|
|
पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| <noinclude>{| width="49%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
| | |
| |-</noinclude>
| |
| | style="background:transparent;"|
| |
| {| style="background:transparent; width:100%"
| |
| |+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"|<font color="#003366">एक वृक्ष</font>
| |
| |-
| |
| {{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
| |
| <div style="padding:3px">[[चित्र:Peepal22.jpg|right|120px|link=पीपल|border]]</div>
| |
| <poem>
| |
| '''[[पीपल]]''' [[भारत]], [[नेपाल]], [[श्रीलंका]] और [[चीन]] में पाया जाने वाला [[बरगद]] की जाति का एक विशालकाय वृक्ष है। [[भारतीय संस्कृति]] में पीपल की अनेक पर्वों पर पूजा की जाती है। पीपल के वृक्ष का विस्तार, फैलाव तथा ऊंचाई व्यापक और विशाल होती है। [[गीता|भगवद्गीता]] में भगवान [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] ने [[अर्जुन]] से कहा है कि- "अश्वत्थ: सर्ववृक्षाणाम्" (अर्थात् समस्त वृक्षों में मैं पीपल का वृक्ष हूँ) कहकर पीपल को अपना स्वरूप बताया है। [[अथर्ववेद]] में पीपल के पेड़ को देवताओं का निवास बताया गया है– "अश्वत्थो देव सदन:" पीपल का वृ़क्ष [[आधुनिक भारत]] में भी देवरूप में पूजा जाता है [[पीपल|... और पढ़ें]]</poem>
| |
| |}<noinclude>[[Category:मुखपृष्ठ के साँचे]]</noinclude>
| |