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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {सरहुल पर्व का सम्बन्ध किस राज्य से है?
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| -[[राजस्थान]]
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| +[[झारखण्ड]]
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| -[[मध्य प्रदेश]]
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| -[[पश्चिम बंगाल]]
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| ||[[चित्र:Vaidyanath-Temple.jpg|120px|right|वैद्यनाथ मन्दिर, देवघर]][[झारखण्ड]] के अधिकांश जनजातीय गाँवों में एक नृत्यस्थली होती है। प्रत्येक गाँव का अपना पवित्र वृक्ष (सरना) होता है, जहाँ गाँव के [[पुरोहित]] द्वारा [[पूजा]] अर्पित की जाती है। साप्ताहिक हाट जनजातीय अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जनजातीय त्योहार, जैसे- 'सरहुल', 'बसंतोत्सव' (सोहरी) और 'शीतोत्सव' (माघ परब) आदि उल्लास के अवसर हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[झारखण्ड]]
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| {[[दुमका]] का 'हिजला मेला' किस नदी के किनारे आयोजित होता है?
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| -[[दामोदर नदी|दामोदर]]
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| -[[स्वर्णरेखा नदी]]
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| -[[बराकर नदी|बराकर]]
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| +[[मयूराक्षी नदी|मयूराक्षी]]
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| ||[[चित्र:Masanjore-Dam.jpg|120px|right|[[मसनजोर बांध]], मयूराक्षी नदी]][[मयूराक्षी नदी]] का उद्गम स्थल [[त्रिकुट]] में है, जो [[वैद्यनाथधाम]] से 16 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। मयूराक्षी नदी को 'मोड' नाम से भी जाना जाता है। यह नदी [[दुमका]], [[झारखण्ड]] की एक प्रमुख नदी है। इस नदी के किनारे पर आयोजित होने वाला 'हिजला मेला' अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए दूर-दूर तक जाना जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मयूराक्षी नदी|मयूराक्षी]]
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| {[[माउण्ट आबू]] का [[दिलवाड़ा जैन मंदिर|दिलवाड़ा मंदिर]] किसको समर्पित है?
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| -[[भगवान विष्णु]]
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| -[[शिव|भगवान शिव]]
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| -[[बुद्ध|भगवान बुद्ध]]
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| +[[जैन|जैन तीर्थंकर]]
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| ||[[चित्र:Jainism-Symbol.jpg|80px|right|जैन धर्म का प्रतीक]]'दिलवाड़ा जैन मंदिर' [[राजस्थान]] राज्य के [[सिरोही ज़िला|सिरोही ज़िले]] के [[माउंट आबू]] नगर में स्थित है। इन मंदिरों का निर्माण 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच में हुआ था। यह विशाल एवं दिव्य मंदिर [[जैन धर्म]] के तीर्थंकरों को समर्पित है। दिलवाड़ा जैन मंदिर का प्रवेशद्वार गुंबद वाले मंडप से होकर है, जिसके सामने एक वर्गाकृति भवन है। इसमें छ: स्तंभ और दस [[हाथी|हाथियों]] की प्रतिमाएँ हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[दिलवाड़ा जैन मंदिर|दिलवाड़ा मंदिर]]
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| {[[राजस्थान]] की प्रसिद्ध 'ब्लू-पॉटरी' दस्तकारी का उद्भव कहाँ से हुआ?
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| -[[कश्मीर]]
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| +पर्शिया
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| -[[अफ़ग़ानिस्तान]]
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| -[[सिन्ध]]
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| {[[भारत]] में [[भरहुत]] भूमि किससे सम्बन्धित है?
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| -[[जैन धर्म]] से
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| +[[बौद्ध धर्म]] से
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| -[[हिन्दू धर्म]] से
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| -[[इस्लाम धर्म]] से
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| ||[[चित्र:Buddha1.jpg|right|80px|बुद्ध प्रतिमा, मथुरा संग्रहालय]]बौद्ध धर्म का प्राचीन समय से ही [[भरहुत]] से गहरा सम्बन्ध रहा है। भरहुत प्रथम-द्वितीय शताब्दी ईसा पूर्व में निर्मित [[बौद्ध]] [[स्तूप]] तथा तोरणो के लिए [[साँची]] के समान ही प्रसिद्ध है। यह स्तूप [[शुंग काल|शुंगकालीन]] है, और अब इसके केवल अवशेष ही विद्यमान हैं। यह 68 फुट व्यास का बना था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भरहुत]]
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| {'लिंगायत धर्म' के संस्थापक कौन माने जाते हैं? | | {'लिंगायत धर्म' के संस्थापक कौन माने जाते हैं? |
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