"आंध्र प्रदेश के उद्योग": अवतरणों में अंतर
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*[[हैदराबाद]] और [[विशाखापत्तनम]] के पास बड़े उद्योगों में मशीनी औज़ार, औषाधियाँ, भारी बिजली मशीनें, उर्वरक, इलेक्ट्रॉंनिक उपकरण, विमानों के कलपुर्जे, सीमेंट और रसायन, कांच तथा घडियों आदि का उत्पादन होता है। | *[[हैदराबाद]] और [[विशाखापत्तनम]] के पास बड़े उद्योगों में मशीनी औज़ार, औषाधियाँ, भारी बिजली मशीनें, [[उर्वरक]], इलेक्ट्रॉंनिक उपकरण, विमानों के कलपुर्जे, सीमेंट और रसायन, कांच तथा घडियों आदि का उत्पादन होता है। | ||
*[[आंध्र प्रदेश]] में देश के अच्छे किस्म के क्रिसोलाइट एस्बेस्टस के विशालतम भंडार हैं। | *[[आंध्र प्रदेश]] में देश के अच्छे किस्म के क्रिसोलाइट एस्बेस्टस के विशालतम भंडार हैं। | ||
*इसके अतिरिक्त यहाँ तांबा, मैगनीज, अभ्रक, कोयला तथा चूना पत्थर जैसे महत्त्वपूर्ण [[खनिज]] भी पाए जाते हैं। | *इसके अतिरिक्त यहाँ तांबा, मैगनीज, अभ्रक, कोयला तथा [[चूना पत्थर]] जैसे महत्त्वपूर्ण [[खनिज]] भी पाए जाते हैं। | ||
*सिंगरेनी कोयला खानों से समूचे दक्षिण भारत में कोयले की आपूर्ति की जाती है। | *सिंगरेनी कोयला खानों से समूचे दक्षिण भारत में कोयले की आपूर्ति की जाती है। | ||
==औद्योगिक विकास== | ==औद्योगिक विकास== | ||
कभी औद्योगिक रूप से अल्पविकसित रहा [[आंध्र प्रदेश]] 20 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में [[भारत]] के औद्योगिक राज्यों में से एक बन गया है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम और हैदराबाद क्षेत्रों में जलपोत निर्माण, वैमानिकी, विद्युत उपकरण, मशीन उपकरण और दवा उद्योग स्थापित किए हैं। अधिकांश निजी उद्योग विजयवाड़ा-गुंटूर क्षेत्र में स्थित हैं, जो रसायन, कपड़ा, सीमेंट, उर्वरक, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, पेट्रोलियम उत्पादन और सिगरेट का उत्पादन करते हैं। विशाखापट्टनम में एक तेल परिशोधनशाला है तथा देश का सबसे बड़ा जलपोत निर्माण यार्ड है फिर भी खनन और विनिर्माण उद्योग राज्य की आय का एक छोटा हिस्सा ही है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम में एक विशाल इस्पात संयंत्र खोला है, क्योंकि वहाँ कच्चे माल और पत्तन की सुविधाएँ सुलभ हैं। हाल के वर्षों में पनबिजली और ताप विद्युत परियोजनाओं से हुआ विद्युतीकरण भी औद्योगिकीकरण व सिंचाई में सहायक सिद्ध हुआ है। लंबी समुद्री तटरेखा और अनेक नदियों के कारण राज्य में मत्स्य उद्योग भी महत्त्वपूर्ण और विकासोन्मुख उद्योग है। | कभी औद्योगिक रूप से अल्पविकसित रहा [[आंध्र प्रदेश]] 20 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में [[भारत]] के औद्योगिक राज्यों में से एक बन गया है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम और हैदराबाद क्षेत्रों में जलपोत निर्माण, वैमानिकी, विद्युत उपकरण, मशीन उपकरण और दवा उद्योग स्थापित किए हैं। अधिकांश निजी उद्योग विजयवाड़ा-गुंटूर क्षेत्र में स्थित हैं, जो रसायन, कपड़ा, सीमेंट, उर्वरक, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, पेट्रोलियम