"राधा कृष्ण मंदिर, कानपुर": अवतरणों में अंतर
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*यह मंदिर मूल रूप से [[राधा|श्रीराधा]]-[[कृष्ण]] को समर्पित है। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण, अर्धनारीश्वर, नर्मदेश्वर और [[हनुमान]] को भी यह मंदिर समर्पित है। | *यह मंदिर मूल रूप से [[राधा|श्रीराधा]]-[[कृष्ण]] को समर्पित है। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण, अर्धनारीश्वर, नर्मदेश्वर और [[हनुमान]] को भी यह मंदिर समर्पित है। | ||
*राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण 50 वर्ष पूर्व सिंघानिया [[परिवार]] के जे. के. ट्रस्ट ने करवाया था।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/kanpur/attractions/shri-radhakrishna-temple/|title= श्रीराधाकृष्ण मंदिर, कानपुर|accessmonthday= 07 मई|accessyear= 2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref> | *राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण 50 वर्ष पूर्व सिंघानिया [[परिवार]] के जे. के. ट्रस्ट ने करवाया था।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/kanpur/attractions/shri-radhakrishna-temple/|title= श्रीराधाकृष्ण मंदिर, कानपुर|accessmonthday= 07 मई|accessyear= 2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नेटिव प्लेनेट|language= हिन्दी}}</ref> | ||
*यह मंदिर प्राचीन और नवीन [[वास्तुकला]] के अद्वितीय मिश्रण को प्रस्तुत करता है। मंडपों की छत ऊंची है, जिससे हवा और [[प्रकाश]] आसानी आ सके। | *यह मंदिर प्राचीन और नवीन [[वास्तुकला]] के अद्वितीय मिश्रण को प्रस्तुत करता है। मंडपों की छत ऊंची है, जिससे हवा और [[प्रकाश]] आसानी से आ सके। | ||
*इस मंदिर में प्रमुख [[हिन्दू देवी-देवता|हिन्दू देवी-देवताओं]] को समर्पित पांच मंदिर हैं, जिसमें राधा और कृष्ण प्रमुख हैं, जिनके आधार पर इसका नाम पड़ा है। अन्य चार मंदिर [[हनुमान]], लक्ष्मी नारायण, अर्धनारीश्वर और नर्मदेश्वर को समर्पित हैं। | *इस मंदिर में प्रमुख [[हिन्दू देवी-देवता|हिन्दू देवी-देवताओं]] को समर्पित पांच मंदिर हैं, जिसमें राधा और कृष्ण प्रमुख हैं, जिनके आधार पर इसका नाम पड़ा है। अन्य चार मंदिर [[हनुमान]], लक्ष्मी नारायण, अर्धनारीश्वर और नर्मदेश्वर को समर्पित हैं। | ||
*सुंदर नक्काशी से सजी हुई मंदिर की मूर्तियाँ ऊँची छत वाले मंडप के नीचे रखी गयी हैं। | *सुंदर नक्काशी से सजी हुई मंदिर की मूर्तियाँ ऊँची छत वाले मंडप के नीचे रखी गयी हैं। |
08:24, 7 मई 2015 का अवतरण
राधा कृष्ण मंदिर, कानपुर
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विवरण | 'राधा कृष्ण मंदिर' कानपुर का प्रसिद्ध धार्मिक तथा पर्यटन स्थल है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण तथा राधाजी को समर्पित है। |
अन्य नाम | जे. के. मंदिर |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | कानपुर |
निर्माणकर्ता | जे. के. ट्रस्ट |
अन्य जानकारी | यह मंदिर एक शानदार उद्यान और झील के पास स्थित है। रात में मंदिर रोशनी से नहा जाता है और झील के पानी में इसका प्रतिबिंब एक सुहावना दृश्य प्रस्तुत करता है। |
राधा कृष्ण मंदिर कानपुर, उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर 'जे. के. मंदिर' के नाम से भी जाना जाता है। बेहद खूबसूरती से बना यह मंदिर जे. के. ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया था। प्राचीन और आधुनिक शैली से निर्मित यह मंदिर कानपुर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहता है।
- यह मंदिर मूल रूप से श्रीराधा-कृष्ण को समर्पित है। इसके अलावा लक्ष्मीनारायण, अर्धनारीश्वर, नर्मदेश्वर और हनुमान को भी यह मंदिर समर्पित है।
- राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण 50 वर्ष पूर्व सिंघानिया परिवार के जे. के. ट्रस्ट ने करवाया था।[1]
- यह मंदिर प्राचीन और नवीन वास्तुकला के अद्वितीय मिश्रण को प्रस्तुत करता है। मंडपों की छत ऊंची है, जिससे हवा और प्रकाश आसानी से आ सके।
- इस मंदिर में प्रमुख हिन्दू देवी-देवताओं को समर्पित पांच मंदिर हैं, जिसमें राधा और कृष्ण प्रमुख हैं, जिनके आधार पर इसका नाम पड़ा है। अन्य चार मंदिर हनुमान, लक्ष्मी नारायण, अर्धनारीश्वर और नर्मदेश्वर को समर्पित हैं।
- सुंदर नक्काशी से सजी हुई मंदिर की मूर्तियाँ ऊँची छत वाले मंडप के नीचे रखी गयी हैं।
- राधा कृष्ण मंदिर एक शानदार उद्यान और झील के पास स्थित है।
- रात में मंदिर रोशनी से नहा जाता है और झील के पानी में इसका प्रतिबिंब एक सुहावना दृश्य प्रस्तुत करता है।
- इस मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ श्रीराधाकृष्ण मंदिर, कानपुर (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 07 मई, 2015।