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-वधु की पसन्दगी का | -वधु की पसन्दगी का | ||
-[[क़िला]] फ़तेह करने का | -[[क़िला]] फ़तेह करने का | ||
||{{seealso|राजस्थान की संस्कृति|भारत की संस्कृति}} | |||
{'मेमन्द' किसे कहते हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-198 | {'मेमन्द' किसे कहते हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-198 | ||
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-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{[[दशहरा]] त्योहार के सम्बन्ध में कौन-सा कथन | {[[दशहरा]] त्योहार के सम्बन्ध में कौन-सा कथन असत्य है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-373 | ||
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+यह त्योहार [[अश्विन]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ला]] [[अष्टमी]] को मनाया जाता है। | +यह त्योहार [[अश्विन]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ला]] [[अष्टमी]] को मनाया जाता है। | ||
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-जोधपुर शैली | -जोधपुर शैली | ||
-नाथद्वारा शैली | -नाथद्वारा शैली | ||
||{{seealso|राजस्थान की हस्तकला|मेवाड़ की चित्रकला}} | |||
{[[नाहरगढ़ क़िला जयपुर|नाहरगढ़]] का निर्माता था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-101 | {[[नाहरगढ़ क़िला जयपुर|नाहरगढ़]] का निर्माता था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-101 | ||
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-समर सिंह | -समर सिंह | ||
-तेजसिंह | -तेजसिंह | ||
||{{seealso|राजस्थान का इतिहास|पद्मिनी}} | |||
{भीमाबाई किनकी [[पुत्री]] थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-2 | {भीमाबाई किनकी [[पुत्री]] थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-2 | ||
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-[[महादजी सिंधिया]] | -[[महादजी सिंधिया]] | ||
-रूहसुर्जा | -रूहसुर्जा | ||
||{{seealso|मराठा|मराठा साम्राज्य|}} | |||
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+[[तेजाजी]] | +[[तेजाजी]] | ||
-गोगाजी | -गोगाजी | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|पाबूजी}} | |||
{"पर्यावरण वैज्ञानिक" के नाम से किस लोक संत को जाना जाता है? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-83 | {"पर्यावरण वैज्ञानिक" के नाम से किस लोक संत को जाना जाता है? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-83 | ||
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-पैरों में पहने जाने वाला [[आभूषण]] | -पैरों में पहने जाने वाला [[आभूषण]] | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
||{{seealso|राजस्थान की संस्कृति|राजस्थान के रीति-रिवाज}} | |||
{[[राजस्थान]] में [[खाटूश्यामजी|खाटूश्याम जी]] का मेला कहाँ लगता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D116 प्रश्न-286 | {[[राजस्थान]] में [[खाटूश्यामजी|खाटूश्याम जी]] का मेला कहाँ लगता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D116 प्रश्न-286 | ||
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-नागरीदास व सावंत सिंह | -नागरीदास व सावंत सिंह | ||
-अनूपसिंह व रामलाल | -अनूपसिंह व रामलाल | ||
||{{seealso|मेवाड़ की चित्रकला|मेवाड़ की चित्रकला (तकनीकि)}} | |||
{निम्न में से कौन-सा कथन | {निम्न में से कौन-सा कथन असत्य है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-102 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-कहा जाता है कि गढ़ तो [[चित्तौड़गढ़]] बाकी सब गढ़ैया। | -कहा जाता है कि गढ़ तो [[चित्तौड़गढ़]] बाकी सब गढ़ैया। | ||
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+1850 फुट | +1850 फुट | ||
-2150 फुट | -2150 फुट | ||
||{{seealso|राजस्थान पर्यटन}} | |||
{भीमाबाई की मातृभाषा थी- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-3 | {भीमाबाई की मातृभाषा थी- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-3 | ||
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+लिलण | +लिलण | ||
