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-[[1900]] ई. | -[[1900]] ई. | ||
{'समाजवादी पुनर्वितरण' (Socialist Redistribution) खण्डन निम्न में से कौन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-688) | {'समाजवादी पुनर्वितरण' (Socialist Redistribution) का खण्डन निम्न में से कौन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-688) | ||
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-[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
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+व्यवस्थापिका। | +व्यवस्थापिका। | ||
{ | {किसने सामान्य [[इच्छा]] तथा समस्त की इच्छा में भेद किया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-348) | ||
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-लॉक | -लॉक | ||
+रूसो | +रूसो | ||
- | -बर्क | ||
- | -[[महात्मा गाँधी|गाँधी]] | ||
{"सुख और दु:ख ही मानव जीवन को गति प्रदान करते हैं। [[प्रकृति]] ने मानव [[समाज]] को दो सर्वाधिक संपन्न स्वामियों-सुख और दु:ख के अधीन रख दिया है। इन स्वामियों का यही कर्तव्य है कि हमें निर्देश दें कि क्या करना चाहिए तथा निर्णय करें कि हम क्या कर सकते हैं।" यह निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-392) | {"सुख और दु:ख ही मानव जीवन को गति प्रदान करते हैं। [[प्रकृति]] ने मानव [[समाज]] को दो सर्वाधिक संपन्न स्वामियों-सुख और दु:ख के अधीन रख दिया है। इन स्वामियों का यही कर्तव्य है कि हमें निर्देश दें कि क्या करना चाहिए तथा निर्णय करें कि हम क्या कर सकते हैं।" यह निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-392) | ||
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+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{ | {''अराजकता सबसे अच्छी स्थिती होगी क्योंकि उसमें [[राज्य]] के लिए कोई जगह नहीं होगी।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-690) | ||
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-[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
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{अरस्तू के अनुसार शिक्षा.......होनी चाहिए:(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-118) | {[[अरस्तू]] के अनुसार शिक्षा.......होनी चाहिए:(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-118) | ||
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+नि:शुल्क | +नि:शुल्क | ||
-शुल्क सहित | -शुल्क सहित | ||
-उपरोक्त दोनों | -उपरोक्त दोनों | ||
-उपरोक्त कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{सर्वशक्तिशाली विधायक की धारणा किसने प्रस्तुत की?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-220) | {सर्वशक्तिशाली [[विधायक]] की धारणा किसने प्रस्तुत की?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-220) | ||
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+मैक्यावली | +मैक्यावली | ||
-गाँधी | -[[महात्मा गाँधी|गाँधी]] | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
-प्लेटो | -प्लेटो | ||
{लॉक के अनुसार व्यवस्थापिका | {लॉक के अनुसार व्यवस्थापिका निम्न में से किसकी संरक्षक है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-290) | ||
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-धर्म | -[[धर्म]] | ||
+प्राकृतिक अधिकारों | +प्राकृतिक अधिकारों | ||
- | -क़ानूनों | ||
- | -नैतिकता | ||
{रूसो के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की इच्छाओं के कितने प्रकार हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-341) | {रूसो के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की [[इच्छा|इच्छाओं]] के कितने प्रकार हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-341) | ||
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-चार | -चार | ||
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-पाँच | -पाँच | ||
{निम्न में से किस देश में उपयोगितावादी | {निम्न में से किस देश में उपयोगितावादी सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-393) | ||
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+इंग्लैंड | +[[इंग्लैंड]] | ||
-अमरीका | -[[अमरीका]] | ||
-फ्राँस | -[[फ्राँस]] | ||
-इटली | -[[इटली]] | ||
{"राज्य मनुष्य की स्वतंत्रता की उच्चतम अभिव्यक्ति है।" किसका | {"राज्य मनुष्य की स्वतंत्रता की उच्चतम अभिव्यक्ति है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-466) | ||
