"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती -सोहन लाल द्विवेदी": अवतरणों में अंतर
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<poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... | <poem>लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... | ||
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती... | |||
नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है... | नन्ही चींटीं जब दाना लेकर चढ़ती है... | ||
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है... | चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है... | ||
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चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है... | चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना, ना अखरता है... | ||
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती... | मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती... | ||
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती... | |||
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है... | डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है... | ||
जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है.. | जा जा कर ख़ाली हाथ लौटकर आता है.. | ||
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बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में... | बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में... | ||
मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती... | मुट्ठी उसकी ख़ाली हर बार नहीं होती... | ||
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती... | |||
असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो... | असफलता एक चुनौती है... स्वीकार करो... | ||
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो... | क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो... | ||
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संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम... | संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम... | ||
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती... | कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती... | ||
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती...</poem> | |||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
*कई लोग इस रचना को [[हरिवंशराय बच्चन]] द्वारा रचित मानते हैं। लेकिन [[अमिताभ बच्चन]] ने अपनी [https://www.facebook.com/AmitabhBachchan/posts/1153934214640366 एक फ़ेसबुक पोस्ट] में स्पष्ट किया है कि यह रचना सोहनलाल द्विवेदी जी की है। | |||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
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09:36, 15 दिसम्बर 2015 का अवतरण
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती... |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- कई लोग इस रचना को हरिवंशराय बच्चन द्वारा रचित मानते हैं। लेकिन अमिताभ बच्चन ने अपनी एक फ़ेसबुक पोस्ट में स्पष्ट किया है कि यह रचना सोहनलाल द्विवेदी जी की है।
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