उत्पादन और सिगरेट का उत्पादन करते हैं। विशाखापट्टनम में एक तेल परिशोधनशाला है तथा देश का सबसे बड़ा जलपोत निर्माण यार्ड है फिर भी खनन और विनिर्माण उद्योग राज्य की आय का एक छोटा हिस्सा ही है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम में एक विशाल इस्पात संयंत्र खोला है, क्योंकि वहाँ कच्चे माल और पत्तन की सुविधाएँ सुलभ हैं। हाल के वर्षों में पनबिजली और ताप विद्युत परियोजनाओं से हुआ विद्युतीकरण भी औद्योगिकीकरण व सिंचाई में सहायक सिद्ध हुआ है। लंबी समुद्री तटरेखा और अनेक नदियों के कारण राज्य में मत्स्य उद्योग भी महत्त्वपूर्ण और विकासोन्मुख उद्योग है। | ||
{{लेख प्रगति |आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता= |शोध=}} | |||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भारत के उद्योग}} | {{भारत के उद्योग}} | ||
[[Category:आंध्र_प्रदेश]] | [[Category:आंध्र_प्रदेश]][[Category:उद्योग और कल कारख़ाने]][[Category:भारत के व्यापारिक क्षेत्र और नगर]][[Category:वाणिज्य व्यापार कोश]] | ||
[[Category:उद्योग और कल कारख़ाने]] | |||
[[Category:भारत के व्यापारिक क्षेत्र और नगर]] | |||
[[Category:वाणिज्य व्यापार कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:08, 10 मार्च 2015 का अवतरण
- हैदराबाद और विशाखापत्तनम के पास बड़े उद्योगों में मशीनी औज़ार, औषाधियाँ, भारी बिजली मशीनें, उर्वरक, इलेक्ट्रॉंनिक उपकरण, विमानों के कलपुर्जे, सीमेंट और रसायन, कांच तथा घडियों आदि का उत्पादन होता है।
- आंध्र प्रदेश में देश के अच्छे किस्म के क्रिसोलाइट एस्बेस्टस के विशालतम भंडार हैं।
- इसके अतिरिक्त यहाँ तांबा, मैगनीज, अभ्रक, कोयला तथा चूना पत्थर जैसे महत्त्वपूर्ण खनिज भी पाए जाते हैं।
- सिंगरेनी कोयला खानों से समूचे दक्षिण भारत में कोयले की आपूर्ति की जाती है।
औद्योगिक विकास
कभी औद्योगिक रूप से अल्पविकसित रहा आंध्र प्रदेश 20 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में भारत के औद्योगिक राज्यों में से एक बन गया है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम और हैदराबाद क्षेत्रों में जलपोत निर्माण, वैमानिकी, विद्युत उपकरण, मशीन उपकरण और दवा उद्योग स्थापित किए हैं। अधिकांश निजी उद्योग विजयवाड़ा-गुंटूर क्षेत्र में स्थित हैं, जो रसायन, कपड़ा, सीमेंट, उर्वरक, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, पेट्रोलियम उत्पादन और सिगरेट का उत्पादन करते हैं। विशाखापट्टनम में एक तेल परिशोधनशाला है तथा देश का सबसे बड़ा जलपोत निर्माण यार्ड है फिर भी खनन और विनिर्माण उद्योग राज्य की आय का एक छोटा हिस्सा ही है। केंद्र सरकार ने विशाखापट्टनम में एक विशाल इस्पात संयंत्र खोला है, क्योंकि वहाँ कच्चे माल और पत्तन की सुविधाएँ सुलभ हैं। हाल के वर्षों में पनबिजली और ताप विद्युत परियोजनाओं से हुआ विद्युतीकरण भी औद्योगिकीकरण व सिंचाई में सहायक सिद्ध हुआ है। लंबी समुद्री तटरेखा और अनेक नदियों के कारण राज्य में मत्स्य उद्योग भी महत्त्वपूर्ण और विकासोन्मुख उद्योग है।
|
|
|
|
|