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{[[सिकन्दर]] भारत में कितने समय तक रहा?
{[[सिकन्दर]] [[भारत]] में कितने समय तक रहा?
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-15 महीने
-15 महीने
+19 महीने
+19 [[महीने]]
-22 महीने
-22 महीने
-17 महीने
-17 [[महीने]]
||[[चित्र:Alexander.jpg|100px|right|border|सिकन्दर]]'सिकन्दर' अथवा [[अलक्ष्येन्द्र]], मेसेडोनिया का ग्रीक प्रशासक था। वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय, एलेक्ज़ेंडर द ग्रेट तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन के नाम से भी जाना जाता है। [[इतिहास]] में [[सिकन्दर]] सबसे कुशल और यशस्वी सेनापति माना गया है। अपनी मृत्यु तक सिकन्दर उस तमाम भूमि को जीत चुका था, जिसकी जानकारी प्राचीन [[यवन]] (ग्रीक) लोगों को थी। इसलिए उसे विश्वविजेता भी कहा जाता है। [[भारत]] में सिकन्दर का [[पुरु]] से युद्ध हुआ था, जिसमें पुरु की हार हुई। भारत पर सिकन्दर के आक्रमण के समय [[चाणक्य]] [[तक्षशिला]] में प्राध्यापक थे। तक्षशिला और [[गान्धार]] के [[आम्भि|राजा आम्भि]] ने सिकन्दर से समझौता कर लिया था। चाणक्य ने [[भारत की संस्कृति]] को विदेशियों से बचाने के लिए सभी राजाओं से आग्रह किया किन्तु सिकन्दर से लड़ने के लिए कोई आगे नहीं आया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सिकन्दर]]
||[[चित्र:Alexander.jpg|100px|right|border|सिकन्दर]]'सिकन्दर' अथवा [[अलक्ष्येन्द्र]], मेसेडोनिया का ग्रीक प्रशासक था। वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय, एलेक्ज़ेंडर द ग्रेट तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन के नाम से भी जाना जाता है। [[इतिहास]] में [[सिकन्दर]] सबसे कुशल और यशस्वी सेनापति माना गया है। अपनी मृत्यु तक सिकन्दर उस तमाम भूमि को जीत चुका था, जिसकी जानकारी प्राचीन [[यवन]] (ग्रीक) लोगों को थी। इसलिए उसे विश्वविजेता भी कहा जाता है। [[भारत]] में सिकन्दर का [[पुरु]] से युद्ध हुआ था, जिसमें पुरु की हार हुई। भारत पर सिकन्दर के आक्रमण के समय [[चाणक्य]] [[तक्षशिला]] में प्राध्यापक थे। तक्षशिला और [[गान्धार]] के [[आम्भि|राजा आम्भि]] ने सिकन्दर से समझौता कर लिया था। चाणक्य ने [[भारत की संस्कृति]] को विदेशियों से बचाने के लिए सभी राजाओं से आग्रह किया किन्तु सिकन्दर से लड़ने के लिए कोई आगे नहीं आया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सिकन्दर]]
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