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-प्लेटो | -प्लेटो | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
+हीगेल | +हीगेल | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
{"श्रमिक संघवाद" विचारधारा का उदय किस देश में हुआ?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-536) | {"श्रमिक संघवाद" विचारधारा का उदय किस देश में हुआ?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-536) | ||
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-अमरीका | -[[अमरीका]] | ||
-ब्रिटेन | -[[ब्रिटेन]] | ||
-जर्मनी | -[[जर्मनी]] | ||
+फ्रांस | +[[फ्रांस]] | ||
{किसके विषय में कहा जाता है कि वह आक्सफोर्ड में नैतिक दर्शन की पीठ पर बैठा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-609) | {किसके विषय में कहा जाता है कि वह आक्सफोर्ड में नैतिक दर्शन की पीठ पर बैठा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-609) | ||
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{समुदाय की उत्पत्ति किसकी आलोचना के रूप में हुई है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-691) | {समुदाय की उत्पत्ति किसकी आलोचना के रूप में हुई है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-691) | ||
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-फासीवाद की | -फासीवाद की | ||
-मार्क्सवाद की | -मार्क्सवाद की | ||
+उदारवाद की | +उदारवाद की | ||
-उपरोक्त | -उपरोक्त सभी | ||
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{अरस्तू के अनुसार शिक्षा का कार्यक्रम कितने वर्ष तक चलना चाहिए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-119) | {[[अरस्तू]] के अनुसार शिक्षा का कार्यक्रम कितने [[वर्ष]] तक चलना चाहिए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-119) | ||
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-15 वर्ष | -15 [[वर्ष]] | ||
-18 वर्ष | -18 वर्ष | ||
+20 वर्ष | +20 [[वर्ष]] | ||
-21 वर्ष | -21 वर्ष | ||
{मैक्यावली के अनुसार विधि का स्रोत है | {मैक्यावली के अनुसार विधि का स्रोत है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-221) | ||
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-जनता | -जनता | ||
-समाज | -[[समाज]] | ||
+राजा | +राजा | ||
-चर्च | -[[चर्च]] | ||
{लॉक के अनुसार यदि व्यवस्थापिका सौंपे हुए कार्य को नहीं करे या संविदा के | {लॉक के अनुसार यदि व्यवस्थापिका सौंपे हुए कार्य को नहीं करे या संविदा के विरुद्ध हो जाए तो-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-291) | ||
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+उसे हटा देना चाहिए। | +उसे हटा देना चाहिए। | ||
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-उपरोक्त कोई नहीं। | -उपरोक्त कोई नहीं। | ||
{रूसो के अनुसार एक इच्छा, यथार्थ इच्छा है, तथा दूसरी..........(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-342) | {रूसो के अनुसार एक [[इच्छा]], यथार्थ इच्छा है, तथा दूसरी..........।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-342) | ||
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+आदर्श | +आदर्श | ||
-नैतिक | -नैतिक | ||
-अनैतिक | -अनैतिक | ||
- | -विरोधाभाषी | ||
{बेंथम के अनुसार सुख की प्राप्ति ........ | {बेंथम के अनुसार सुख की प्राप्ति ............. प्रकार से की जा सकती है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-394) | ||
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-दो | -दो | ||
+चार | +चार | ||
-तीन | -तीन | ||
-पाँच | -पाँच | ||
{"हीगेल ने राष्ट्र-राज्य को एक रहस्यात्मक स्तर तक | {"हीगेल ने राष्ट्र-राज्य को एक रहस्यात्मक स्तर तक पहुँचा दिया।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-467) | ||
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+बार्कर | +बार्कर | ||
-सेबाइन | -सेबाइन | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
-कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{"श्रमिक संघवाद" के प्रवर्तक कौन हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-537) | {"श्रमिक संघवाद" के प्रवर्तक कौन हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-537) | ||
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-लेनिन | -लेनिन | ||
