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|100–200 ई.
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|संगम युग, करिकाल का शासन (त्रिचरापल्लि के निकट कावेरी नदी पर सिंचाई बाँध का निर्माण)।
|संगम युग, करिकाल का शासन (त्रिचरापल्लि के निकट [[कावेरी नदी]] पर सिंचाई बाँध का निर्माण)।
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|300–888 ई.
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|कांची में पल्लवों का शासनकाल।
|[[कांची]] में पल्लवों का शासनकाल।
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|500–757 ई.
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|पश्चिम तथा मध्य दक्कन में वातापी का प्रथम चालुक्य वंश।
|पश्चिम तथा मध्य दक्कन में वातापी का प्रथम [[चालुक्य वंश]]।
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|1014–1044 ई.
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|चोल राजा राजेन्द्र का शासनकाल, श्रीलंका की विजय (1018), बंगाल पर आक्रमण (1021)।  
|चोल राजा राजेन्द्र का शासनकाल, [[श्रीलंका]] की विजय (1018), [[बंगाल]] पर आक्रमण (1021)।  
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|1070–1120 ई.
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| कुलोत्तुंग प्रथम का शासनकाल, आन्ध्र का चोल राज्य में विलेय (1076)।
| कुलोत्तुंग प्रथम का शासनकाल, [[आन्ध्र प्रदेश|आन्ध्र]] का चोल राज्य में विलेय (1076)।
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|636–637 ई.
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| ख़लीफ़ा उमर के समय में अरबों का भारत पर पहला अभिलिखित हमला।
| ख़लीफ़ा उमर के समय में [[अरब|अरबों]] का भारत पर पहला अभिलिखित हमला।
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| चीनी यात्री ह्वेनसांग की चीन वापसी।
| चीनी यात्री [[ह्वेनसांग]] की [[चीन]] वापसी।
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| हर्षवर्धन की मृत्यु, ह्वेनसांग पर हमला।
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|674 ई.
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| विक्रमादित्य प्रथम चालुक्य और परमेश्वर वर्मा प्रथम पल्लवव शासक बने।
| विक्रमादित्य प्रथम चालुक्य और परमेश्वर वर्मा प्रथम पल्लव शासक बने।
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|675–685 ई.
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|तीसरे चीन यात्री इत्सिंग का नालन्दा आवास।
|तीसरे चीन यात्री इत्सिंग का [[नालन्दा]] आवास।
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|700–900 ई.
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| दक्षिण भारत में आलवारों (वैष्णव) का भक्ति आंदोलन, भक्ति संग्रह 'प्रबंधम्' की रचना।
| दक्षिण भारत में आलवारों ([[वैष्णव]]) का भक्ति आंदोलन, भक्ति संग्रह 'प्रबंधम्' की रचना।
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|730 ई.
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| कन्नौज में मौखरी शासक यशोवर्मन सिंहासनरुढ़।
| [[कन्नौज]] में मौखरी शासक यशोवर्मन सिंहासनरुढ़।
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|753–774 ई.
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| ख़लीफ़ा मंसूर के काल में ब्रह्मगुप्त के 'ब्रह्म सिद्धान्त' तथा 'खण्डनखाड्य' का अल्फ़जारी द्वारा अरबी में अनुवाद।
| ख़लीफ़ा मंसूर के काल में [[ब्रह्मगुप्त]] के 'ब्रह्म सिद्धान्त' तथा 'खण्डनखाड्य' का अल्फ़जारी द्वारा [[अरबी भाषा|अरबी]] में अनुवाद।
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|786–808 ई.
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| ईरानी शासक ख़लीफ़ा हारून-अल-रशीद का शासनकाल, बरमस्क (एक मन्त्री) द्वारा भारत के अनेक वैद्यों, ज्योतिषियों, रसायनशास्त्रियों, विचारकों को बगदाद बुलाकर उनसे इन विषयों के अनेक ग्रन्थों का अरबी में अनुवाद करवाया।
| ईरानी शासक ख़लीफ़ा हारून-अल-रशीद का शासनकाल, बरमस्क (एक मन्त्री) द्वारा भारत के अनेक वैद्यों, ज्योतिषियों, रसायनशास्त्रियों, विचारकों को बगदाद बुलाकर उनसे इन विषयों के अनेक ग्रन्थों का [[अरबी भाषा|अरबी]] में अनुवाद करवाया।
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|824–924 ई.
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| वैष्णव भक्तिकाल।
| [[वैष्णव]] भक्तिकाल।
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|986–87 ई.
