"रीमा लागू": अवतरणों में अंतर
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'''रीमा लागू''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Reema Lagoo'', जन्म- [[3 फ़रवरी]], [[1958]]; मृत्यु- [[18 मई]], [[2017]], [[मुम्बई]]) [[हिन्दी]] फ़िल्मों की शानदार अभिनेत्री थीं। मुख्यत: उन्हें फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाएँ निभाने के लिए जाना जाता है। फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' की साथिन माँ हो या 'वास्तव' की कठोर माँ या फिर 'ये दिल्लगी' की मालिकाना माँ, रीमा लागू की इन भूमिकाओं का कोई सानी नहीं था। उन्होंने नए जमाने की माँ की भूमिकाओं को खूब चरितार्थ किया। 'आशिकी', 'साजन', 'हम आपके हैं कौन', 'मैंने प्यार किया, 'वास्तव', 'कुछ कुछ होता है' और 'हम साथ साथ हैं' जैसी कई फ़िल्मों में रीमा ने माँ का जीवंत किरदार निभाया। उन्होंने [[सलमान ख़ान]] के लिए कई फ़िल्मों में उनकी माँ की भूमिका निभाई। टीवी सीरियल 'तू तू मैं मैं' में वह सास के किरदार में थीं। | '''रीमा लागू''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Reema Lagoo'', जन्म- [[3 फ़रवरी]], [[1958]]; मृत्यु- [[18 मई]], [[2017]], [[मुम्बई]]) [[हिन्दी]] फ़िल्मों की शानदार [[अभिनेत्री]] थीं। मुख्यत: उन्हें फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाएँ निभाने के लिए जाना जाता है। फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' की साथिन माँ हो या 'वास्तव' की कठोर माँ या फिर 'ये दिल्लगी' की मालिकाना माँ, रीमा लागू की इन भूमिकाओं का कोई सानी नहीं था। उन्होंने नए जमाने की माँ की भूमिकाओं को खूब चरितार्थ किया। 'आशिकी', 'साजन', 'हम आपके हैं कौन', 'मैंने प्यार किया, 'वास्तव', 'कुछ कुछ होता है' और 'हम साथ साथ हैं' जैसी कई फ़िल्मों में रीमा ने माँ का जीवंत किरदार निभाया। उन्होंने [[सलमान ख़ान]] के लिए कई फ़िल्मों में उनकी माँ की भूमिका निभाई। टीवी सीरियल 'तू तू मैं मैं' में वह सास के किरदार में थीं। | ||
==परिचय== | ==परिचय== | ||
रीमा लागू का जन्म 3 फ़रवरी सन 1958 को बम्बई (वर्तमान [[मुम्बई]]), [[महाराष्ट्र]] में हुआ था। उनका वास्तविक नाम गुरिंदर भादभाड़े था। वे जानी-मानी [[मराठी भाषा|मराठी]] अभिनेत्री मंदाकनी भादभाड़े की बेटी थीं। उनके अभिनय की काबिलियत तब सामने आई, जब वे [[पुणे]] के हुजूरपागा एच.एच.सी.पी हाईस्कूल में पढ़ाई कर रही थीं। प्रोफेशनल तौर पर अभिनय करने के लिए उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। रीमा का [[विवाह]] मराठी अभिनेता विवेक लागू से हुई थी। विवाह के बाद उन्होंने अपना नाम रीमा लागू रख लिया था। | रीमा लागू का जन्म 3 फ़रवरी सन 1958 को बम्बई (वर्तमान [[मुम्बई]]), [[महाराष्ट्र]] में हुआ था। उनका वास्तविक नाम गुरिंदर भादभाड़े था। वे जानी-मानी [[मराठी भाषा|मराठी]] अभिनेत्री मंदाकनी भादभाड़े की बेटी थीं। उनके अभिनय की काबिलियत तब सामने आई, जब वे [[पुणे]] के हुजूरपागा एच.एच.सी.पी हाईस्कूल में पढ़ाई कर रही थीं। प्रोफेशनल तौर पर अभिनय करने के लिए उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। रीमा का [[विवाह]] मराठी अभिनेता विवेक लागू से हुई थी। विवाह के बाद उन्होंने अपना नाम रीमा लागू रख लिया था। | ||