-मूमल | -मूमल | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|पाबूजी की फड़}} | |||
{संत जसनाथ का जन्म कब हुआ था? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-84 | {संत जसनाथ का जन्म कब हुआ था? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-84 | ||
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-2 | -2 | ||
-1 | -1 | ||
||{{seealso|राजस्थान की जनजातियाँ}} | |||
{[[अंगूठा|अंगूठे]] व उंगलियों के छल्ले को चैन से जोड़कर [[पायल]] की तरह पैर के ऊपर हुक से जोड़ा जाता है। उसमें जड़ाई का काम भी किया जाता है तथा यह हथफूल की तरह होता है। इस [[आभूषण]] का नाम है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-200 | {[[अंगूठा|अंगूठे]] व उंगलियों के छल्ले को चैन से जोड़कर [[पायल]] की तरह पैर के ऊपर हुक से जोड़ा जाता है। उसमें जड़ाई का काम भी किया जाता है तथा यह हथफूल की तरह होता है। इस [[आभूषण]] का नाम है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-200 | ||
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-तोड़े | -तोड़े | ||
+पंगपान | +पंगपान | ||
||{{seealso|राजस्थान की संस्कृति}} | |||
{शीतला माता का मेला कहाँ भरता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D117 प्रश्न-287 | {शीतला माता का मेला कहाँ भरता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D117 प्रश्न-287 | ||
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+[[चाकसू]] | +[[चाकसू]] | ||
{निम्न में से कौन-सा कथन | {निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-375 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[भर्तृहरि का मन्दिर|भर्तृहरि]] नामक तीर्थस्थल [[अलवर]] से लगभग 35 कि.मी. दूर है। | -[[भर्तृहरि का मन्दिर|भर्तृहरि]] नामक तीर्थस्थल [[अलवर]] से लगभग 35 कि.मी. दूर है। | ||
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-1618 से 1718 ई. | -1618 से 1718 ई. | ||
-1650 से 1794 ई. | -1650 से 1794 ई. | ||
||{{seealso|चित्रकला|राजस्थान की हस्तकला}} | |||
{[[राजस्थान]] का वह क़िला कौन-सा है, जिसका निर्माण [[चौहान वंश|चौहान]] नरेश सोमेश्वर ने आरम्भ करवाया था?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-103 | {[[राजस्थान]] का वह क़िला कौन-सा है, जिसका निर्माण [[चौहान वंश|चौहान]] नरेश सोमेश्वर ने आरम्भ करवाया था?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-103 | ||
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-28 जनवरी, 1280 ई. | -28 जनवरी, 1280 ई. | ||
+[[28 जनवरी]], 1303 ई. | +[[28 जनवरी]], 1303 ई. | ||
||{{seealso|राजस्थान का इतिहास|सल्तनत काल}} | |||
{[[ताराबाई]] कौन थी?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-4 | {[[ताराबाई]] कौन थी?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-4 | ||
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-[[राजपूताना]] की पुत्रवधू | -[[राजपूताना]] की पुत्रवधू | ||
-[[यशवंतराव होल्कर]] की पुत्रवधू | -[[यशवंतराव होल्कर]] की पुत्रवधू | ||
||{{seealso|मराठा|मराठा साम्राज्य|शिवाजी}} | |||
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-मिण्डकिया | -मिण्डकिया | ||
-रूपनगढ़ | -रूपनगढ़ | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता}} | |||
{'[[नाथ सम्प्रदाय]]' में 36 नियमों का पालन करने वाले क्या कहलाते थे? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-85 | {'[[नाथ सम्प्रदाय]]' में 36 नियमों का पालन करने वाले क्या कहलाते थे? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-85 | ||
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-समदोला | -समदोला | ||
-उक्त सभी | -उक्त सभी | ||
||{{seealso|राजस्थान के रीति-रिवाज}} | |||
{'चंपाकली', 'चन्दनहार', 'उर्वसी', 'पोत' आदि नाम [[राजस्थान]] में किस गहने के पर्याय हैं?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-201 | {'चंपाकली', 'चन्दनहार', 'उर्वसी', 'पोत' आदि नाम [[राजस्थान]] में किस गहने के पर्याय हैं?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-201 | ||
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+सावंत सिंह | +सावंत सिंह | ||
-राय सिंह | -राय सिंह | ||