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| खुरासनी शासक अलप्तगीन के ग़ुलाम सुबुक्तगीन का काबुल-कंधार में हिन्दूशाही शासक जयपाल पर प्रथम आक्रमण, जयपाल पराजित।
| खुरासनी शासक अलप्तगीन के ग़ुलाम सुबुक्तगीन का [[काबुल]]-कंधार में हिन्दूशाही शासक जयपाल पर प्रथम आक्रमण, जयपाल पराजित।
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|997–998 ई.
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| सुबुक्गीन की मृत्यु, महमूद गजनवी खुरासन की गद्दी पर बैठा।
| सुबुक्गीन की मृत्यु, [[महमूद गजनवी]] खुरासन की गद्दी पर बैठा।
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|999 ई.
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| बगदाद के ख़लीफ़ा द्वारा महमूद गजनवी को स्वतुत्र शासक के रूप में मान्यता।
| बगदाद के ख़लीफ़ा द्वारा [[महमूद गजनवी]] को स्वतुत्र शासक के रूप में मान्यता।
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|1000 ई.
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| महमूद गजनवी का भारत पर (काबल में) प्रथम आक्रमण, स्थानीय जनता पर लूट तथा धर्म परिवर्तन।
| [[महमूद गजनवी]] का भारत पर ([[काबुल]] में) प्रथम आक्रमण, स्थानीय जनता पर लूट तथा धर्म परिवर्तन।
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|1002 ई.
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| महमूद गजनवी का तीसरा आक्रमण, आनन्दपाल से युद्ध तथा उसकी पराजय।
| [[महमूद गजनवी]] का तीसरा आक्रमण, आनन्दपाल से युद्ध तथा उसकी पराजय।
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| आनन्दपाल अपमानजनक शर्तों पर महमूद गजनवी का सामंत बना।
| आनन्दपाल अपमानजनक शर्तों पर [[महमूद गजनवी]] का सामंत बना।
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|1017 ई.
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| शंकराचार्य के मायावाद का खंडन कर विशिष्टाद्वैतवाद मत की स्थापना करने वाले वैष्णव आचार्य रामानुज का जन्म।
| [[शंकराचार्य]] के मायावाद का खंडन कर विशिष्टाद्वैतवाद मत की स्थापना करने वाले [[वैष्णव]] आचार्य [[रामानुज]] का जन्म।
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|1018–1019 ई.
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| गजनवी का गंगा-यमुना दौआब क्षेत्र पर क़ब्ज़ा।
| गजनवी का [[गंगा नदी]]-[[यमुना नदी|यमुना]] दौआब क्षेत्र पर क़ब्ज़ा।
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|1026 ई.
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| अन्तिम हिन्दूशाही शासक भीमपाल की मृत्यु, काबुल-कंधार के हिन्दूशाही वंश का अन्त।
| अन्तिम हिन्दूशाही शासक भीमपाल की मृत्यु, [[काबुल]]-कंधार के हिन्दूशाही वंश का अन्त।
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| जाटों को कुचलने के लिए महमूद का भारत (गुजरात-सिंन्ध) पर 17वाँ व अन्तिम आक्रमण।
| [[जाट|जाटों]] को कुचलने के लिए महमूद का भारत ([[गुजरात]]-सिंन्ध) पर 17वाँ व अन्तिम आक्रमण।
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| महमूद गजनवी की मृत्यु, मसूद गजनी का सुल्तान, किताब-उल-हिन्द के लेखक अलबरूनी का भारत आगमन।  
| [[महमूद गजनवी]] की मृत्यु, मसूद गजनी का सुल्तान, किताब-उल-हिन्द के लेखक अलबरूनी का भारत आगमन।  
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| स्थानीय हिन्दू राजाओं का लाहौर पर पुनः अधिकार कर स्वाधीन राज्य स्थापित करने का प्रयास विफल।  
| स्थानीय हिन्दू राजाओं का [[लाहौर]] पर पुनः अधिकार कर स्वाधीन राज्य स्थापित करने का प्रयास विफल।  
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| कर्नाटक में लिंगायत सम्प्रदाय के संस्थापक संत बासवेश्वर या बासव का जन्म।
| [[कर्नाटक]] में लिंगायत सम्प्रदाय के संस्थापक संत बासवेश्वर या बासव का जन्म।
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| विशिष्टाद्वेतवाद मत के विचारक संत रामानुजाचार्य का देहान्त।
| विशिष्टाद्वैतवाद मत के विचारक संत [[रामानुजाचार्य]] का देहान्त।
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|1163 ई.