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[[रंगमंच]] से अपने अभिनय का सफर शुरू करने वाली रीमा ने [[हिन्दी]] की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनको हिन्दी फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। बॉलीवुड में उनका सितारा फ़िल्म 'कयामत से कयामत तक' में जूही चावला की माँ के किरदार से चमका। रीमा अंत समय तक अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय थीं। अपने अंतिम दिनों में वह स्टार प्लस के धारावाहिक 'नामकरण' में काम कर रहीं थीं। इसके अलावा वे रंगमंच और विज्ञापन फ़िल्में भी कर रहीं थीं। वैसे तो रीमा लागू ने अपना अभिनय का सफर [[रंगमंच]] से शुरू किया था, लेकिन देखते ही देखते वह बॉलीवुड की चहेती माँ बन गईं। बॉलीवुड की अक्सर 'दया का पात्र' जैसी दिखने वाली माँ से अलग रीमा लागू ने अपने किरदारों में हमेशा एक अलग अंदाज रखा। सिर्फ फ़िल्म 'वास्तव' ही नहीं, उन्होंने अपने माँ के हर किरदार को हमेशा पारंपरिक माँ की छवि से अलग और ज्यादा प्रैक्टिकल रखा। रीमा लागू को अपने किरदारों के लिए चार बार फ़िल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड मिल चुका था। | [[रंगमंच]] से अपने अभिनय का सफर शुरू करने वाली रीमा ने [[हिन्दी]] की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनको हिन्दी फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। बॉलीवुड में उनका सितारा फ़िल्म 'कयामत से कयामत तक' में जूही चावला की माँ के किरदार से चमका। रीमा अंत समय तक अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय थीं। अपने अंतिम दिनों में वह स्टार प्लस के धारावाहिक 'नामकरण' में काम कर रहीं थीं। इसके अलावा वे रंगमंच और विज्ञापन फ़िल्में भी कर रहीं थीं। वैसे तो रीमा लागू ने अपना अभिनय का सफर [[रंगमंच]] से शुरू किया था, लेकिन देखते ही देखते वह बॉलीवुड की चहेती माँ बन गईं। बॉलीवुड की अक्सर 'दया का पात्र' जैसी दिखने वाली माँ से अलग रीमा लागू ने अपने किरदारों में हमेशा एक अलग अंदाज रखा। सिर्फ फ़िल्म 'वास्तव' ही नहीं, उन्होंने अपने माँ के हर किरदार को हमेशा पारंपरिक माँ की छवि से अलग और ज्यादा प्रैक्टिकल रखा। रीमा लागू को अपने किरदारों के लिए चार बार फ़िल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड मिल चुका था। | ||
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05:24, 18 मई 2018 का अवतरण
रीमा लागू
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पूरा नाम | गुरिंदर भादभाड़े |
जन्म | 3 फ़रवरी, 1958 |
मृत्यु | 18 मई, 2017 |
मृत्यु स्थान | मुम्बई, महाराष्ट्र |
अभिभावक | माता- मंदाकनी भादभाड़े |
पति/पत्नी | विवेक लागू |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | सिनेमा एवं टेलीविज़न |
मुख्य फ़िल्में | 'मैंने प्यार किया', 'वास्तव', 'आशिकी', 'साजन', 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ साथ हैं', 'कयामत से कयामत तक', नाजायज़, 'पत्थर के फूल' आदि। |
पुरस्कार-उपाधि | फ़िल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार (चार बार) |