||{{seealso|चित्रकला|मेवाड़ की चित्रकला}} | |||
{[[राजस्थान]] का वह [[दुर्ग]] कौन-सा है, जो [[बनास नदी|बनास]], बेड़च और मेनाल नदियों के त्रिवेणी [[संगम]] के निकट स्थित है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-104 | {[[राजस्थान]] का वह [[दुर्ग]] कौन-सा है, जो [[बनास नदी|बनास]], बेड़च और मेनाल नदियों के त्रिवेणी [[संगम]] के निकट स्थित है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-104 | ||
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-[[भटनेर दुर्ग]] | -[[भटनेर दुर्ग]] | ||
+माण्डलगढ़ | +माण्डलगढ़ | ||
||{{seealso|राजस्थान पर्यटन}} | |||
{[[26 अगस्त]], 1303 ई. को किस [[दुर्ग]] पर [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] का अधिकार हो गया?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E55 प्रश्न-5 | {[[26 अगस्त]], 1303 ई. को किस [[दुर्ग]] पर [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] का अधिकार हो गया?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E55 प्रश्न-5 | ||
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+परबतसर | +परबतसर | ||
-हरनाव | -हरनाव | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|पाबूजी की फड़}} | |||
{[[दादू दयाल|संत दादू दयाल जी]] के गुरु का क्या नाम था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-86 | {[[दादू दयाल|संत दादू दयाल जी]] के गुरु का क्या नाम था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-86 | ||
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-[[माता]] अपने पुत्र को [[दूध]] पिलाकर यह साबित करती है कि यह मेरा पुत्र है। | -[[माता]] अपने पुत्र को [[दूध]] पिलाकर यह साबित करती है कि यह मेरा पुत्र है। | ||
-इनमें से कोई नहीं। | -इनमें से कोई नहीं। | ||
||{{seealso|राजस्थान के रीति-रिवाज|राजस्थान की संस्कृति}} | |||
{[[राजस्थान]] में 'टड्डा' किसे कहा जाता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-202 | {[[राजस्थान]] में 'टड्डा' किसे कहा जाता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-202 | ||
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-बैराठ पशु मेला | -बैराठ पशु मेला | ||
+बाणगंगा मेला | +बाणगंगा मेला | ||
||{{seealso|पुष्कर मेला}} | |||
{[[राजस्थान]] का वह मेला कौन-सा है, जिसका प्रमुख आकर्षण [[लांगुरिया नृत्य]] है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-377 | {[[राजस्थान]] का वह मेला कौन-सा है, जिसका प्रमुख आकर्षण [[लांगुरिया नृत्य]] है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-377 | ||
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-[[चन्द्रभागा मेला|चन्द्रभागा का मेला]] | -[[चन्द्रभागा मेला|चन्द्रभागा का मेला]] | ||
+[[कैलादेवी मन्दिर|कैलादेवी]] का मेला | +[[कैलादेवी मन्दिर|कैलादेवी]] का मेला | ||
||{{seealso|कैलादेवी मन्दिर|करौली}} | |||
{किस [[शैली]] को प्रकाश में लाने का श्रेय डॉ. फ़य्याज अली को है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D169 प्रश्न-15 | {किस [[शैली]] को प्रकाश में लाने का श्रेय डॉ. फ़य्याज अली को है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D169 प्रश्न-15 | ||
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-हाड़ौती शैली | -हाड़ौती शैली | ||
+किशनगढ़ शैली | +किशनगढ़ शैली | ||
||{{seealso|मेवाड़ की चित्रकला|बूँदी चित्रकला}} | |||
{देवगिरी नामक पहाड़ी पर स्थित क़िला कौन-सा है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-105 | {देवगिरी नामक पहाड़ी पर स्थित क़िला कौन-सा है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-105 | ||
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-[[तेजपुर]] | -[[तेजपुर]] | ||
-[[मेहरानगढ़ क़िला|मेहरानगढ़]] | -[[मेहरानगढ़ क़िला|मेहरानगढ़]] | ||
||{{seealso|मराठा|मराठा साम्राज्य}} | |||
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-[[पाबूजी]] | -[[पाबूजी]] | ||
+[[तेजाजी]] | +[[तेजाजी]] | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता}} | |||