{किस विचारक को अंग्रेजी आदर्शवाद का पिता कहा जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-610) | {किस विचारक को '''अंग्रेजी आदर्शवाद का पिता''' कहा जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-610) | ||
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-लास्की | -लास्की | ||
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+ग्रीन | +ग्रीन | ||
{"यह आशा निर्मूल है कि ध्वस्त पूंजीवाद की राख में से समाजवाद उठ खड़ा होगा।" यह किसका | {"यह आशा निर्मूल है कि ध्वस्त पूंजीवाद की राख में से 'समाजवाद' उठ खड़ा होगा।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-662) | ||
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-कार्ल मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स]] | ||
+ग्राम्शी | +ग्राम्शी | ||
-लेनिन | -लेनिन | ||
-कोई | -उपरोक्त में से कोई कोई नहीं। | ||
{निम्न में से कौन-सा कथन समुदायवाद से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-692) | {निम्न में से कौन-सा कथन समुदायवाद से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-692) | ||
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+व्यक्ति और समाज के टूटे रिश्तों को जोड़ने के लिए। | +व्यक्ति और समाज के टूटे रिश्तों को जोड़ने के लिए। | ||
-प्राकृतिक अवस्था के लोगों के लिए। | -प्राकृतिक अवस्था के लोगों के लिए। | ||
-उपरोक्त में से कोई | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
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{शिक्षा राज्य के नियंत्रण में होनी चाहिए | {किसके अनुसार "शिक्षा [[राज्य]] के नियंत्रण में होनी चाहिए"?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-120) | ||
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-सुकरात | -[[सुकरात]] | ||
+अरस्तू | +[[अरस्तू]] | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
-रुसो | -रुसो | ||
{राजनीतिक चिंतन के इतिहास में पुर्नजागरण शक्ति का अग्रदूत | {राजनीतिक चिंतन के [[इतिहास]] में पुर्नजागरण शक्ति का अग्रदूत किसको कहा जाता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-222) | ||
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-मैक्यावली | -मैक्यावली | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
-हॉब्स | -हॉब्स | ||
+लॉक | +लॉक | ||
{जब मनुष्य प्राकृतिक वस्तुओं पर अपना श्रम लगा देता है तो वह उसकी........ बन जाती | {जब मनुष्य प्राकृतिक वस्तुओं पर अपना श्रम लगा देता है तो वह उसकी........ बन जाती है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-292) | ||
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-लागत | -लागत | ||
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+सम्पत्ति | +सम्पत्ति | ||
{रूसो के अनुसार कौन सी इच्छा स्वार्थगत सर्कीण तथा परिवर्तनशील है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-343) | {रूसो के अनुसार कौन-सी [[इच्छा]] स्वार्थगत सर्कीण तथा परिवर्तनशील है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-343) | ||
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-सामान्य इच्छा | -सामान्य [[इच्छा]] | ||
-आदर्श इच्छा | -आदर्श इच्छा | ||
+यथार्थ इच्छा | +यथार्थ [[इच्छा]] | ||
-निजी इच्छा | -निजी इच्छा | ||
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-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
{कार्ल मार्क्स का जन्म कब हुआ?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-468) | {[[कार्ल मार्क्स]] का जन्म कब हुआ?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-468) | ||
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-1880 ई. | -[[1880]] ई. | ||
+1818 ई. | +1818 ई. | ||
-1718 ई. | -1718 ई. | ||
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-उदारवादियों ने | -उदारवादियों ने | ||
+फेनियनवादियों ने | +फेनियनवादियों ने | ||
-उपरोक्त कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{"राज्य एक नैतिक संस्था है जो व्यक्ति के | {"[[राज्य]] एक नैतिक संस्था है जो व्यक्ति के नैतिक विकास के लिए आवश्यक है।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-611) | ||
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-सिडनीवेब | -सिडनीवेब | ||
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-बर्क | -बर्क | ||