प्रसिद्धि | अभिनेत्री |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | ममता और स्नेह से भरी माँ का रोल निभाने के लिए रीमा लागू हमेशा प्रसिद्ध रहीं। सलमान ख़ान के कॅरियर में रीमा लागू का बहुत बड़ा योगदान है। सलमान ख़ान की कई बड़ी फ़िल्मों में रीमा उनकी माँ बनीं। |
अद्यतन | 13:21, 18 मई 2017 (IST)
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रीमा लागू (अंग्रेज़ी: Reema Lagoo, जन्म- 3 फ़रवरी, 1958; मृत्यु- 18 मई, 2017, मुम्बई) हिन्दी फ़िल्मों की शानदार अभिनेत्री थीं। मुख्यत: उन्हें फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाएँ निभाने के लिए जाना जाता है। फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' की साथिन माँ हो या 'वास्तव' की कठोर माँ या फिर 'ये दिल्लगी' की मालिकाना माँ, रीमा लागू की इन भूमिकाओं का कोई सानी नहीं था। उन्होंने नए जमाने की माँ की भूमिकाओं को खूब चरितार्थ किया। 'आशिकी', 'साजन', 'हम आपके हैं कौन', 'मैंने प्यार किया, 'वास्तव', 'कुछ कुछ होता है' और 'हम साथ साथ हैं' जैसी कई फ़िल्मों में रीमा ने माँ का जीवंत किरदार निभाया। उन्होंने सलमान ख़ान के लिए कई फ़िल्मों में उनकी माँ की भूमिका निभाई। टीवी सीरियल 'तू तू मैं मैं' में वह सास के किरदार में थीं।
परिचय
रीमा लागू का जन्म 3 फ़रवरी सन 1958 को बम्बई (वर्तमान मुम्बई), महाराष्ट्र में हुआ था। उनका वास्तविक नाम गुरिंदर भादभाड़े था। वे जानी-मानी मराठी अभिनेत्री मंदाकनी भादभाड़े की बेटी थीं। उनके अभिनय की काबिलियत तब सामने आई, जब वे पुणे के हुजूरपागा एच.एच.सी.पी हाईस्कूल में पढ़ाई कर रही थीं। प्रोफेशनल तौर पर अभिनय करने के लिए उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। रीमा का विवाह मराठी अभिनेता विवेक लागू से हुई थी। विवाह के बाद उन्होंने अपना नाम रीमा लागू रख लिया था।
रंगमंच से अपने अभिनय का सफर शुरू करने वाली रीमा ने हिन्दी की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनको हिन्दी फ़िल्मों में माँ की शानदार भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। बॉलीवुड में उनका सितारा फ़िल्म 'कयामत से कयामत तक' में जूही चावला की माँ के किरदार से चमका। रीमा अंत समय तक अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय थीं। अपने अंतिम दिनों में वह स्टार प्लस के धारावाहिक 'नामकरण' में काम कर रहीं थीं। इसके अलावा वे रंगमंच और विज्ञापन फ़िल्में भी कर रहीं थीं। वैसे तो रीमा लागू ने अपना अभिनय का सफर रंगमंच से शुरू किया था, लेकिन देखते ही देखते वह बॉलीवुड की चहेती माँ बन गईं। बॉलीवुड की अक्सर 'दया का पात्र' जैसी दिखने वाली माँ से अलग रीमा लागू ने अपने किरदारों में हमेशा एक अलग अंदाज रखा। सिर्फ फ़िल्म 'वास्तव' ही नहीं, उन्होंने अपने माँ के हर किरदार को हमेशा पारंपरिक माँ की छवि से अलग और ज्यादा प्रैक्टिकल रखा। रीमा लागू को अपने किरदारों के लिए चार बार फ़िल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड मिल चुका था।
अभिनय की शुरुआत
सन 1970 के आखिरी और 1980 की शुरुआत में रीमा लागू ने हिन्दी और मराठी फ़िल्मों में काम शुरू किया था। उन्होंने मराठी अभिनेता विवेक लागू से विवाह किया था। हालांकि कुछ साल बाद ही दोनों अलग हो गए। उनकी एक बेटी है।
माँ की भूमिकाएँ
वर्ष | फ़िल्म | अभिनेता/अभिनेत्री |
