्नांकित में से कौन-सी जनजाति नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-150;प्रश्न-13 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भील | -[[भील]] | ||
-भोटिया | -[[भोटिया]] | ||
+गुप्ता | +गुप्ता | ||
-कादर | -कादर |
05:48, 21 मई 2014 का अवतरण
|