"प्रयोग:रिंकू9": अवतरणों में अंतर
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{[[द्रौपदी]] के पिता [[द्रुपद]] का वध किसने किया? | |||
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+[[द्रोणाचार्य]] | |||
-[[कृपाचार्य]] | |||
-[[भीष्म]] | |||
-[[अश्वत्थामा]] | |||
||[[भारद्वाज|महर्षि भारद्वाज]] [[ऋग्वेद]] के छठे मण्डल के द्रष्टा कह गये हैं। इस मण्डल में भारद्वाज के 765 [[मन्त्र]] हैं। [[अथर्ववेद]] में भी भारद्वाज के 23 मन्त्र मिलते हैं। वैदिक ऋषियों में भारद्वाज-ऋषि का अति उच्च स्थान है। भारद्वाज के पिता [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]] और माता ममता थीं। इनके पुत्र गुरु [[द्रोणाचार्य]] थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[भारद्वाज]], [[द्रोणाचार्य]] | |||
{निम्न में से कौन [[अर्जुन]] के पुत्र [[इरावत]] की माता थी? | |||
|type="()"} | |||
-[[चित्रांगदा]] | |||
+[[उलूपी]] | |||
-[[द्रौपदी]] | |||
-[[सुभद्रा]] | |||
Ø कर्ण वध के पश्चात किसने दुर्योधन को पाण्डवों से संधि का विचार दिया →कृपाचार्य | |||
Ø मगध नरेश जरासंध ने मथुरा पर कितनी बार चढ़ाई की थी →18 | |||
Ø दुशासन की छाती का रक्त पीने का प्रण किस पाण्डव ने किया था →भीम | |||
Ø कर्ण के वध के उपरान्त किसके कहने पर दुर्योधन ने शल्य को सेनापति नियुक्त किया →अश्वत्थामा | |||
Ø पितामह भीष्म ने कितने दिनों तक शर-शैय्या पर पड़े रहने के बाद अपने प्राण त्यागे →58 | |||
Ø रणभूमि में श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के दर्शन अर्जुन के अतिरिक्त और किसने किये →संजय | |||
Ø महाभारत में सुषेण किसका पुत्र था →कर्ण | |||
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12:32, 4 जनवरी 2018 का अवतरण
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