---|---|---|
1988 | कयामत से कयामत तक | जूही चावला |
1989 | मैंने प्यार किया | सलमान ख़ान |
1990 | आशिकी | राहुल रॉय |
1991 | साजन | सलमान ख़ान |
1991 | पत्थर के फूल | सलमान ख़ान |
1992 | निश्चय | सलमान ख़ान |
1993 | संग्राम | करिश्मा कपूर |
1993 | गुमराह | श्रीदेवी |
1994 | दिलवाले | अजय देवगन |
1194 | हम आपके हैं कौन | माधुरी दीक्षित |
1994 | जय किशन | अक्षय कुमार |
1995 | रंगीला | उर्मिला मातोंडकर |
1997 | जुड़वां | सलमान ख़ान |
1997 | यस बॉस | शाहरुख ख़ान |
1197 | दीवाना मस्ताना | गोविंदा |
1998 | कुछ कुछ होता है | काजोल |
1999 | हम साथ-साथ हैं | सलमान ख़ान |
1999 | आरजू | माधुरी दीक्षित |
1999 | वास्तव: द रियल्टी | संजय दत्त |
2000 | जिस देश में गंगा रहता है | गोविंदा |
2000 | कहीं प्यार न हो जाए | रानी मुखर्जी |
2003 | मैं प्रेम की दीवानी हूं | अभिषेक बच्चन |
2005 | शादी करके फंस गया यार | सलमान ख़ान |
2005 | सैंडविच | गोविंदा |
ममता और स्नेह से भरी माँ का रोल निभाने के लिए रीमा लागू हमेशा प्रसिद्ध रहीं। सलमान ख़ान के कॅरियर में रीमा लागू का बहुत बड़ा योगदान है। सलमान ख़ान की कई बड़ी फ़िल्मों में रीमा उनकी माँ बनीं। सलमान की जिन फ़िल्मों में भी उन्होंने माँ की भूमिका निभाई, वह सुपरहिट रही। हालत तो यह थी कि लोग उन्हें सलमान ख़ान की माँ कहकर पुकारने लगे थे। हालांकि रीमा और सलमान की उम्र में ज्यादा फासला नहीं था, लेकिन उनके चेहरे पर ममता और स्नेह ने उन्हें वास्तविक जीवन में भी सलमान ख़ान की माँ बना दिया। उस पर संयोग भी ऐसा रहा कि जिस भी फिल्म में रीमा सलमान की माँ बनीं, उस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। सबसे पहले फिल्म 'मैंने प्यार किया', जो सुपरहिट रही। उसके बाद 'पत्थर के फूल', फिर 'साजन', 'हम साथ-साथ हैं' और 'जुड़वां'। हालांकि 'हम आपके हैं कौन' में रीमा लागू सलमान ख़ान की हिरोइन माधुरी दीक्षित की माँ बनी थीं और यह फिल्म भी सुपरहिट रही।[2]
पुरस्कार व सम्मान
रीमा लागू को फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' और 'हम आपके हैं कौन' के लिए वर्ष 1990 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का 'फ़िल्म फेयर अवार्ड' मिला था। अभिनेता राहुल रॉय की 'आशिकी' और संजय दत्त की 'वास्तव' के लिए भी उन्हें इसी सम्मान से नवाजा गया था।
मृत्यु
रीमा लागू की मृत्यु 59 वर्ष की आयु में 18 मई, 2017 को हुई। दिल का दौरा पड़ने पर उन्हें एक दिन पहले 17 मई की रात को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिन में उन्हें छाती में दर्द की शिकायत थी, लेकिन गुरुवार सुबह करीब पांच बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें नहींं बचाया जा सका।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रीमा लागू नहीं रहीं, 7 फिल्मों में सलमान की माँ का रोल अदा किया था (हिंदी) bollywood.bhaskar.com। अभिगमन तिथि: 19 मई, 2017।
- ↑ जब रीमा लागू को लोग कहने लगे सलमान की माँ (हिंदी) khabar.ndtv.com। अभिगमन तिथि: 18 मई, 2017।
बाहरी कड़ियाँ
- मशहूर अभिनेत्री रीमा लागू का निधन
- रीमा लागू को एक साल छोटे अभिनेताओं की 'माँ' बनने का रहा मलाल
- रीमा लागू का निधन: नहीं रहीं बॉलीवुड की फेवरिट 'मां'