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| मुइजुद्दीन मोहम्मद गोरी गजनी का शासन बना।
| मुइजुद्दीन [[मोहम्मद गौरी]] गजनी का शासन बना।
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08:08, 12 अगस्त 2010 का अवतरण

भारतीय इतिहास — पुनरावलोकन

ईसवीं/वर्ष

क्रम ईसवी/वर्ष विवरण
1 14–13 ई. शक (हिन्द-पार्थियन) शासक गोंडोफर्नीज का शासन, ईसाई धर्म प्रचार हेतु रोमन संत सेंट टामस का भारत में आगमन।
2 15 ई. कुषाणों (यू-ची का तोचारियन) का भारत में प्रवेश।
3 64 ई. उत्तर-पश्चिमी भारत में शक विम कडफिसस का राज्य।
4 78 ई. कुषाण वंश के महानतम शासक कनिष्क का राज्यारोहण, उसके द्वारा शक संवत का प्रारम्भ।
5 78–101 कनिष्क का शासनकाल, चौथी बौद्ध संगति का (कश्मीर में) आयोजन।
6 100 ई. अश्वघोष द्वारा 'सौन्दरानन्द' तथा 'बुद्धचरित' एवं 'कुमारलाट' के द्वारा 'कल्पमंदितिका' की रचना।
7 109–132 ई. महानतम सातवाहन शासक गौतमीपुत्र शातकर्णी द्वारा राज्य विस्तार।
8 150 ई. बघेलखण्ड, वाराणसी तथा आगे चलकर मथुरा तक के क्षेत्र में भारशिव नागाओं की विभिन्न शाखाओं का राज्य।
9 200–250 ई. सातवाहनों का पतन, महाराष्ट्र में आभीर, उत्तरी कनारा तथा मैसूर ज़िलों में कुन्तल और कटु, आन्ध्र में इक्ष्वाकु तथा विदर्भ में वाकाटकों की सत्ता स्थापित।
10 225 ई. विंध्यशक्ति द्वारा वाकाटक शासन की स्थापना, अगले 272 वर्षों तक इस वंश का शासन।
11 250 ई. नासिक में आभीरों द्वारा त्रैकुटकर वंश की स्थापना, अगले 250 वर्षों तक इस वंश का शान।
12 320–335 ई. चन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश को स्थापित किया।


दक्षिणी भारत

क्रम ईसवी/वर्ष विवरण
1 100–200 ई. संगम युग, करिकाल का शासन (त्रिचरापल्लि के निकट कावेरी नदी पर सिंचाई बाँध का निर्माण)।
2 300–888 ई. कांची में पल्लवों का शासनकाल।
3 500–757 ई. पश्चिम तथा मध्य दक्कन में वातापी का प्रथम चालुक्य वंश
4 630–970 ई. पूर्वी दक्कन में वेंगी के पूर्वी चालुक्यों का शासनकाल।
5 757–973 ई. मान्यखेत में राष्ट्रकूटों का शासनकाल।
6 985–1014 ई. चोल शासक राजराज का शासनकाल, भूमि-सर्वेक्षण का प्रारम्भ (1000 ई0)।
7 1014–1044 ई. चोल राजा राजेन्द्र का शासनकाल, श्रीलंका की विजय (1018), बंगाल पर आक्रमण (1021)।
8 1044–52 ई. राजेन्द्र के उत्तराधिकारी राजाधिराज प्रथम का शासनकाल।
9 1052–64 ई. राजेन्द्र द्वितीय का शासनकाल।
10 1064–70 ई. वीर राजेन्द्र चोल का शासनकाल।
11 1070–1120 ई. कुलोत्तुंग प्रथम का शासनकाल, आन्ध्र का चोल राज्य में विलेय (1076)।
12 1120–1267 ई. परवर्ती चोल शासकों का काल।
13 973–1189 ई. कल्याणी का द्वितीय चालुक्य वंश।
14 636–637 ई. ख़लीफ़ा उमर के समय में अरबों का भारत पर पहला अभिलिखित हमला।
15 643 ई. चीनी यात्री ह्वेनसांग की चीन वापसी।
16 647 ई. हर्षवर्धन की मृत्यु, ह्वेनसांग पर हमला।
17 674 ई. विक्रमादित्य प्रथम चालुक्य और परमेश्वर वर्मा प्रथम पल्लव शासक बने।
