"हिंदी टाइप": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
height="80"
height="80"
border=0
border=0
</websiteFram
</websiteFrame>
|}
|}
[[Category:सहायता]]
[[Category:सहायता]]
'''==सांची-सांची कह रह्यो==
__INDEX__
काशी में सन्यासी होय, वासी हों उजार हूँ को,
          निरगुन उपासी होय, जोग साध रहे बन में ।
तापते चौरासी धूनी, केते वह सिद्ध मुनि,
          शिवदीन कहे सुनी यही, भस्म लगा तन में ।
एते सब प्रपंच, केते बने हुए परमहंस,
          ग्यान के बिना से जांको, ध्यान जाय धन में ।
जब लग है स्वांग सकल, सांचा से राच्यो नहिं,
              कैसे हो उमंग, राम बस्यो नाहीं मन में ।
'''

14:52, 7 दिसम्बर 2014 का अवतरण


<websiteFrame> website=http://hi.bharatdiscovery.org/w/hindi-editor-big.html width=100% height="80" border=0 </websiteFrame>