{ग्राम्शी राज्य के स्थान पर किस प्रकार के समाज की स्थापना करना चाहता था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-663) | {ग्राम्शी [[राज्य]] के स्थान पर किस प्रकार के [[समाज]] की स्थापना करना चाहता था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-663) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वर्ग विहीन राज्य विहीन | -वर्ग विहीन [[राज्य]] विहीन समाज | ||
-प्राकृतिक अवस्था पूर्ण | -प्राकृतिक अवस्था पूर्ण समाज | ||
+विनियमित | +विनियमित [[समाज]] | ||
-कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{समुदाय की मूल मान्यता क्या है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-693) | {समुदाय की मूल मान्यता क्या है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-693) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-व्यक्ति का | -व्यक्ति का विकास | ||
+व्यक्ति का अपना अस्तित्व और व्यक्तिगत सामाजिक जीवन की देन। | +व्यक्ति का अपना अस्तित्व और व्यक्तिगत सामाजिक जीवन की देन। | ||
-उदारवाद का | -उदारवाद का विकास | ||
-उपरोक्त | -उपरोक्त सभी | ||
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{किस विचारक ने शिक्षा के क्षेत्र में साहित्य पर प्रतिबन्ध लगाया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-121) | {किस विचारक ने शिक्षा के क्षेत्र में [[साहित्य]] पर प्रतिबन्ध लगाया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-121) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हॉब्स | -हॉब्स | ||
-गाँधी | -[[महात्मा गाँधी|गाँधी]] | ||
-रुसो | -रुसो | ||
+अरस्तू | +[[अरस्तू]] | ||
{"जहाँ मैक्यावली आधुनिक युग के भवन तक पहुँच गया है वहाँ बोदां उसकी दहलीज पर खड़ा है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-223) | {"जहाँ मैक्यावली [[आधुनिक काल|आधुनिक युग]] के भवन तक पहुँच गया है वहाँ बोदां उसकी दहलीज पर खड़ा है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-223) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जोन्स | +जोन्स | ||
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-मैक्फरसन | -मैक्फरसन | ||
{लॉक का राजनीतिक | {लॉक का राजनीतिक सिद्धांत निम्न में से क्या है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-293) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+व्यक्तिवादी | +व्यक्तिवादी | ||
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-उपरोक्त में से कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{रूसो के अनुसार कौन सी इच्छा विवेक, ज्ञान तथा सामाजिक हित पर आधारित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-344) | {रूसो के अनुसार कौन सी [[इच्छा]] विवेक, ज्ञान तथा सामाजिक हित पर आधारित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-344) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+आदर्श इच्छा | +आदर्श [[इच्छा]] | ||
-यथार्थ इच्छा | -यथार्थ इच्छा | ||
-सामान्य इच्छा | -सामान्य [[इच्छा]] | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{अंर्तराष्ट्रीय विधि के संहिताकरण(Codification) का समर्थन निम्न में से किसके द्वारा किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-396) | {अंर्तराष्ट्रीय विधि के संहिताकरण (Codification) का समर्थन निम्न में से किसके द्वारा किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-396) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कौटिल्य | -[[कौटिल्य]] | ||
-हॉब्स | -हॉब्स | ||
+बेंथम | +बेंथम | ||
-वाल्टेयर | -वाल्टेयर | ||
{निम्न में से किस पुस्तक की रचना मार्क्स ने नहीं की।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-469) | {निम्न में से किस पुस्तक की रचना [[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] ने नहीं की।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-469) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-Das Capital | -Das Capital | ||
-The | -The Poverty of Photoshophy | ||
+German Ideology | +German Ideology | ||
-The Gotha Prosramme | -The Gotha Prosramme | ||
पंक्ति 504: | पंक्ति 504: | ||
+पेन्टी और ओटेन्स | +पेन्टी और ओटेन्स | ||
{ग्रीन ने राज्य की विधि को-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-612) | {ग्रीन ने [[राज्य]] की विधि को-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-612) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सकारात्मक बताया है। | -सकारात्मक बताया है। | ||
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-उपरोक्त सभी। | -उपरोक्त सभी। | ||
