"ह्रषिकेश": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 70: पंक्ति 70:
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}}
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}}
{{दशावतार}}
{{दशावतार}}
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:विष्णु]]
[[Category:हिन्दू धर्म कोश]] 
[[Category:पर्यायवाची कोश]]
[[Category:हिन्दू देवी-देवता]]
[[Category:हिन्दू भगवान अवतार]]
[[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

07:30, 28 अगस्त 2010 का अवतरण

मत्स्य अवतार
Matsya Avatar

भगवान विष्णु का ही नाम ह्रषिकेश है। चार भुजाधारी भगवान विष्णु के दाहिनी एवं ऊर्ध्व भुजा के क्रम से अस्त्र विशेष ग्रहण करने पर केशव आदि नाम होते हैं अर्थात, दाहिनी ओर का ऊपर का हाथ, दाहिनी ओर का नीचे का हाथ, बायीं ओर का ऊपर का हाथ और बायीं ओर का नीचे का हाथ- इस क्रम से चारों हाथों में शंख, चक्र आदि आयुधों को क्रम या व्यतिक्रमपूर्वक धारण करने पर भगवान की भिन्न-भिन्न संज्ञाएँ होती हैं। चक्र, गदा, शंख तथा पद्मधारी को हृषीकेश कहते हैं।

भगवान विष्णु के अन्य नाम
भगवत् शर्व नारायण कृष्ण वैकुण्ठ विष्टरश्रवस् दामोदर मुरमर्दन
केशव माधव स्वभू दैत्यारि पुण्डरीकाक्ष गोविन्द गरुड़ध्वज पीताम्बर
अच्युत शार्गिं विष्वक्सेन जनार्दन उपेन्द्र इन्द्रावरज चक्रपाणि चतुर्भुज
पद्मानाभ मधुरिपु वासुदेव त्रिविक्रम देवकीनन्दन शौरि श्रीपति पुरुषोत्तम
वनमालिन् बलिध्वंसिन् कंसाराति अधोक्षज विश्वम्भर कैटभजित् विधु श्रीवत्सलाञ्छन
पुराणपुरुष[1] यज्ञपुरुष नरकान्तक जलशायिन् विश्वरूप मुकुन्द
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अन्य पुस्तकों में 'पुराणपुरुष' से लेकर 'मुदमर्दन' तक श्लोक नहीं है, अतः वहाँ केवल 39 ही नाम गिनाये गए हैं।

सम्बंधित लिंक