18 675–685 ई. तीसरे चीन यात्री इत्सिंग का नालन्दा आवास।
19 700–900 ई. दक्षिण भारत में आलवारों (वैष्णव) का भक्ति आंदोलन, भक्ति संग्रह 'प्रबंधम्' की रचना।
20 712 ई. मुहम्मद बिन क़ासिम का सिन्ध पर आक्रमण, देवलगढ़ विजय, निरुन की लड़ाई में हिन्दू राजा दाहिर की मृत्यु, क़ासिम की ब्राह्मणाबाद पर विजय।
21 730 ई. कन्नौज में मौखरी शासक यशोवर्मन सिंहासनरुढ़।
22 753–774 ई. ख़लीफ़ा मंसूर के काल में ब्रह्मगुप्त के 'ब्रह्म सिद्धान्त' तथा 'खण्डनखाड्य' का अल्फ़जारी द्वारा अरबी में अनुवाद।
23 786–808 ई. ईरानी शासक ख़लीफ़ा हारून-अल-रशीद का शासनकाल, बरमस्क (एक मन्त्री) द्वारा भारत के अनेक वैद्यों, ज्योतिषियों, रसायनशास्त्रियों, विचारकों को बगदाद बुलाकर उनसे इन विषयों के अनेक ग्रन्थों का अरबी में अनुवाद करवाया।
24 824–924 ई. वैष्णव भक्तिकाल।
25 986–87 ई. खुरासनी शासक अलप्तगीन के ग़ुलाम सुबुक्तगीन का काबुल-कंधार में हिन्दूशाही शासक जयपाल पर प्रथम आक्रमण, जयपाल पराजित।
26 997–998 ई. सुबुक्गीन की मृत्यु, महमूद गजनवी खुरासन की गद्दी पर बैठा।
27 999 ई. बगदाद के ख़लीफ़ा द्वारा महमूद गजनवी को स्वतुत्र शासक के रूप में मान्यता।
28 1000 ई. महमूद गजनवी का भारत पर (काबुल में) प्रथम आक्रमण, स्थानीय जनता पर लूट तथा धर्म परिवर्तन।
29 1002 ई. महमूद गजनवी का तीसरा आक्रमण, आनन्दपाल से युद्ध तथा उसकी पराजय।
30 1010 ई. आनन्दपाल अपमानजनक शर्तों पर महमूद गजनवी का सामंत बना।
31 1011–1012 ई. महमूद का थानेश्वर पर हमला, उत्तर-पश्चिम भारत में हिन्दूशाही के छोटे-बड़े सभी राज्य ध्वस्त।
32 1013 ई. आनन्दपाल की मृत्यु, पुत्र त्रिलोचनपाल उत्तराधिकारी बना।
33 1014 ई. तोषी की लड़ाई में त्रिलोचनपाल परास्त, झेलम तक का क्षेत्र गजनवी के राज्य में सम्मिलित।
34 1017 ई. शंकराचार्य के मायावाद का खंडन कर विशिष्टाद्वैतवाद मत की स्थापना करने वाले वैष्णव आचार्य रामानुज का जन्म।
35 1018–1019 ई. गजनवी का गंगा नदी-यमुना दौआब क्षेत्र पर क़ब्ज़ा।
36 1025–1026 ई. गजनवी के द्वारा सोमनाथ मन्दिर (गुजरात) की लूट।
37 1026 ई. अन्तिम हिन्दूशाही शासक भीमपाल की मृत्यु, काबुल-कंधार के हिन्दूशाही वंश का अन्त।
38 1027 ई. जाटों को कुचलने के लिए महमूद का भारत (गुजरात-सिंन्ध) पर 17वाँ व अन्तिम आक्रमण।
38 1030 ई. महमूद गजनवी की मृत्यु, मसूद गजनी का सुल्तान, किताब-उल-हिन्द के लेखक अलबरूनी का भारत आगमन।
39 1043 ई. स्थानीय हिन्दू राजाओं का लाहौर पर पुनः अधिकार कर स्वाधीन राज्य स्थापित करने का प्रयास विफल।
40 1131 ई. कर्नाटक में लिंगायत सम्प्रदाय के संस्थापक संत बासवेश्वर या बासव का जन्म।
41 1137 ई. विशिष्टाद्वैतवाद मत के विचारक संत रामानुजाचार्य का देहान्त।
42 1162 ई. द्वैतवादी वैष्णव संत निम्वार्क स्वामी का जन्म।
43 1163 ई. मुइजुद्दीन मोहम्मद गौरी गजनी का शासन बना।
44 1167 ई. संत बाससेश्वर का निधन।
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