{'[[दादूपन्थ|दादू पंथ]]' के सत्संग को किस नाम से जाना जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-87 | {'[[दादूपन्थ|दादू पंथ]]' के सत्संग को किस नाम से जाना जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-87 | ||
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-पगडी | -पगडी | ||
-मौसर | -मौसर | ||
||{{seealso|राजस्थान के रीति-रिवाज|राजस्थान की संस्कृति}} | |||
{'वाटी', 'चूनी' व 'चाप' आदि किस [[अंग]] की शोभा बढ़ाने वाले अलंकार हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-203 | {'वाटी', 'चूनी' व 'चाप' आदि किस [[अंग]] की शोभा बढ़ाने वाले अलंकार हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-203 | ||
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+मोरध्वज निहालचंद | +मोरध्वज निहालचंद | ||
-रामलाल | -रामलाल | ||
||{{seealso|चित्रकला|मेवाड़ की चित्रकला|बूँदी चित्रकला}} | |||
{"यदि यूरोपीय तकनीक को अपनाते हुए [[अजमेर]] के क़िले का जीर्णोद्धार किया जाये तो यह दूसरा जिब्राल्टर बन सकता है।" यह कथन किसका है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-106 | {"यदि यूरोपीय तकनीक को अपनाते हुए [[अजमेर]] के क़िले का जीर्णोद्धार किया जाये तो यह दूसरा जिब्राल्टर बन सकता है।" यह कथन किसका है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-106 | ||
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-[[4 जनवरी]], 1472 | -[[4 जनवरी]], 1472 | ||
-[[8 जनवरी]], 1772 | -[[8 जनवरी]], 1772 | ||
||{{seealso|शिवाजी|शाहजी भोंसले|जीजाबाई|शम्भाजी|शाहू}} | |||
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-[[भरत]] | -[[भरत]] | ||
-[[शत्रुघ्न]] | -[[शत्रुघ्न]] | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|पाबूजी की फड़}} | |||
{[[संत पीपा|संत पीपाजी]] के गुरु का क्या नाम था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-88 | {[[संत पीपा|संत पीपाजी]] के गुरु का क्या नाम था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-88 | ||
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+ऊँट | +ऊँट | ||
-खच्चर | -खच्चर | ||
||{{seealso|राजस्थान की जनजातियाँ}} | |||
{हाथ में पहना जाने वाला राजस्थानी [[आभूषण]] है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-204 | {हाथ में पहना जाने वाला राजस्थानी [[आभूषण]] है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-204 | ||
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-डॉ. फ़य्याज अली | -डॉ. फ़य्याज अली | ||
-उम्मेद सिंह | -उम्मेद सिंह | ||
||{{seealso|बूँदी चित्रकला|मेवाड़ की चित्रकला}} | |||
{[[राजस्थान]] का वह क़िला कौन-सा है, जो त्रिकुटाकृति का है और जिसे 'सोहनगढ़' और 'सोनारगढ़' भी कहा जाता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-108 | {[[राजस्थान]] का वह क़िला कौन-सा है, जो त्रिकुटाकृति का है और जिसे 'सोहनगढ़' और 'सोनारगढ़' भी कहा जाता है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-108 | ||
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-1282 | -1282 | ||
+1382 | +1382 | ||
||{{seealso|राजस्थान का इतिहास|मेवाड़ का इतिहास}} | |||
{[[जीजाबाई]] कौन थीं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-8 | {[[जीजाबाई]] कौन थीं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-8 | ||
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-[[साहू]] की माता | -[[साहू]] की माता | ||
-[[बाजीराव प्रथम]] की माता | -[[बाजीराव प्रथम]] की माता | ||
||{{seealso|शिवाजी|शाहजी भोंसले|जीजाबाई|शम्भाजी|शाहू}} | |||
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-जयमल | -जयमल | ||
-ताहड़ जी | -ताहड़ जी | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|तेजाजी}} | |||
{दर्जी समुदाय का इष्टदेव किसे माना जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-89 | {दर्जी समुदाय का इष्टदेव किसे माना जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-89 | ||
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-रंगबरी - बारात विदाई के समय बारातियों को दी गई भेंट। | -रंगबरी - बारात विदाई के समय बारातियों को दी गई भेंट। | ||
