"पहेली 1 नवम्बर 2014": अवतरणों में अंतर

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-[[पूतना]]
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-[[शूर्पणखा]]
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|| [[चित्र:Hanuman-Sursa.jpg|right|100px]] सुरसा [[रामायण]] के अनुसार [[समुद्र]] में रहने वाली नागमाता थी। [[सीता|सीताजी]] की खोज में समुद्र पार करने के समय सुरसा ने राक्षसी का रूप धारण कर [[हनुमान]] का रास्ता रोका था और उन्हें खा जाने के लिए उद्धत हुई थी। समझाने पर जब वह नहीं मानी, तब हनुमान ने अपना शरीर उससे भी बड़ा कर लिया। जैसे-जैसे सुरसा अपना मुँह बढ़ाती जाती, वैसे-वैसे हनुमान शरीर बढ़ाते जाते। बाद में हनुमान ने अचानक ही अपना शरीर बहुत छोटा कर लिया और सुरसा के मुँह में प्रवेश करके तुरंत ही बाहर निकल आये। सुरसा ने प्रसन्न होकर हनुमान को आशीर्वाद दिया तथा उनकी सफलता की कामना की। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[सुरसा]]
|| [[चित्र:Hanuman-Sursa.jpg|right|100px|सुरसा और हनुमान]] सुरसा [[रामायण]] के अनुसार [[समुद्र]] में रहने वाली नागमाता थी। [[सीता|सीताजी]] की खोज में समुद्र पार करने के समय सुरसा ने राक्षसी का रूप धारण कर [[हनुमान]] का रास्ता रोका था और उन्हें खा जाने के लिए उद्धत हुई थी। समझाने पर जब वह नहीं मानी, तब हनुमान ने अपना शरीर उससे भी बड़ा कर लिया। जैसे-जैसे सुरसा अपना मुँह बढ़ाती जाती, वैसे-वैसे हनुमान शरीर बढ़ाते जाते। बाद में हनुमान ने अचानक ही अपना शरीर बहुत छोटा कर लिया और सुरसा के मुँह में प्रवेश करके तुरंत ही बाहर निकल आये। सुरसा ने प्रसन्न होकर हनुमान को आशीर्वाद दिया तथा उनकी सफलता की कामना की। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[सुरसा]]
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{{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 31 अक्टूबर 2014]] |अगली=[[पहेली 2 नवम्बर 2014]]}}
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09:55, 24 अक्टूबर 2014 का अवतरण