{"पूंजीवाद के विरुद्ध वैचारिक लड़ाई जारी रखनी चाहिए।" किसका | {"पूंजीवाद के विरुद्ध वैचारिक लड़ाई जारी रखनी चाहिए।" यह किसका मानना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-664) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लेनिन | -लेनिन | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
+ग्राम्शी | +ग्राम्शी | ||
-स्टालिन | -स्टालिन | ||
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{निम्न में से कौन-सा विचारक समकालीन समुदाय से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-694) | {निम्न में से कौन-सा विचारक समकालीन समुदाय से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-694) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
-ग्रीन | -ग्रीन | ||
+ | +चार्ल्स टेलर | ||
-मिल | -मिल | ||
पंक्ति 530: | पंक्ति 530: | ||
{संविधान के लिए अरस्तू ने किस शब्द का प्रयोग किया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-122) | {[[संविधान]] के लिए [[अरस्तू]] ने किस शब्द का प्रयोग किया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-122) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-Polity | -Polity | ||
पंक्ति 537: | पंक्ति 537: | ||
-उपरोक्त कोई नहीं | -उपरोक्त कोई नहीं | ||
{"मुसोलिनी मैक्यावली का प्रिंस था"। यह कथन किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-224) | {"मुसोलिनी मैक्यावली का प्रिंस था"। यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-600;प्रश्न-224) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मैक्सी | -मैक्सी | ||
+ | +ऑकशाट | ||
-जावेट | -जावेट | ||
-स्वांईन | -स्वांईन | ||
{क्या लॉक का राजनीतिक दर्शन निरंकुशता के | {क्या लॉक का राजनीतिक दर्शन निरंकुशता के विरुद्ध व्यक्ति को प्रतिष्ठित करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-294) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शायद | -शायद | ||
-नहीं | -नहीं | ||
+हां | +हां | ||
-उपरोक्त कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{......इच्छा व्यक्तियों की सभी आदर्श इच्छाओं का योग अथवा निचोड़ है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-345) | {......[[इच्छा]] व्यक्तियों की सभी आदर्श इच्छाओं का योग अथवा निचोड़ है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-345) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सामान्य | +सामान्य | ||
-यथार्थ | -यथार्थ | ||
-नैतिक | -नैतिक | ||
-उपरोक्त में से कोई | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{"क़ानून एक राजनीतिक समाज के आदेशों के रूप में सम्प्रभू की इच्छा की अभिव्यक्ति है जिसका सदस्य स्वभाव से पालन करते हैं।"किसका मत है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-397) | {"क़ानून एक राजनीतिक [[समाज]] के आदेशों के रूप में सम्प्रभू की [[इच्छा]] की अभिव्यक्ति है जिसका सदस्य स्वभाव से पालन करते हैं।"यह निम्न में से किसका मत है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-397) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बेंथम | +बेंथम | ||
पंक्ति 565: | पंक्ति 565: | ||
-बोंदा | -बोंदा | ||
{कार्ल मार्क्स का जन्म किस देश में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-470) | {[[कार्ल मार्क्स]] का जन्म किस देश में हुआ था?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-470) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+प्रशा(जर्मनी) | +प्रशा([[जर्मनी]]) | ||
-फ्राँस | -[[फ्राँस]] | ||
-इंग्लैंण्ड | -[[इंग्लैंण्ड]] | ||
-अमरीका | -[[अमरीका]] | ||
{जी.डी.एच. कोल किस विचारधारा के समर्थक हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-541) | {जी.डी.एच. कोल किस विचारधारा के समर्थक हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-541) | ||
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-श्रमिक संघवाद | -श्रमिक संघवाद | ||
-लेवियनवाद | -लेवियनवाद | ||
-उपरोक्त | -उपरोक्त सभी | ||
{ग्रीन | {ग्रीन ने [[राज्य]] के कार्यों को कितने भागों में विभाजित किया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-613) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-तीन | -तीन | ||
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+दो | +दो | ||
