"ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार''' (अंग्रेज़ी: ''Javier Perez de Cuellar'',...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ
|चित्र=Javier-Perez-de-Cuellar.jpg
|चित्र का नाम=ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
|पूरा नाम=ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
|अन्य नाम=
|जन्म=[[19 जनवरी]], [[1920]]
|जन्म भूमि=लीमा, पेरू
|मृत्यु=
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु कारण=
|अभिभावक=
|पति/पत्नी=मरकेला टेंपल सेमीनारियों
|संतान=
|स्मारक=
|क़ब्र=
|नागरिकता=पेरूवियन
|प्रसिद्धि=पेरू के प्रधानमंत्री, [[संयुक्त राष्ट्र महासचिव]]
|पार्टी=
|पद=
|कार्य काल='''महासचिव''' - [[1 जनवरी]], [[1982]] से [[31 दिसम्बर]], [[1991]]। '''प्रधानमंत्री (पेरू)''' - [[22 नवम्बर]], [[2000]] से [[28 जुलाई]], [[2001]] तक।
|शिक्षा=
|भाषा=
|विद्यालय=
|जेल यात्रा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|विशेष योगदान=
|संबंधित लेख=[[संयुक्त राष्ट्र]], [[संयुक्त राष्ट्र महासभा]], [[संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद]]।
|शीर्षक 1=धर्म
|पाठ 1=रोमन कैथोलिक
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
'''ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Javier Perez de Cuellar'', जन्म- [[19 जनवरी]], [[1920]], पेरू) [[संयुक्त राष्ट्र संघ]] के पाँचवें [[संयुक्त राष्ट्र महासचिव|महासचिव]] थे। सन [[1995]] में वे पेरू के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अल्बर्टो फुजीमोरी से हार गए थे। फुजीमोरी के इस्तीफे के बाद अशांत माहौल में उन्होंने मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष होने के साथ-साथ [[नवंबर]], [[2000]] से [[जुलाई]], [[2001]] तक विदेशमंत्री का दायित्व भी संभाला। [[जून]], [[2007]] में [[कुर्त वॉल्डहाइम]] की मौत के बाद ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार सबसे अधिक उम्र के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बने थे। वर्ष [[1987]] में उन्हें 'जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।
'''ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Javier Perez de Cuellar'', जन्म- [[19 जनवरी]], [[1920]], पेरू) [[संयुक्त राष्ट्र संघ]] के पाँचवें [[संयुक्त राष्ट्र महासचिव|महासचिव]] थे। सन [[1995]] में वे पेरू के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अल्बर्टो फुजीमोरी से हार गए थे। फुजीमोरी के इस्तीफे के बाद अशांत माहौल में उन्होंने मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष होने के साथ-साथ [[नवंबर]], [[2000]] से [[जुलाई]], [[2001]] तक विदेशमंत्री का दायित्व भी संभाला। [[जून]], [[2007]] में [[कुर्त वॉल्डहाइम]] की मौत के बाद ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार सबसे अधिक उम्र के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बने थे। वर्ष [[1987]] में उन्हें 'जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।
==परिचय==
==परिचय==

09:19, 15 मार्च 2017 के समय का अवतरण

ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
पूरा नाम ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार
जन्म 19 जनवरी, 1920
जन्म भूमि लीमा, पेरू
पति/पत्नी मरकेला टेंपल सेमीनारियों
नागरिकता पेरूवियन
प्रसिद्धि पेरू के प्रधानमंत्री, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
कार्य काल महासचिव - 1 जनवरी, 1982 से 31 दिसम्बर, 1991प्रधानमंत्री (पेरू) - 22 नवम्बर, 2000 से 28 जुलाई, 2001 तक।
संबंधित लेख संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र महासभा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद
धर्म रोमन कैथोलिक

ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार (अंग्रेज़ी: Javier Perez de Cuellar, जन्म- 19 जनवरी, 1920, पेरू) संयुक्त राष्ट्र संघ के पाँचवें महासचिव थे। सन 1995 में वे पेरू के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अल्बर्टो फुजीमोरी से हार गए थे। फुजीमोरी के इस्तीफे के बाद अशांत माहौल में उन्होंने मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष होने के साथ-साथ नवंबर, 2000 से जुलाई, 2001 तक विदेशमंत्री का दायित्व भी संभाला। जून, 2007 में कुर्त वॉल्डहाइम की मौत के बाद ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार सबसे अधिक उम्र के संयुक्त राष्ट्र महासचिव बने थे। वर्ष 1987 में उन्हें 'जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।

परिचय

ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार का जन्म 19 जनवरी, सन 1920 को पेरू शहर के लीमा नामक स्थान पर हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा लीमा के कौलेजियों सान आईस्टीन और फिर उसके बाद उच्च शिक्षा पेरु के विशप कैथोलिक विश्वविद्यालय से प्राप्त की।

महासचिव

31 दिसम्बर, 1981 को ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार को कुर्त वॉल्डहाइम के स्थान पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव नियुक्त किया गया। पाँच सप्ताह के चुनावी गतिरोध के बाद तंजानिया के सलीम अहमद सलीम के मुकाबले ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार इस पद पर निर्वाचित हुए। अक्टूबर, 1986 में उन्हें एक दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुन लिया गया। तृतीय अवधि हेतु प्रतिनियुक्ति से उन्होंने इनकार कर दिया।

महत्त्वपूर्ण कार्य

महासचिव के रूप में ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार ने अपनी दो अवधि के दौरान ब्रिटेन और अर्जेंटीना के बाद फोकलैंड युद्ध के प्रयासों को बढ़ावा देने वाले कोण्टोडोरा समूह तथा मध्य अमेरिका के लिए शांति और स्थिरता लाने हेतु मध्यस्थता की। इस दौरान वे नामीबिया की स्वतंत्रता के लिए वार्ता में मध्यस्थता करने के अलावा पश्चिमी सहारा, मोरक्को और पोलिसरियों मोर्चा के बीच एक सेतु निर्माण की प्रक्रिया से गुजरे, इसके साथ ही साइप्रस मुद्दे को भी सुलझाने में अहम भूमिका अदा की। उन्होंने रेनबो वारियर की घटना पर न्यूजीलैंड और फ़्राँस के बीच भी मध्यस्थता की। कुईयार इस पद पर निर्वाचित होने वाले पहले अमेरिकी महाद्वीप के निवासी थे।

सम्मान

12 दिसम्बर, 1991 को अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश द्वारा ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख