"प्रयोग:सपना": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{सूचना बक्सा नदी
रामकुण्ड, नासिक - '''रामकुंड,''' [[नासिक]]  का निर्माण 300 से अधिक साल पहले, 1696 में चितारो खातरकर द्वारा किया गया। यह पवित्र कुण्ड 12 मी. से 27 मी. के एक विशाल क्षेत्र पर फैला है।
|चित्र=Devprayag-Ganga-Formation.jpg
 
|चित्र का नाम=भागीरथी नदी
*[[राम|भगवान राम]] और उनकी पत्नी [[सीता]] ने वनवास के दौरान इस कुण्ड में स्नान किया था।
|अन्य नाम=
*कट्टर हिंदू विश्वासियों द्वारा एक मृत व्यक्ति की आत्मा को मुक्ति या मोक्ष पाने के लिए इस कुण्ड में राख विसर्जित की जाती है।<ref>{{cite web |url=http://hindi.nativeplanet.com/nashik/attractions/ramkund/ |title=रामकुण्ड, नसिक |accessmonthday=27 अगस्त |accessyear=2016 |last= |first= |authorlink= |format=एच.टी.एम.एल |publisher=Hindi Nativeplanet |language=[[हिन्दी]]}}</ref>
|देश=
 
|राज्य=[[उत्तराखंड]]
{{लेख प्रगति |आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}}
|प्रमुख नगर=
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
|अपवाह=
<references/>
|उद्गम स्थल=
==संबंधित लेख==
|विसर्जन स्थल=
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}}
|प्रवाह समय=
[[Category:मध्य_प्रदेश]]
|लम्बाई=25 किमी.
[[Category:महाराष्ट्र_के_धार्मिक_स्थल]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]][[Category:मध्य प्रदेश की नदियाँ]][[Category:पर्यटन कोश]]
|अधिकतम गहराई=
__INDEX__
|अधिकतम चौड़ाई=
__NOTOC__
|इससे जुड़ी नहरें=
|जलचर=
|सहायक नदियाँ=[[बद्रीनाथ]], [[अलकनंदा]], [[हुगली नदी]], [[गंगोत्री]], आदि।
|पौराणिक उल्लेख=
|धार्मिक महत्त्व=
|ऐतिहासिक महत्त्व=
|वर्तमान स्थिति=
|गूगल मानचित्र=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=पौराणिक गाथाओं के अनुसार भागीरथी गंगा की उस शाखा को कहते हैं जो [[गढ़वाल]] [[उत्तराखंड]] में [[गंगोत्री]] से निकलकर देवप्रयाग में [[अलकनंदा]] में मिल जाती है व गंगा का नाम प्राप्त करती है।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}

08:28, 27 अगस्त 2016 का अवतरण

रामकुण्ड, नासिक - रामकुंड, नासिक का निर्माण 300 से अधिक साल पहले, 1696 में चितारो खातरकर द्वारा किया गया। यह पवित्र कुण्ड 12 मी. से 27 मी. के एक विशाल क्षेत्र पर फैला है।

  • भगवान राम और उनकी पत्नी सीता ने वनवास के दौरान इस कुण्ड में स्नान किया था।
  • कट्टर हिंदू विश्वासियों द्वारा एक मृत व्यक्ति की आत्मा को मुक्ति या मोक्ष पाने के लिए इस कुण्ड में राख विसर्जित की जाती है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रामकुण्ड, नसिक (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल) Hindi Nativeplanet। अभिगमन तिथि: 27 अगस्त, 2016।

संबंधित लेख