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*गोमांतक दल के क्रांतिकारियों ने अस्सोनोरा पुलिस चौकी पर आक्रमण करके उस पर अधिकार कर लिया और पुलिस के बहुत बड़े शस्त्रागार पर भी अपना अधिकार जमा लिया। | *गोमांतक दल के क्रांतिकारियों ने अस्सोनोरा पुलिस चौकी पर आक्रमण करके उस पर अधिकार कर लिया और पुलिस के बहुत बड़े शस्त्रागार पर भी अपना अधिकार जमा लिया। | ||
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पुर्तग़ाल की पुलिस ने इस कांड को अपना अपमान समझा और एक बहुत बड़े पुलिस दल ने क्रांतिकारियों पर हमला कर दिया। बाला मापारी गिरफ्तार कर लिए गए। उन्होंने उनके अन्य क्रांतिकारी साथियों के पते-ठिकाने पूछे गए; पर उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें बहुत यातनाएँ दी गईं, पर उनकी जबान नहीं खुली। यातनाओं के परिणामस्वरूप [[18 फरवरी]], [[1955]] को बाला मोपारी की [[मृत्यु]] हो गई। <ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/goa%20krantikari.php#mapari%20bala |title=बाला मापारी|accessmonthday=18 फरवरी|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref> | |||
14:31, 7 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
बाला मापारी का जन्म 8 जनवरी, 1929 को गोवा के अस्सोनोरा गाँव में हुआ था। उनके पिता श्रीराम मापारी कृषक थे।
- बाला मापारी स्वतन्त्रता सेनानी थे।
- गोवा को पुर्तग़ाल की दासता से मुक्त कराने के लिए गोवा के क्रांतिकारियों का जो गुप्त संगठन बना था, उसका नाम गोमांतक दल था।
- बाला मापारी इस गोमांतक दल के सक्रिय सदस्य थे।
- गोमांतक दल के क्रांतिकारियों ने अस्सोनोरा पुलिस चौकी पर आक्रमण करके उस पर अधिकार कर लिया और पुलिस के बहुत बड़े शस्त्रागार पर भी अपना अधिकार जमा लिया।
मृत्यु
पुर्तग़ाल की पुलिस ने इस कांड को अपना अपमान समझा और एक बहुत बड़े पुलिस दल ने क्रांतिकारियों पर हमला कर दिया। बाला मापारी गिरफ्तार कर लिए गए। उन्होंने उनके अन्य क्रांतिकारी साथियों के पते-ठिकाने पूछे गए; पर उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें बहुत यातनाएँ दी गईं, पर उनकी जबान नहीं खुली। यातनाओं के परिणामस्वरूप 18 फरवरी, 1955 को बाला मोपारी की मृत्यु हो गई। [1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ बाला मापारी (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 18 फरवरी, 2017।
संबंधित लेख
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