"पहेली 12 नवम्बर 2015": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | right|120px <quiz display=simple> {मुअन...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
-माधोस्वरूप वत्स | -माधोस्वरूप वत्स | ||
-जॉन मार्शल एवं ईश्वरी प्रसाद | -जॉन मार्शल एवं ईश्वरी प्रसाद | ||
||[[चित्र:Rakhaldas-Bandyopadhyay.jpg | ||[[चित्र:Rakhaldas-Bandyopadhyay.jpg|right|150px|राखालदास बंद्योपाध्याय]]'मुअन जो दड़ो' / 'मोहनजोदाड़ो' जिसका अर्थ 'मुर्दों का टीला है', 2600 ईसा पूर्व की एक सुव्यवस्थित नगरीय सभ्यता थी। इस सभ्यता के ध्वंसावशेष [[पाकिस्तान]] के सिन्ध प्रान्त के 'लरकाना ज़िले' में [[सिंधु नदी]] के दाहिने किनारे पर प्राप्त हुए हैं। यह नगर क़रीब 5 कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। [[मुअन जो दड़ो|मोहनजोदाड़ो]] के टीलों को [[1922]] ई. में खोजने का श्रेय '[[राखालदास बंद्योपाध्याय|राखालदास बनर्जी]]' को प्राप्त हुआ। यहाँ पूर्व और पश्चिम (नगर के) दिशा में प्राप्त दो टीलों के अतिरिक्त सार्वजनिक स्थलों में एक 'विशाल स्नागार' एवं महत्त्वपूर्ण भवनों में एक विशाल 'अन्नागार' के [[अवशेष]] मिले हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राखालदास बंद्योपाध्याय]] | ||
</quiz> | </quiz> | ||
12:01, 9 नवम्बर 2015 का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|