{"पश्चिम के उन्नत पूंजीवादी(Advance Capitalism)की परिस्थितियों में बोल्शेविक क्रांति जैसी रणनीति संभव नहीं हैं।" किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-665) | {"पश्चिम के उन्नत पूंजीवादी (Advance Capitalism) की परिस्थितियों में बोल्शेविक क्रांति जैसी रणनीति संभव नहीं हैं।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-665) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
-माओ | -माओ | ||
+ग्राम्शी | +ग्राम्शी | ||
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{निम्न में से कौन समुदायवादी नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-695) | {निम्न में से कौन समुदायवादी नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-695) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
+माओ | +माओ | ||
-माइकैल सेंडले | -माइकैल सेंडले | ||
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{अरस्तू ने राज्यों के वर्गीकरण के लिए प्लेटो की किस पुस्तक को आधार बनाया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-123) | {[[अरस्तू]] ने [[राज्य|राज्यों]] के वर्गीकरण के लिए [[प्लेटो]] की किस पुस्तक को आधार बनाया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-123) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-Republic | -Republic | ||
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-1587 ई. | -1587 ई. | ||
{लॉक के अनुसार सरकार के प्रमुख उद्देश्य हैं | {लॉक के अनुसार सरकार के प्रमुख उद्देश्य क्या हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-295) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जीवन की रक्षा | -जीवन की रक्षा | ||
-स्वतंत्रता की रक्षा | -स्वतंत्रता की रक्षा | ||
-संपत्ति की रक्षा | -संपत्ति की रक्षा | ||
+उपरोक्त | +उपरोक्त सभी | ||
{ | {"मेरी सामान्य [[इच्छा]] के अनुबन्ध में सभी लोग अपना सर्वस्व राज्य को सौंप देते हैं, राज्य का हित सभी नागरिकों का सर्वश्रेष्ठ हित है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-346) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हॉब्स | -हॉब्स | ||
पंक्ति 641: | पंक्ति 641: | ||
-20 | -20 | ||
{सर्वहारा क्रांति की भविष्यवाणी मार्क्स ने किस पुस्तक में की है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-471) | {'सर्वहारा क्रांति' की भविष्यवाणी [[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] ने किस पुस्तक में की है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-471) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-Gotha | -Gotha Programme | ||
-Das Capital | -Das Capital | ||
+Communist Menifesto | +Communist Menifesto | ||
पंक्ति 650: | पंक्ति 650: | ||
{'श्रेणी समाजवाद' को 'व्यवसायिक लोकतंत्र' किसने कहा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-541) | {'श्रेणी समाजवाद' को 'व्यवसायिक लोकतंत्र' किसने कहा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-541) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -माओ | ||
-लेनिन | -लेनिन | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] | ||
+सी.ई.एम. जोड़ | +सी.ई.एम. जोड़ | ||
{राज्य के कौन-से कार्य ग्रीन ने बताए हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-614) | {[[राज्य]] के कौन-से कार्य ग्रीन ने बताए हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-614) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-रचनात्मक | -रचनात्मक | ||
-निषेधात्मक | -निषेधात्मक | ||
+उपरोक्त दोनों | +उपरोक्त दोनों | ||
-कोई | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{ग्राम्शी किस किस संरचना को विशेष महत्व देता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-666) | {ग्राम्शी किस-किस संरचना को विशेष महत्व देता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-666) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बल प्रयोग मूलक | -बल प्रयोग मूलक संरचनाएँ | ||
+वैधता स्थापक | +वैधता स्थापक संरचनाएं | ||
-उपरोक्त | -उपरोक्त दोनों | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं। | -उपरोक्त में से कोई नहीं। | ||
{ | {समुदायवाद की प्रमुख विशेषता क्या है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-697) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-व्यक्तिगत विचारों की स्वतंत्रता। | -व्यक्तिगत विचारों की स्वतंत्रता। | ||
पंक्ति 683: | पंक्ति 683: | ||
