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'''झेलम नदी''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Jhelum River'') [[उत्तरी भारत]] में बहने वाली एक नदी है। इस नदी का वैदिक कालीन नाम 'वितस्ता' था। इस नाम के [[कालान्तर]] में कई रूपान्तर हुए, जैसे- [[पंजाबी भाषा|पंजाबी]] में 'बिहत' या 'बीहट', [[कश्मीरी भाषा|कश्मीरी]] में 'व्यथ', ग्रीक भाषा में 'हायडेसपीज़' (Hydaspes) आदि।
*संभवत: सर्वप्रथम [[मुसलमान]] इतिहास लेखकों ने इस नदी को झेलम कहा क्योंकि यह पश्चिमी पाकिस्तान के प्रसिद्ध नगर झेलम के निकट बहती थी और नगर के पास ही नदी को पार करने के लिए शाही घाट या शाह गुज़र बना हुआ था।  
 
*इस प्रकार इस नगर के नाम पर नदी का वर्तमान नाम प्रसिद्ध हो गया। झेलम का जो प्रवाह मार्ग प्राचीन काल में था प्राय: अब भी वही है केवल [[चिनाव नदी|चिनाव]] - झेलम संगम का निकटवर्ती मार्ग काफ़ी बदल गया है।<ref>दे. रेवर्टी दि मिहरान ऑव बंगाल, भाग 1,1892, पृ. 318</ref>  
*संभवत: सर्वप्रथम [[मुसलमान]] इतिहास लेखकों ने इस नदी को 'झेलम' कहा, क्योंकि यह पश्चिमी पाकिस्तान के प्रसिद्ध नगर झेलम के निकट बहती थी और नगर के पास ही नदी को पार करने के लिए शाही घाट या शाह गुज़र बना हुआ था। झेलम नगर के नाम पर नदी का वर्तमान नाम प्रसिद्ध हो गया।
*झेलम नदी का जो प्रवाह मार्ग प्राचीन काल में था, प्राय: अब भी वही है; केवल [[चिनाव नदी|चिनाव]]-झेलम संगम का निकटवर्ती मार्ग काफ़ी बदल गया है।<ref>दे. रेवर्टी दि मिहरान ऑव बंगाल, भाग 1,1892, पृ. 318</ref>
*यह नदी [[हिमालय]] के शेषनाग झरने से प्रस्फुटित होकर [[कश्मीर]] में बहती हुई [[पाकिस्तान]] में पहुंचती है और झांग मघियाना नगर के पास चिनाब में समाहित हो जाती है।
*झेलम 2,130 किलोमीटर तक प्रवाहित होती है। नैसर्गिक सौंदर्य की अनुपम [[कश्मीर घाटी]] का निर्माण झेलम नदी द्वारा ही हुआ है।
*कश्मीर जाने वाले पर्यटकों को झेलम नदी के किनारे पर लगे हुए हाउस बोटों की पंक्ति, जिनमें बड़ी-बड़ी वुडकट एवं पेपर मैशी की दुकानें भी शामिल हैं, आकर्षित करती हैं। इसके साथ ही उसके वक्ष स्थल पर मस्ताचाल में तैरते हुए हंसों की कतार के समान शिकारों की पंक्तियाँ भी सम्मोहित कर लेती हैं।


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14:00, 22 जून 2014 का अवतरण


झेलम नदी
झेलम नदी
झेलम नदी
अन्य नाम वैदिक काल में वितस्ता, पंजाबी में बिहत या बीहट, कश्मीरी में व्यथ, ग्रीक भाषा में हायडेसपीज़ (Hydaspes) आदि।
देश भारत और पाकिस्तान
गूगल मानचित्र गूगल मानचित्र
अन्य जानकारी संभवत: सर्वप्रथम मुसलमान इतिहास लेखकों ने इस नदी को झेलम कहा क्योंकि यह पश्चिमी पाकिस्तान के प्रसिद्ध नगर झेलम के निकट बहती थी और नगर के पास ही नदी को पार करने के लिए शाही घाट या शाह गुज़र बना हुआ था।

झेलम नदी (अंग्रेज़ी: Jhelum River) उत्तरी भारत में बहने वाली एक नदी है। इस नदी का वैदिक कालीन नाम 'वितस्ता' था। इस नाम के कालान्तर में कई रूपान्तर हुए, जैसे- पंजाबी में 'बिहत' या 'बीहट', कश्मीरी में 'व्यथ', ग्रीक भाषा में 'हायडेसपीज़' (Hydaspes) आदि।

  • संभवत: सर्वप्रथम मुसलमान इतिहास लेखकों ने इस नदी को 'झेलम' कहा, क्योंकि यह पश्चिमी पाकिस्तान के प्रसिद्ध नगर झेलम के निकट बहती थी और नगर के पास ही नदी को पार करने के लिए शाही घाट या शाह गुज़र बना हुआ था। झेलम नगर के नाम पर नदी का वर्तमान नाम प्रसिद्ध हो गया।
  • झेलम नदी का जो प्रवाह मार्ग प्राचीन काल में था, प्राय: अब भी वही है; केवल चिनाव-झेलम संगम का निकटवर्ती मार्ग काफ़ी बदल गया है।[1]
  • यह नदी हिमालय के शेषनाग झरने से प्रस्फुटित होकर कश्मीर में बहती हुई पाकिस्तान में पहुंचती है और झांग मघियाना नगर के पास चिनाब में समाहित हो जाती है।
  • झेलम 2,130 किलोमीटर तक प्रवाहित होती है। नैसर्गिक सौंदर्य की अनुपम कश्मीर घाटी का निर्माण झेलम नदी द्वारा ही हुआ है।
  • कश्मीर जाने वाले पर्यटकों को झेलम नदी के किनारे पर लगे हुए हाउस बोटों की पंक्ति, जिनमें बड़ी-बड़ी वुडकट एवं पेपर मैशी की दुकानें भी शामिल हैं, आकर्षित करती हैं। इसके साथ ही उसके वक्ष स्थल पर मस्ताचाल में तैरते हुए हंसों की कतार के समान शिकारों की पंक्तियाँ भी सम्मोहित कर लेती हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. दे. रेवर्टी दि मिहरान ऑव बंगाल, भाग 1,1892, पृ. 318

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