+तोरण - वर पक्ष द्वारा वधु को दिए गए कपड़े व जेवर। | +तोरण - वर पक्ष द्वारा वधु को दिए गए कपड़े व जेवर। | ||
||{{seealso|राजस्थान के रीति-रिवाज|राजस्थान की संस्कृति}} | |||
{'बुलाक' [[आभूषण]] नाक में पहना जाता है, जबकि 'ठूसी' नामक [[आभूषण]] पहनते हैं-(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-205 | {'बुलाक' [[आभूषण]] नाक में पहना जाता है, जबकि 'ठूसी' नामक [[आभूषण]] पहनते हैं-(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-205 | ||
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+[[सहरिया जनजाति|सहरिया]] | +[[सहरिया जनजाति|सहरिया]] | ||
-[[गरासिया]] | -[[गरासिया]] | ||
||{{seealso|राजस्थान की जनजातियाँ|भारत की जनजातियाँ}} | |||
{'''अपना गाँव अपना काम योजना''' [[राजस्थान]] में कब प्रारम्भ की गई थी?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-182,प्रतियोगी प्रश्नोत्तरी | {'''अपना गाँव अपना काम योजना''' [[राजस्थान]] में कब प्रारम्भ की गई थी?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-182,प्रतियोगी प्रश्नोत्तरी | ||
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+बूँदी शैली | +बूँदी शैली | ||
-कोटा शैली | -कोटा शैली | ||
||{{seealso|चित्रकला|बूँदी चित्रकला}} | |||
{[[राजपूत|राजपूतों]] के नगरों और क़िलों का निर्माण पहाड़ियों में हुआ, क्योंकि- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-109 | {[[राजपूत|राजपूतों]] के नगरों और क़िलों का निर्माण पहाड़ियों में हुआ, क्योंकि- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-109 | ||
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-राजमद | -राजमद | ||
-[[छत्रसाल]] | -[[छत्रसाल]] | ||
||{{seealso|शिवाजी|शाहजी भोंसले|जीजाबाई}} | |||
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+केसर कालमी | +केसर कालमी | ||
-पेमल | -पेमल | ||
||{{seealso|राजस्थान के लोकदेवता|तेजाजी|संत पीपा}} | |||
{[[मीराबाई]] का जन्म [[नागौर ज़िला|नागौर ज़िले]] के किस [[गाँव]] में हुआ था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-90 | {[[मीराबाई]] का जन्म [[नागौर ज़िला|नागौर ज़िले]] के किस [[गाँव]] में हुआ था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-90 | ||
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-[[अंत्येष्टि संस्कार|अंत्येष्टि]] | -[[अंत्येष्टि संस्कार|अंत्येष्टि]] | ||
-स्वर्ग यात्रा | -स्वर्ग यात्रा | ||
||{{seealso|राजस्थान के रीति-रिवाज|राजस्थान की संस्कृति}} | |||
{'दामिनी', 'तावित', 'मेमन्द', 'फीणी', 'सांकली' आदि [[आभूषण]] सम्बन्धित हैं-(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-206 | {'दामिनी', 'तावित', 'मेमन्द', 'फीणी', 'सांकली' आदि [[आभूषण]] सम्बन्धित हैं-(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-206 | ||
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-आमेर शैली | -आमेर शैली | ||
+अलवर शैली | +अलवर शैली | ||
||{{seealso|मेवाड़ की चित्रकला|बूँदी चित्रकला}} | |||
{किस [[वर्ष]] 'राजस्थान ऊर्जा विकास अभिकरण' की स्थापना हुई?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-92,प्रतियोगी प्रश्नोत्तरी | {किस [[वर्ष]] 'राजस्थान ऊर्जा विकास अभिकरण' की स्थापना हुई?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-92,प्रतियोगी प्रश्नोत्तरी | ||
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-[[1984]] | -[[1984]] | ||
-[[1989]] | -[[1989]] | ||
{[[जीजाबाई]] का [[विवाह]] किसके साथ हुआ था?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-10 | |||
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-मालोजीराव | |||
-[[रघुनाथराव]] | |||
+[[शाहजी भोंसले|शाहजी]] | |||
-अभय सिंह | |||
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{[[राजस्थान]] में 'एयरफ़ोर्स फ़्लाइंग कॉलेज' कहाँ स्थित है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-128 | {[[राजस्थान]] में 'एयरफ़ोर्स फ़्लाइंग कॉलेज' कहाँ स्थित है?(धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं बी-128 | ||
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08:15, 5 जुलाई 2016 का अवतरण
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