{अरस्तू के मत में कौन-सी शासन प्रणाली सर्वश्रेष्ठ है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-124) | {[[अरस्तू]] के मत में कौन-सी शासन प्रणाली सर्वश्रेष्ठ है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-594;प्रश्न-124) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+राजतन्त्र | +राजतन्त्र | ||
पंक्ति 694: | पंक्ति 694: | ||
-लॉक | -लॉक | ||
+हॉब्स | +हॉब्स | ||
-अरस्तू | -[[अरस्तू]] | ||
-मैक्यावली | -मैक्यावली | ||
{लॉक के अनुसार प्राकृतिक अवस्था थी-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-296) | {लॉक के अनुसार प्राकृतिक अवस्था थी-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-604;प्रश्न-296) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-स्वतंत्रता, समानता तथा निरंतर क्रांति | -स्वतंत्रता, समानता तथा निरंतर क्रांति की। | ||
-निरंतर संघर्ष की | -निरंतर संघर्ष की | ||
+स्वतंत्रता एवं समानता की | +स्वतंत्रता एवं समानता की | ||
- | -इन में से कोई नहीं | ||
{रूसो के अनुसार सामान्य इच्छा व्यक्ति तथा राज्य दोनों का विशिष्ट रूप है। यह-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-347) | {रूसो के अनुसार सामान्य [[इच्छा]], व्यक्ति तथा [[राज्य]] दोनों का विशिष्ट रूप है। यह कथन-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-607;प्रश्न-347) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-असत्य | -असत्य है | ||
+सत्य | +सत्य है | ||
-केवल व्यक्ति का विशिष्ट रूप है। | -केवल व्यक्ति का विशिष्ट रूप है। | ||
-केवल राज्य का विशिष्ट रूप है। | -केवल [[राज्य]] का विशिष्ट रूप है। | ||
{बेंथम ने सामान्य दु:ख के....... भेद बताए | {बेंथम ने सामान्य दु:ख के....... भेद बताए हैं।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-610;प्रश्न-399) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-7 | -7 | ||
पंक्ति 718: | पंक्ति 718: | ||
+12 | +12 | ||
{मार्क्स और ऐंजिल्स की भेंट कब हुई?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-472) | {[[कार्ल मार्क्स|मार्क्स]] और ऐंजिल्स की भेंट कब हुई?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-614;प्रश्न-472) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1845 ई. | -1845 ई. | ||
+1844 ई. | +1844 ई. | ||
-1890 ई. | -[[1890]] ई. | ||
-1860 ई. | -[[1860]] ई. | ||
{ | {"समाजवाद एक ऐसे टोप की तरह है जिसकी शक्ल बिगड़ चुकी है क्योंकि हर व्यक्ति उसे पहचानना चाहता है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-618;प्रश्न-542) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सी. ई. एम. जोड़ | +सी. ई. एम. जोड़ | ||
-गांधी | -[[महात्मा गांधी|गांधी]] | ||
-राल्स | -राल्स | ||
-मैक्सरमन | -मैक्सरमन | ||
{ग्रीन की मृत्यु कब हुई?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-615) | {ग्रीन की [[मृत्यु]] कब हुई?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-622;प्रश्न-615) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1880 ई. | -[[1880]] ई. | ||
+1882 ई. | +[[1882]] ई. | ||
-1900 ई. | -[[1900]] ई. | ||
-1752 ई. | -1752 ई. | ||
{राज्य की उत्पत्ति में 'अदिपत्य' तथा 'नेतृत्व' की भूमिका विषय का ग्राम्शी के कथन का अर्थ है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-667) | {[[राज्य]] की उत्पत्ति में 'अदिपत्य' तथा 'नेतृत्व' की भूमिका विषय का ग्राम्शी के कथन का अर्थ है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-625;प्रश्न-667) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सामाजिक आर्थिक बल पर सर्वहारा का प्राधान्य(हेजोमनी)। | -सामाजिक आर्थिक बल पर सर्वहारा का प्राधान्य(हेजोमनी)। | ||
- | -संक्रमण काल में कृषकों तथा श्रमिकों का अधिनायकवाद। | ||
+प्राधान्य के निर्माता बल, प्राधान्य विरोधी बल तथा प्राधान्य समर्थक बल। | +प्राधान्य के निर्माता बल, प्राधान्य विरोधी बल तथा प्राधान्य समर्थक बल। | ||
-वर्ग विहीन समाज हेतु सतारुठ अभिजनों का प्राधान्य। | -वर्ग विहीन [[समाज]] हेतु सतारुठ अभिजनों का प्राधान्य। | ||
{समुदाय का केन्द्र बिन्दू निम्न में से कौन-सा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-698) | {समुदाय का केन्द्र बिन्दू निम्न में से कौन-सा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-698) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-राजनीतिक इच्छा | -राजनीतिक [[इच्छा]] | ||
-व्यक्तिगत इच्छा | -व्यक्तिगत इच्छा | ||
+सामान्य हित | +सामान्य हित |
09:10, 12 मई 2016 का अवतरण
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