"पहेली 24 अगस्त 2016": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCALMONTHNAME}} {{LOCALYEAR}}]] | | [[चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCALMONTHNAME}} {{LOCALYEAR}}]] | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | {[[शेरशाह]] के शासन काल में बनी '[[ग्रैण्ड ट्रंक रोड]]' को किस नाम से जाना जाता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-391;प्रश्न-372 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | +सड़क-ए-आजम | ||
-सड़क-ए-बहिश्त | |||
- | -सड़क-ए-शेरशाह | ||
- | -सड़क-ए-सादात | ||
||[[चित्र:Sanchi-Stupa.jpg|right|100px|border|साँची स्तूप]]' | ||[[चित्र:Sanchi-Stupa.jpg|right|100px|border|साँची स्तूप]]'ग्रैण्ड ट्रंक रोड' का निर्माण [[शेरशाह सूरी]] ने करवाया था। शेरशाह ने [[बंगाल]] के सोनागाँव से [[सिंध प्रांत]] तक दो हज़ार मील लंबी पक्की सड़क बनवाई थी, ताकि यातायात की उत्तम व्यवस्था हो सके। साथ ही उसने यात्रियों एवं व्यापारियों की सुरक्षा का भी संतोषजनक प्रबंध किया। [[ग्रैण्ड ट्रंक रोड]] का निर्माण करवाना शेरशाह सूरी के विलक्षण सोच का प्रतीक है। यह सड़क सदियों से विकास में अहम भूमिका निभा रही है। इस सड़क को 'सड़क-ए-आज़म' या 'बादशाही सड़क' के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण एशिया की सबसे पुरानी और मुख्य सड़क है। यह कई सदियों से भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों को जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ग्रैण्ड ट्रंक रोड]], [[शेरशाह]] | ||
</quiz> | </quiz> | ||
05:54, 20 अगस्त 2016 का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|